Chaitra Navratri 2025 Vrat Niyam: चैत्र नवरात्रि व्रत कैसे करें, क्या खाएं, क्या नहीं जानें नियम

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Chaitra Navratri 2025 Vrat Niyam: चैत्र नवरात्रि को आध्‍यात्मिक इच्छाओं की पूर्ति, सिद्धि, मोक्ष प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. ये पर्व आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित है.

साल में दो प्रत्यक्ष नवरात्रि मनाई जाती है चैत्र और अश्विन माह की शारदीय नवरात्रि लेकिन चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है क्योंकि इसके पहले दिन से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. घटस्थापना से लेकर राम नवमी तक लोग व्रत करते हैं. नवरात्रि के 9 दिन व्रत कैसे रखें, क्या है नियम यहां जान लें, माता की पूजा होगी सफल.

चैत्र नवरात्रि में व्रत कैसे रखें ?

नवरात्रि के दौरान रसोपवास, फलोपवास, दुग्धोपवास, लघु उपवास, अधोपवास और पूर्णोपवास किया जा सकता है. आप श्रद्धा अनुसार व्रत कर सकते हैं. ध्यान रहे जो लोग 9 दिन के व्रत का संकल्प ले रहे हैं वह इसे पहले दिन से नवमी तक पूरा करें. कोई गंभीर बात हो तभी माता से क्षमा मांगकर व्रत तोड़ सकते हैं.

धार्मिक मान्यता के अनुसार जो लोग पूरे 9 दिन व्रत नहीं कर सकते उन्हें आखिरी के दो दिन महाष्टमी और महानवमी के दिन व्रत करना चाहिए. मान्यता है इससे पूरे नौ दिन के व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है.

नवरात्रि व्रत में क्या खाएं

अगर आप एक समय फलाहार व्रत संकल्प लेते हैं तो दिनभर में एक बार फलों का सेवन कर सकते हैं. या फिर कुट्टू, सिंघाड़े का आटा, दूध, साबूदाना, आलू भी ग्रहण कर सकते हैं. नवरात्रि के व्रत में आम तौर पर सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है.

नवरात्रि व्रत के नियम

नवरात्रि व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें. पूरे 9 दिन काले कपड़े न पहनें.
व्रतियों को दिन में सोने से बचना चाहिए.
नौ दिनों के व्रत के दौरान भक्तों को शराब, तंबाकू और मांसाहारी भोजन के सेवन भूलकर भी न करें.
नवरात्र के व्रत के दौरान नाखून काटने, बाल कटवाने या दाढ़ी काटने से बचना चाहिए.
अष्टमी या नवमी के दिन व्रत पारण करने से पहले कन्या भोजन कराएं और फिर हवन करने के बाद ही भोजन ग्रहण करें.

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