By Election 2024: यूपी, बिहार, पंजाब से लेकर केरल तक हुए उपचुनाव में कौन मार रहा बाजी?, पढ़ें सभी सीटों का विश्लेषण

    BYPoll 2024: महाराष्ट्र-झारखंड के साथ 14 राज्यों की 48 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को संपन्न हुआ. इन सीटों में कुछ सीटें ऐसी हैं, जो विधायकों के सांसद बन जाने के बाद खाली हुई थीं. इसके अलावा एक सीट पर निधन और एक सीट नेता के जेल जाने के बाद खाली हुई है. उपचुनाव भारत के विभिन्न राज्यों में हुए, जिनमें  उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल, उत्तराखंड, और महाराष्ट्र शामिल हैं. 48 विधानसभा सीटों और 1 लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ.​

    राज्यवार सीटों की संख्या
    उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटें खाली हुई है. जिनमें करहल, सीसामऊ, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, मीरापुर आदि शामिल है. इनमें सीसामऊ सीट सबसे चर्चित रही, जहां सपा विधायक इरफान सोलंकी को अयोग्य ठहराया गया था. यहां एनडीए के भाजपा, निषाद पार्टी और INDIA गठबंधन के सपा, कांग्रेस, और आरएलडी से सीधा मुकाबला है. बसपा और आजाद समाज पार्टी भी इन दलों का गेम बिगाड़ सकती है.
    करहल में मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच है.

    पंजाब में 4 विधानसभा सीटें गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, बरनाला खाली हुई है.आम आदमी पार्टी (AAP) औऱ कांग्रेस ने सभी चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं भाजपा तीन सीटों पर मुकाबले में है. गिद्दड़बाहा में कांग्रेस की अमृता वारिंग और AAP के हरदीप सिंह ढिल्लों के बीच मुकाबला देखा गया. चब्बेवाल में भाजपा के सोहन सिंह ठंडल, कांग्रेस के रणजीत कुमार, और AAP के उम्मीदवार के बीच कड़ी टक्कर हुई. बरनाला और डेरा बाबा नानक में AAP और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है.

    केरल में 2 विधानसभा सीटें  पलक्कड़, चेलक्करा और 1 लोकसभा सीट वायनाड पर 2024 में उप चुनाव हुआ. यह सीट कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी. राहुल गांधी ने इस बार वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीता था और वायनाड सीट छोड़ दी थी. दोनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस-यूडीएफ और माकपा-एलडीएफ के बीच कड़ा मुकाबला है. भाजपा भी चुनावी मैदान में है,हालांकि इन सीटों पर BJP की पकड़ कमजोर है, फिर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रही है.

    उत्तराखंड में बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए. बद्रीनाथ सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी ने भाजपा में शामिल होने के बाद इस्तीफा दिया, जिससे यह सीट खाली हुई.जबकि मंगलौर सीट विधायक के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी. भाजपा ने बद्रीनाथ में राजेंद्र भंडारी को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने बद्रीनाथ में लखपत सिंह बुटोला और मंगलौर में अपना उम्मीदवार उतारा है. दोनों सीटों पर सीधा मुकाबला  भाजपा और कांग्रेस के बीच में रहा.

    महाराष्ट्र में 1 लोकसभा सीट नांदेड़ कांग्रेस सांसद वसंतराव बलवंतराव चव्हाण  के निधन से खाली हुई है.यहां कांग्रेस ने रविंद्र वसंतराव चव्हाण को अपना प्रत्याशी बनाया है, वहीं, भाजपा ने पूर्व सांसद प्रतापराव चिखलीकर को मैदान में उतारा है. 

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    राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए,झुंझुनूं, दौसा देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर,रामगढ़. इसमें पांच सीटें विधायकों के लोकसभा सांसद बनने के कारण खाली हुई. जबकि दो सीटें विधायकों के निधन के कारण. यहां कांग्रेस ने सभी सात सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. भाजपा का सलूंबर और अन्य सीटों पर कड़ा मुकाबला है. आरएलपी ने भी खींवसर में अपना उम्मीदवार खड़ा किया है. यहां कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए अपनी पकड़ मजबूत करने की चुनौती है.

    असम में बेहाली, ढोलाई, सामागुड़ी, बोंगाईगांव, सिदली में उपचुनाव हुए. इन सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला रहा.

    मेघालय के 2024 उपचुनाव में गम्बेग्रे (ST) विधानसभा सीट काफी चर्चा में रहा.यह उपचुनाव इसलिए हुआ क्योंकि पूर्व विधायक सालेंग ए. संगमा ने लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद इस्तीफा दे दिया था. इस सीट के लिए प्रमुख दावेदारों में एनपीपी की उम्मीदवार मेह्ताब चांदी संगमा (मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की पत्नी), तृणमूल कांग्रेस की सधियारानी एम. संगमा, कांग्रेस के जिंगजांग मारक, और बीजेपी के बर्नार्ड मारक शामिल हैं.

    सिक्किम में 2024 के उपचुनाव दो प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों, सोरेंग-चकुंग और नामची-सिंगिथांग में 13 नवंबर को हुए. ये चुनाव मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी राय द्वारा अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों को खाली करने के बाद हुए। मुख्यमंत्री ने रेनॉक सीट को चुना, जबकि उनकी पत्नी ने नामची सीट छोड़ी​. सोरेंग-चकुंग – मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य गोलय को सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) पार्टी ने उम्मीदवार बनाया. नामची-सिंगिथांग – एसकेएम के उम्मीदवार सतीश चंद्र राय को मैदान में उतारा गया​.

    मध्य प्रदेश में 2024 के उपचुनाव दो विधानसभा सीटों, बुधनी और विजयपुर, पर हो रहे हैं. बुधनी सीट इसलिए खाली हुई क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक शिवराज सिंह चौहान लोकसभा के लिए चुने गए. वहीं, विजयपुर सीट कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के भाजपा में शामिल होने और मंत्री बनने के बाद खाली हुई. बुधनी से भाजपा ने रामकांत भार्गव को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस से राजकुमार पटेल उम्मीदवार हैं. विजयपुर से भाजपा ने रामनिवास रावत को खड़ा किया है, जबकि कांग्रेस ने वरिष्ठ आदिवासी नेता मुकेश मल्होत्रा को मैदान में उतारा है.

    छत्तीसगढ़ में 2024 के उपचुनावों के तहत रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर 13 नवंबर 2024 को मतदान हुआ. यह सीट भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी. इस चुनाव में भाजपा ने सुनील सोनी को उम्मीदवार बनाया, जबकि कांग्रेस ने आकाश शर्मा को मैदान में उतारा है.

    कर्नाटक में 2024 के उपचुनाव तीन विधानसभा सीटों – चन्नपटना, शिगगांव, और संदूर पर हुए. चन्नपटना में पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा के पोते और जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी का कांग्रेस के सी.पी. योगेश्वर से मुकाबला था. वहीं, शिगगांव सीट बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई मानी जा रही है. यहां से भारत बोम्मई, पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बेटे, बीजेपी के उम्मीदवार थे. संदूर सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच करीबी मुकाबले के रूप में देखा गया.

    पश्चिम बंगाल में 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए. सिताई , मदारीहाट नैहाटी,हरोआ, मेदिनीपुर तालडांगरा. इनमें से 5 सीटें पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पास थीं और मदारीहाट सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है. यहां  ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सभी 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. भाजपा (BJP) मदारीहाट और अन्य सीटों पर टीएमसी को कड़ी टक्कर दी है. वाम मोर्चा (CPI(M)) और कांग्रेस पहली बार 2021 के बाद इन सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़े.

    बिहार में 4 विधानसभा सीटें तरारी, रामगढ़ , इमामगंज, बेलागंज पर उपचुनाव हुए हैं. ये सीटें विधायकों के सांसद बनने के कारण खाली हुईं. इमामगंज से जीतन राम मांझी और बेलागंज से सुरेंद्र यादव सांसद बने. इमामगंज में एनडीए से दीपा मांझी, महागठबंधन से रोशन मांझी, और जनसुराज से जितेंद्र कुमार चुनावी मैदान में हैं. बेलागंज में राजद के सांसद सुरेंद्र यादव के बेटे बैद्यनाथ यादव मुख्य उम्मीदवार हैं.अन्य सीटों पर भी एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला है.

    किन दलों के बीच मुकाबला?
    उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में  एनडीए और INDIA गठबंधन में सीधा मुकाबला है. जिसमें समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बसपा, और आजाद समाज पार्टी शामिल हैं.पंजाब में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), और भाजपा अलग – अलग चुनाव लड़ रही है. यहां त्रिकोणीय मुकाबला है. केरल में कांग्रेस-यूडीएफ और माकपा-एलडीएफ के बीच सीधा मुकाबला.उत्तराखंड में भाजपा और कांग्रेस आमने सामने है. महाराष्ट्र (नांदेड़ लोकसभा सीट) पर कांग्रेस और भाजपा के बीच फाईट है.

    अगर बिहार की बात करे तो यहां चार विधानसभा सीटों पर एनडीए  (भाजपा, जदयू, और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ) और INDIA के  राजद और कांग्रेस से सीधा मुकाबला है. कुछ सीटों पर असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और प्रशांत किशोर की जनसुराज के कारण मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.

    इन उप चुनावों को 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद विभिन्न दलों के लिए एक साख की लड़ाई माना जा रहा है. परिणाम 23 नवंबर 2024 को घोषित किए जाएंगे. इन उप चुनावों को अगले विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले गठबंधनों के बीच शक्ति परीक्षण के रूप में देखा जा रहा है.

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