महाराष्ट्र में BJP बनी सचिन तेंदुलकर तो झारखंड में JMM ने छुआ रिकी पोटिंग का स्ट्राइक रेट!

    महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजों ने राजनीति के दो अलग-अलग रंग दिखाए हैं. महाराष्ट्र में बीजेपी और उसके महायुति गठबंधन ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, जबकि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अपनी जमीन पर शानदार प्रदर्शन कर सत्ता की कुंजी हासिल कर ली. इन दोनों राज्यों के चुनावी आंकड़ों पर नजर डालें तो तस्वीर साफ होती है कि पार्टियों ने न केवल जीत दर्ज की है बल्कि स्ट्राइक रेट के मामले में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है. लेकिन स्ट्राइक रेट के नजरिए से देखें तो ये चुनावी नतीजे क्रिकेटर के धुरंधरों की स्ट्राइक रेट से मेल खाते हैं. बीजेपी का स्ट्राइक रेट सचिन तेंदुलकर और जेएमएम का स्ट्राइक रेट रिकी रिकी पोटिंग के स्ट्राइक रेट से मिलता जुलता है. 

    महाराष्ट्र में बीजेपी और झारखंड में JMM का स्ट्राइक रेट

    महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपना दबदबा साबित किया है, जहां उसने राज्य की चुनावी राजनीति में लगभग 89% स्ट्राइक रेट के साथ जीत हासिल की है. वहीं अगर क्रिकेट की बात करें तो सचिन तेंदुलकर का वर्ल्ड कप में स्ट्राइक रेट भी 89 प्रतिशत रहा है. सचिन ने साल 1992 से 2011 के बीच खेले गए छह वर्ल्ड कप में 45 मैचों में 2,278 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने 6 शतक और 15 अर्धशतक लगाए थे.

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    यह आंकड़ा न केवल बीजेपी के राजनीतिक कद को मजबूत करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि पार्टी के चुनावी मैदान में उतरने का तरीका पहले से भी मजबूत है. महाराष्ट्र में बीजेपी और महायुति गठबंधन ने लगभग हर मोर्चे पर बढ़त बनाए रखी. बीजेपी ने 89% का अभूतपूर्व स्ट्राइक रेट हासिल कर विरोधियों को मात दी है. यह प्रदर्शन दिखाता है कि मतदाताओं ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी और देवेंद्र फडणवीस की नीतियों में भरोसा जताया.

    वहीं, झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में JMM ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा और 33 सीटों पर जीत दर्ज की. 79% स्ट्राइक रेट के साथ JMM ने दिखाया कि उनका आधार ग्रामीण इलाकों और आदिवासी समुदाय में मजबूत है. क्रिकेट में रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया) का स्ट्राइक रेट 79.95 था. यानी जेएमएम इस चुनाव में रिकी पोंटिग के स्ट्राइक रेट के साथ उभर कर आई है.

    यह जीत गठबंधन की सटीक रणनीति और हेमंत सोरेन की लोकप्रियता का नतीजा है. महाराष्ट्र में जहां बीजेपी ने साफ तौर से अपनी पकड़ मजबूत कर ली है, वहीं झारखंड में JMM ने क्षेत्रीय राजनीति की ताकत को दिखाया है. इन नतीजों से साफ है कि दोनों राज्यों के मतदाता अपने-अपने मुद्दों को लेकर मुखर रहे.

    महायुति गठबंधन और झारखंड में ‘इंडिया’ गठबंधन में क्या था सीट शेयरिंग फॉर्मूला?

    महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन में से भाजपा ने सबसे ज्यादा 149 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. वहीं महायुति में शामिल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 81 उम्मीदवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 59 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. वहीं झारखंड में जेएमएम 2019 की ही तरह 43 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. कांग्रेस को 30 सीटों पर चुनाव लड़ने दिया गया था. आरजेडी के सात और सीपीआई-माले के चार प्रत्याशी मैदान में थे.

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