दिल्ली चुनाव में केजरीवाल की AAP संग क्यों नहीं हो सका कांग्रेस का गठबंधन? अजय माकन ने कर दिया खुलासा

Delhi Elections:  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने शनिवार (18 जनवरी, 2025) को कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के आगे बढ़ने से भारतीय जनता पार्टी को फायदा होता है और कांग्रेस को कमजोर करके राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का मुकाबला नहीं किया जा सकता.

कांग्रेस के कोषाध्यक्ष ने कांग्रेस के नए मुख्यालय इंदिरा भवन में आयोजित पार्टी के पहले प्रेल कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा, “मेरी यह निजी राय है कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने से दिल्ली की जनता को बहुत नुकसान हुआ और फायदा भाजपा को हुआ.”

गठबंधन नहीं होने के लिए AAP को ठहराया जिम्मेदार

माकन ने दिल्ली और हरियाणा विधानसभा चुनाव में आप के साथ गठबंधन नहीं होने के लिए केजरीवाल के नेतृत्व वाले दल ही जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना था, “हम हरियाणा और दिल्ली चुनाव आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ना चाहते थे, लेकिन जैसे ही अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आए, उन्होंने घोषणा की कि वह (हरियाणा की) सभी 90 सीटों पर अलग चुनाव लड़ेंगे. जहां तक दिल्ली चुनाव की बात है तो आप ने लोकसभा चुनाव के बाद घोषणा की थी कि वह दिल्ली चुनाव अकेले लड़ेगी. गोपाल राय ने यह घोषणा की थी.”

‘शीला दीक्षित के समय सातों सीटों पर कांग्रेस जीती थी’

कांग्रेस नेता ने कहा, “जब शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थीं, तब कांग्रेस ने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटें जीती थीं, लेकिन दिल्ली में आप की सरकार आने के बाद से इसका उल्टा हो रहा है. भाजपा ने सभी सात लोकसभा सीटें जीतीं तो फिर भाजपा के साथ कौन है?” उनका कहना था कि जो दिल्ली में सभी लोकसभा सीटें जीता है वही देश में सरकार बनाता है.

‘AAP के बढ़ने से भाजपा को फायदा मिलता है’

अजय माकन ने कहा, “केजरीवाल के आगे बढ़ने से भाजपा को फायदा मिलता है. भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है. अगर राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य विपक्षी पार्टी कमजोर होगी तो भारतीय जनता पार्टी से कभी नहीं लड़ा जा सकता”

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