India’s Export: भारत से सबसे अधिक किस चीज का निर्यात होता है? अगर आप जानते हैं तो ठीक है, नहीं तो इसे बाद में जानेंगे. पहले हम यह जानते हैं कि भारत में दूसरे नंबर पर सबसे अधिक किस चीज का निर्यात होता है? भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े कहते हैं कि देश से दूसरे नंबर पर सबसे अधिक निर्यात स्मार्टफोन का होता है. यहां पहले और दूसरे नंबर से मतलब कुल कितने पैसे के निर्यात से है. भारत से होने वाले स्मार्टफोन के निर्यात में दो तिहाई हिस्सेदारी अकेले एप्पल की है.
डीजल ईंधन के एक्सपोर्ट्स के बाद दूसरे नंबर पर है स्मार्टफोन
वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन की ओर से इंटरनेशनल ट्रेड क्लासिफिकेशन के लिए उपयोग किए जाने वाले हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड यानी एचएस कोड के आंकड़ों के मुताबिक, स्मार्टफोन भारत में सेकंड लार्जेस्ट एक्सपोर्ट कैटेगरी है. पहले नंबर पर ऑटोमोटिव डीजल फ्यूल का एक्सपोर्ट है. केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि वित्तीय वर्ष 2025 के अप्रैल-नवंबर के दौरान स्मार्टफोन का निर्यात 13.1 अरब डॉलर पर पहुंच गया. जो एक साल पहले की इसी अवधि में 8.9 अरब डॉलर था. 2024 के वित्तीय वर्ष में यह भारत से निर्यात होने में चौथे नंबर पर था. इस तरह एक ही साल में स्मार्टफोन के निर्यात ने दो साल ऊपर की छलांग लगाई है.
पीएलआई योजना की बदौलत एपल इंक लगा रहा छलांग
भारत से होने वाले स्मार्टफोन निर्यात में एपल इंक के आईफोन की बड़ी भागीदारी है. एपल इंक ने यह छलांग भारत सरकार के पीएलआई यानी उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना की बदौलत पाई है. 2018-19 में केवल 1.6 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात होता था. यह एचएस कोड श्रेणी में देश से निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में 23वें नंबर पर था. इसके दो साल बाद भारत सरकार ने पीएलआई योजना की घोषणा की. इसने एपल के लिए ठेके पर आईफोन बनाने वाली फॉक्सकॉन, पेगट्रॉन और विस्ट्रॉन जैसी दिगग्ज कंपनियों को देश मंं आने का रास्ता तैयार किया. ये सभी कंपनियां भारत में प्लांट लगाकर आईफोन बना रही हैं. इसके अलावा सैमसंग ने भी देश से अपने स्मार्टफोन के निर्यात को बढ़ाया है.
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