Union Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को बजट पेश करेंगी. बजट के नजदीक आते ही जो सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है वो है लाल रंग का पाउंच जिसमें बजट का बूरा ब्यौरा रहता है. आखिर ये बैग लाल रंग का ही क्यों होता. हिंदू धर्म में लाल रंग का क्या महत्व है आइए जानते हैं इसके बारे में-
लाल रंग किसका प्रतीक
लाल रंग उत्साह, सौभाग्य, रोमांच और नए जीवन का प्रतीक है. यह धर्मिक उत्सवों में भाग लेने वालों की ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रयुक्त होता है. कहा जाता है कि यह रंग अनंत काल, पुनर्जन्म की धारणाओं का प्रतिनिधित्व करता है.
ज्योतिष में लाल रंग
ज्योतिष में लाल रंग को उत्साह और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला माना गया है. यह इच्छाशक्ति में दृढ़ता में बढ़ोतरी के साथ बाधाओं को दूर रखने में सहायक सिद्ध होता है.
हिंदू धर्म में लाल रंग का महत्व
हिंदू धर्म में रीति-रिवाजों, संस्कारों, जीवनशैली के अलावा रंगों को भी महत्वपूर्ण बताया गया है. इसमें लाल रंग को विशेष महत्व दिया गया है.
धार्मिक ग्रंथों में लाल रंग देवी दुर्गा, हनुमान जी और देवी लक्ष्मी का भी प्रिय रंग माना जाता है.
शुभ मौकों पर लगाए जाने वाले तिलक का रंग लाल भी शौर्य और विजय का प्रतीक है.
पूजा-पाठ के दौरान भगवान की मूर्ति के नीचे कपड़ा बिछाना हो या फिर शुभ कार्यों में सिन्दूरी रंग या अन्य मुख्य रंगों के प्रयोग की बात हो, सभी में लाल रंग का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाता है.
यह रंग उनके भावी जीवन में खुशियां लाता है. शादी के दौरान नई नवेली दुल्हन लाल रंग का जोड़ा पहनती है, इसे सुहाग का रंग भी कहा जाता है.
बजट में लाल रंग का इस्तेमाल क्यों ?
बजट में लाल रंग के कपड़े या सूटकेस इस्तेमाल करने का गहरा महत्व है. लाल रंग के कपड़े और सूटकेस में बजट पेश कर सरकार जनता को शक्ति, सामर्थ्य और स्थिरता का संदेश देती है. दरअसल लाल को एक शक्तिशाली रंग माना जाता है जो ऊर्जा, शक्ति और अधिकार का प्रतीक है. यह सूरज, अग्नि और जीवन से जुड़ा है. इसका उपयोग कई संस्कृतियों में धन, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक के रूप में किया जाता है.
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