बाघ के पेशाब से क्या वाकई हो सकता है अर्थराइटिस का इलाज? जान लीजिए एक्सपर्ट का जवाब

Life Style

बाघ के पेशाब से गठिया की बीमारी ठीक हो जाएगी? यह बात सुनकर एक पल के लिए किसी को भी हैरानी हो सकती है. कुछ लोग ऐसे ही होंगे जो कहेंगे क्या बकवास बात है. दरअसल, हम ऐसा बिल्कुल नहीं कह रहे हैं बल्कि ऐसा कुछ कारनामा इन दिनों चीन कर रहा है. चीन में बाघ के पेशाब से भरी 250 ग्राम की बोतलें 600 रुपये में बेची जा रही है. इसे बेचने वाले दावा कर रहे हैं कि बाघ के पेशाब से गठिया जैसी गंभीर बीमारी से हमेशा के लिए निजात मिल जाएगा. 

के इलाज के लिए बाघ के मूत्र को बढ़ावा देते हुए देखा गया. साउथ-वेस्ट चीन के सिचुआन जीले के बिफेंगक्सिया जू ने दावा किया कि व्हाइट वाइन और बाघ के पेशाब को मिलाने से एक शानदार दवा बन जाता है. जिसके इस्तेमाल के बाद हड्डी से जुड़ी बीमारियां ठीक हो जाती है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) के अनुसार यह मामला तब मीडिया में आया जब चिड़ियाघर में आए एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर इसके बारे में पोस्ट किया.

बाघ के पेशाब का इस्तेमाल कैसे करना है?

आउटलेट के अनुसार बोतलों पर लिखे टेक्स्ट में दावा किया गया है कि बाघ के पेशाब का रुमेटीइड गठिया, मोच और मांसपेशियों के दर्द पर काफी ज्यादा असर हो रहा है. बोतल पर इस्तेमाल करने का तरीका भी बताया गया है. जिसमें सबसे पहले व्यक्ति को अदरक के स्लाइस का सबसे पहले गठिया वाले एरिया में लगाना होगा और इसके बाद व्हाइट वाइन और बाघ के पेशाब के मिक्सचर को मिलाकर इसे पीना है. चिड़ियाघर का दावा है कि इसे आप आराम से पी सकते हैं. हालांकि, यह भी चेतावनी दी जा रही है कि एलर्जी की स्थिति में इसे बंद कर देना चाहिए.

चिड़ियाघर में काम करने वाले एक वर्कर ने आउटलेट को बताया कि बाघ का पेशाब उस बेस में जमा होता है जहां बाघ पेशाब करते हैं. पेशाब को एक बेसिन में जमा किया जाता है. हालांकि, यह बोतल पर बिल्कुल भी साफ नहीं किया गया है कि बेचे जाने से पहले उस टॉयलेट को फिल्टर किया जा रहा है या नहीं. 

गठिया में बाघ के पेशाब के इस्तेमाल पर हेल्थ एक्सपर्ट ने क्या कहा?

एबीपी हिंदी लाइव ने इस मामले की सच्चाई जानने के लिए ‘नारायण सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल’, हावड़ा के डॉक्टर अजीत सिंह से खास बातचीत की. डॉक्टर अजीत ‘ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में सीनियर कंसल्टेंट हैं. डॉक्टर ने साफ कहा कि इस तरह के दवा लेने की इजाजत तो मैं बिल्कुल नहीं दूंगा. फिलहाल इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. लेकिन एक बात बिल्कुल कहूंगा कि इस तरह से बाघ के पेशाब का इस्तेमाल करना इंफेक्शन का खतरा बढ़ा सकता है. क्योंकि गठिया इतनी गंभीर बीमारी है कि अगर इसका सही से इलाज नहीं किया गया तो यह गंभीर रूप ले सकती है. 

यह भी पढ़ें: Male Menopause: क्या मर्दों को भी होती है महिलाओं के मेनोपॉज जैसी दिक्कत? ढलती उम्र के साथ शरीर पर ऐसे पड़ता है असर

गठिया के कारण और लक्षण

गठिया यानी कि अर्थराइटिस अलग-अलग प्रकार के होते हैं, जिनके कारण और लक्षण भी अलग हो सकते हैं. इसमें आमतौर पर जोड़ों में दर्द, सूजन, स्ट्रेस महसूस हो सकता है. गठिया का कारण संक्रमण, अनुवांशिक दोष या चोट भी हो सकता है. इसमें शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द होता है, खासकर जॉइंट्स पेन होता है, कई बार सूजन आ जाती है, मांसपेशियों में दर्द रहता है.

इसे कम करने के लिए चलना, तैरना, साइकलिंग करना, स्ट्रेचिंग, योग करने से काफी मदद मिलती है. इसके अलावा अर्थराइटिस की समस्या को कम करने के लिए कैल्शियम युक्त फूड आइटम का सेवन करना चाहिए और बॉडी में कैल्शियम की कमी नहीं होने देना चाहिए. 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

यह भी पढ़ें: अंजीर खाना सेहत के लिए है फायदेमंद, जानें सही समय और एक दिन में कितना खाना चाहिए?

SHARE NOW