आपकी टॉयलेट सीट से हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां, जानें कैसे रखें इसे साफ

Health

अक्सर हम पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करने से बचते रहते हैं. क्योंकि वह काफी ज्यादा गंदे रहते हैं. ऑफिस, होटल या रेस्टोरेंट में टॉयलेट सीट पर कीटाणुओं के होने का ख्याल शायद यही कारण है कि बहुत से लोग वहां कम से कम समय बिताते हैं. पब्लिक टॉयलेट का रखरखाव ठीक से किया नहीं जाता है. जिसके कारण इसमें इंफेक्शन होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है. सिर्फ़ गंदे टॉयलेट सीट पर बैठने से बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. टॉयलेट सीट से आपको कौन-कौन से संक्रमण हो सकते हैं. इसके बारे में हम विस्तार से बात करेंगे. 

ई. कोली या एस्चेरिचिया कोली
ई. कोली एक बैक्टीरिया है जो मल में पाया जा सकता है. प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्वेता एमपी का कहना है. अगर यह श्लेष्म झिल्ली के संपर्क में आता है या आपके शरीर में प्रवेश करता है तो यह जठरांत्र संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है.

साल्मोनेला
यह एक ऐसा बैक्टीरिया है जो खाने में गंदगी का कारण बन सकता है. यह पब्लिक टॉयलेट की सीटों पर मौजूद हो सकता है और मल संदूषण के कारण आप संक्रमित हो सकते हैं. आमतौर पर टॉयलेट में पाए जाने वाले बैक्टीरिया इन्फ्लूएंजा, हेपेटाइटिस, ई.कोली, स्टेफिलोकोकस, स्ट्रेप्टोकोकस, शिगेला, साल्मोनेला और नोरोवायरस होते हैं. आइए जानते हैं कि आप अपनी टॉयलेट सीट से किन पांच इन्फेक्शन्स के शिकार हो सकते हैं. 

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI): लोगों को अगर कहीं से सबसे ज्यादा UTI होने का खतरा होता है, तो वह है उनकी टॉयलेट सीट. गंदी टॉयलेट सीट पर मौजूद बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं. यूटीआई में कीटाणु मूत्राशय, मूत्रमार्ग और कभी-कभी किडनी को भी संक्रमित कर देते हैं. इनसे बचने के लिए टॉयलेट सीट को साफ करना जरूरी होता है. 

बैक्टीरियल वेजिनोसिस: एक ऐसा इंफेक्शन है, जिसमें वेजाइना में बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ जाती है. इसकी वजह से वेजाइना संक्रमित होने का खतरा होता है. महिलाओं को बैक्टीरियल वेजिनोसिस की वजह से वेजाइना में खुजली और जलन का सामना करना पड़ता है. 

प्रोस्टेटाइटिस: गंदी टॉयलेट सीट की वजह से पुरुषों को प्रोस्टेटाइटिस से जूझना पड़ सकता है. बैक्टीरिया की वजह से हुए इंफेक्शन के चलते पुरुषों का प्रोस्टेट सूज जाता है. इस वजह से उन्हें दर्द का सामना करना पड़ता है. इंफेक्शन से जननांगों, कमर जैसी जगहों में दर्द होता है और उन्हें फ्लू जैसे लक्षण भी होते हैं. 

एसटीडी: अगर टॉयलेट सीट गंदी है, तो ये आपको एसटीडी जैसी बीमारी भी दे सकती है. ऐसा नहीं है कि ये बीमारी सिर्फ आपको सार्वजनिक टॉयलेट से ही हो सकती है, बल्कि घर के टॉयलेट भी एसटीडी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. हालांकि, इस तरह एसटीडी फैलने का खतरा बहुत कम होता है. आमतौर पर ये त्वचा से त्वचा के संपर्क के जरिए फैलता है. 

ये भी पढ़ें: एनर्जी का पावर हाउस है दूध-मखाना, रोज खाना शुरू कर दें तो नहीं होंगे ये दिक्कतें

कैंडिडिआसिस: वेजाइना में यीस्ट के बढ़ने की वजह से महिलाओं में कैंडिडिआसिस हो सकता है. अगर कोई महिला गंदे टॉयलेट का इस्तेमाल कर रही है, तो उसके ऊपर इस इंफेक्शन का ज्यादा खतरा होता है. 

कुल मिलाकर अगर आपको इन बीमारियों या इंफेक्शन से बचना है, तो सबसे बेहतर ये होगा कि आप अपने टॉयलेट को साफ-सुथरा रखें. कोशिश करें कि टॉयलेट सीट को हर रोज साफ किया जाए. इसके लिए आप बाजार में मौजूद क्लिनर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

ये भी पढ़ें:क्या आपको भी लग गई है बार-बार हाथ धोने वाली आदत? जान लें ये कितना सही

SHARE NOW