सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कर्नाटक (सीयूके) आज भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में से एक के रूप में उभरा है. यह विश्वविद्यालय अपनी क्वालिटी एजुकेशन और रिसर्च के लिए जाना जाता है. सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कर्नाटक की स्थापना वर्ष 2009 में संसद के अधिनियम द्वारा की गई थी. यह कर्नाटक राज्य का दूसरा केंद्रीय विश्वविद्यालय है. शुरुआत में, विश्वविद्यालय ने अस्थायी परिसर से अपना कार्य आरंभ किया था, लेकिन वर्तमान में यह कलबुरगी जिले के कदगंची गाँव में अपने स्थायी 654 एकड़ के विशाल परिसर में स्थित है. विश्वविद्यालय ने अपनी यात्रा कुछ विभागों से शुरू की थी, और अब यह 16 से अधिक स्कूलों और 30 से अधिक डिपार्टमेंट्स के साथ विस्तारित हो चुका है.
जानिए कैसे मिलता है सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कर्नाटक में प्रवेश
ग्रेजुएशन और मास्टर्स पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया मुख्य रूप से राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं पर आधारित है. स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए CUET-PG और स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए CUET-UG परीक्षा आयोजित की जाती है. परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाती है और उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है. पीएचडी पाठ्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET/JRF) या विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के बाद इंटरव्यू के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है.
ये है यूनिवर्सिटी का मौजूदा पाठ्यक्रम
विश्वविद्यालय विभिन्न क्षेत्रों में बैचलर्स में बीए,बीएसी, बी.कॉम, बी.टेक,BBA जैसे कोर्स और मास्टर्स में और MA, MSC, M.Com, M.Tech, और MBA जबकि पीएचडी स्तर के सभी विभागों का पाठ्यक्रम प्रदान करता है.
ये है सेंट्रल यूनिवर्सिटी का फीस स्ट्रक्चर
केंद्रीय कर्नाटक विश्वविद्यालय की फीस संरचना अन्य निजी विश्वविद्यालयों की तुलना में काफी किफायती है:
-ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम (BA/BSc/BCom): 5,000-7,000 रुपये प्रति सेमेस्टर
-मास्टर्स पाठ्यक्रम (MA/MSc/MCom): 8,000-12,000 रुपये प्रति सेमेस्टर
-इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम (B.Tech): 25,000-30,000 रुपये प्रति सेमेस्टर
-पीएचडी पाठ्यक्रम: 15,000-20,000 रुपये प्रति वर्ष
इसके अतिरिक्त, मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए विभिन्न छात्रवृत्तियां भी उपलब्ध हैं.
ये हैं यूनिवर्सिटी के प्रसिद्ध पूर्व छात्र
केंद्रीय कर्नाटक विश्वविद्यालय के कई पूर्व छात्र विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना चुके हैं जिनमें डॉ. प्रकाश नारायण जोकि प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शोध कार्य के लिए प्रतिष्ठा प्राप्त की है. सुश्री अनुपमा वर्मा जोकि प्रतिष्ठित सिविल सेवा अधिकारी, जिन्होंने UPSC परीक्षा में उच्च रैंक हासिल की. श्री विनोद कुमार जोकि प्रख्यात उद्यमी, जिन्होंने एक सफल स्टार्टअप की स्थापना की है जो अब करोड़ों का व्यापार करता है. डॉ. सुनीता रेड्डी जोकि प्रतिष्ठित चिकित्सक और मानवाधिकार कार्यकर्ता, जिन्होंने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
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