Highest Retail Inflation Rate: देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) में भले ही गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) के आंकड़ों से एक चौंकानेवाला खुलासा हुआ है. इनकी एक डेटा में खुलासा हुआ है कि फरवरी के महीने में केरल में महंगाई सबसे अधिक रही, जबकि तेलंगाना में महंगाई सबसे कम रही. इससे पता चलता है कि कुछ बड़े राज्यों में अभी भी मूल्य का दबाव बना हुआ है.
इन राज्यों में इतनी रही महंगाई दर
फरवरी में केरल में सबसे ज्यादा महंगाई 7.3 परसेंट रही, इसके बाद 4.9 परसेंट के साथ छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है. इसी तरह से कर्नाटक में महंगाई दर 4.5 परसेंट , बिहार में 4.5 परसेंट और जम्मू-कश्मीर में 4.3 परसेंट रही. तेलंगाना में रिटेल महंगाई सबसे कम 1.3 परसेंट रही. उसके बाद दिल्ली 1.5 परसेंट और आंध्र प्रदेश में 2.4 परसेंट के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर है. आकंड़ों से पता चलता है कि 22 राज्यों में से 13 राज्यों में महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक के 4 परसेंट के टारगेट से कम थी.
रिजर्व बैंक के ब्याज दर घटाने की बढ़ी उम्मीद
बुधवार को NSO की जारी की गई डेटा से पता चलता है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा मापी गई रिटेल महंगाई दर जनवरी में 4.3 परसेंट से घटकर फरवरी में 3.6 परसेंट पर आ गई, जो बीते सात महीने में सबसे कम है. यह खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आई गिरावट की वजह से है. इससे अप्रैल के महीने में रिजर्व बैंक की तरफ से इंटरेस्ट रेट घटाए जाने की उम्मीद बढ़ गई है.
गांवों में शहरों से महंगाई ज्यादा
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, SBI के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर सौम्य कांति घोष ने कहा, ”अगर हम राज्यवार महंगाई की दरों पर नजर डाले, तो बड़े राज्यों में महंगाई फरवरी में औसत से ज्यादा रही है.” उन्होंने कहा कि 12 राज्य ऐसे हैं, जहां ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में औसत महंगाई से अधिक रही है. इन राज्यों के शहरों के भी हालात ऐसे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि गांव में महंगाई शहरों के मुकाबले ज्यादा है. इसके पीछे वजह खाने-पीने की चीजों की बढ़ी कीमतें हैं.
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