Kajal for Babies Myth or Fact : हमारे देश में बच्चों को काजल लगाना एक परंपरा रही ह.। कई घरों में माना जाता है कि नवजात या छोटे बच्चों की आंखों में काजल लगाने से उनकी आंखें बड़ी और सुंदर बनती हैं. दादी-नानी अक्सर कहती हैं कि काजल लगाने से नजर नहीं लगती और आंखें साफ रहती हैं. लेकिन क्या ये बातें सच हैं या सिर्फ सदियों से चले आ रहे मिथक (Myths). आज के दौर में जब हर बात साइंस के हिसाब से मानी जाती है, जब जरूरी है इस परंपरा को भी एक्सपर्ट्स से समझा जाए. आइए जानते हैं कि क्या वाकई काजल से आंखें बड़ी होती हैं, और क्या यह बच्चों के लिए सुरक्षित है…
Myth : काजल लगाने से बच्चों की आंखें बड़ी होती हैं
Fact : यह धारणा सबसे आम ग्रामीण इलाकों और पारंपरिक परिवारों में है. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि काजल लगाने से आंखों का आकार नहीं बदलता है. यह सिर्फ एक विजुअल इल्यूजन होता है. काजल आंखों की आउटर लाइन को डार्क कर देता है, जिससे आंखें थोड़ी ज्यादा डेफिनिशन में दिखती हैं, लेकिन असल में आंखों की साइज पर कोई असर नहीं पड़ता है.
यह भी पढ़ें : क्या होती है बच्चों को लगाई जाने वाली पेनलेस वैक्सीन, जानें इसके फायदे और नुकसान
क्या काजल बच्चों के लिए सेफ है
बाल रोग विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में मिलने वाले ज्यादातर काजल में लेड (सीसा), पैराबेन और अन्य केमिकल्स होते हैं जो बच्चों की कोमल आंखों (Kajal for Baby Eyes) के लिए खतरनाक हो सकते हैं. ये आंखों में जलन, इंफेक्शन या एलर्जी भी कर सकते हैं.
एक्सपर्ट्स की चेतावनी
काजल लगाने से बच्चों की आंखों में धूल या बैक्टीरिया पहुंच सकते हैं. ये आंखों की नेचुरल फ्लोरा को डिस्टर्ब कर सकता है. छोटे बच्चों में काजल से आंख आना, लाल होना, सूजन या ब्लॉक टियर डक्ट जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं.
क्या घर में बना काजल सेफ है
कुछ लोग मानते हैं कि घी या तेल से बना देसी काजल सेफ होता है. हालांकि ये केमिकल-फ्री होता है, लेकिन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कोई भी चीज जो आंखों के अंदर जा सकती है, वो रिस्क फ्री नहीं होती है. बच्चों की आंखें बेहद सेंसेटिव होती हैं.
क्या करें, क्या नहीं
अगर आप काजल लगाना ही चाहते हैं तो बहुत हल्के हाथ से बाहरी लाइन पर लगाएं.
हर बार काजल अप्लाई करने से पहले हाथ और स्टिक क्लीन करें.
आंखों के अंदर काजल न लगाएं.
अगर किसी भी तरह की जलन या रेडनेस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
बच्चों की खूबसूरती को नेचुरल रहने दें,आंखें जैसी हैं, वैसी ही सबसे सुंदर होती हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें : बार-बार प्यास लगती है? कहीं ये बड़ी बीमारी का अलार्म तो नहीं