हाई वर्कलोड से भी ज्यादा खतरनाक पार्टनर से पंगेबाजी, मेंटल हेल्थ पर पड़ता है इतना बुरा असर

एक खराब रिश्ता आपके लिए हाई वर्कलोड से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. मेंटल स्ट्रेस आजकल तकरीबन ज्यादातर लोगों को है. किसी को काम का स्ट्रेस है तो किसी को पर्सनल लाइफ का. दरअसल, मेंटल स्ट्रेस एक बहुत बड़ा कारण है, जिसकी वजह से लोग एंजायटी और डिप्रेशन तक के शिकार हो जाते हैं. सीनियर साइकोलॉजिस्ट डॉ. शानू श्रीवास्तव ने बताया कि हाई वर्कलोड से भी ज्यादा खतरनाक खराब रिश्ता यानी बैड रिलेशनशिप होता है, क्योंकि आप पूरे दिन के काम के बाद जब घर आते हैं और अपने पार्टनर के साथ कुछ वक्त गुजारना चाहते हैं, तब अगर वहां आपकी बातचीत अच्छी नहीं है तो वह आपके ऊपर बहुत ज्यादा गहरा असर करती है.

टॉक्सिक रिलेशन से कॉन्फिडेंस में आती है कमी

अगर पार्टनर के साथ आपका रिलेशनशिप अच्छा नहीं है और आप बैड रिलेशनशिप के शिकार हैं तो इससे आपके ऊपर गहरा असर हो सकता है. इसके बारे में डॉ. शानू श्रीवास्तव ने बताया कि आप जब अपने पार्टनर से बातचीत करने की कोशिश करते हैं और अपनी वर्क लाइफ के बारे में कुछ डिस्कस करते हैं तो आपका मन हल्का होता है. अगर पार्टनर के साथ आपका मनमुटाव है तो दोनों के बीच होने वाली कहासुनी आपके कॉन्फिडेंस को कम करती है. इससे सेल्फ एस्टीम भी हर्ट होती है. 

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दरअसल, एक तरफ आप अपने हाई वर्कलोड से डील कर रहे होते हैं और दूसरी तरफ आप टॉक्सिक रिलेशनशिप को झेलते हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इसका आपकी मेंटल हेल्थ पर बहुत गहरा और बुरा असर पड़ता है, जिससे लोग एंजायटी के शिकार हो रहे हैं. आप अपने काम और हाई वर्कलोड को कुछ हद तक डील कर लेते हैं, लेकिन टॉक्सिक रिलेशनशिप को डील करना लोगों के लिए काफी मुश्किल हो जाता है. 

इंडिपेंडेंट होना बहुत ज़रूरी

एक्सपर्ट शानू श्रीवास्तव बताती हैं कि अगर आप हाई वर्कलोड जॉब या प्रोफेशन में हैं और दूसरी तरफ टॉक्सिक रिलेशनशिप को डील कर रहे हैं तो आपके लिए  काफी मुश्किल होगी. हालांकि, इससे निकलने के उपाय भी सिर्फ आपके पास ही होता है. ऐसे में आपको खुद को इतना इंडिपेंडेंट बनाना है कि आप अपने आप को किसी से भी कम न समझें. जब आप अपने आप में कॉन्फिडेंट फील करेंगे तो आप किसी भी गलत बात को बर्दाश्त नहीं करेंगे. इससे आप अपने रिलेशनशिप को हेल्दी बनाने में भी कामयाब हो पाएंगे. 

हाई वर्कलोड को कैसे करें डील?

दुनिया की लगभग 60% आबादी काम में लगी हुई है.  सभी कर्मचारियों को काम के सुरक्षित और हेल्दी वातावरण का अधिकार है. काम मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा कर सकता है. अच्छा काम मेंटल हेल्थ बेहतर करने में मदद करता है, जिससे आपको काफी फायदा होता है. इनमें जीवनयापन, आत्मविश्वास, उद्देश्य और उपलब्धि की भावना, सकारात्मक संबंधों और समुदाय में समावेश का अवसर, बैलेंस्ट रुटीन आदि शामिल है. जो लोग मेंटल हेल्थ से जूझते हैं, उनके लिए बेहतर वर्क प्लेस कॉन्फिडेंट बना सकता है.

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