‘दस साल में बद से बदतर हुई दिल्ली’, AAP और अरविंद केजरीवाल पर अमित शाह ने साधा निशाना

Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिहाज से रविवार (26 जनवरी 2025) का दिन काफी अहम रहा. एक तरफ जहां अरविंद केजरीवाल की लगातार जनसभाएं हुईं तो दूसरी तरफ गृहमंत्री अमित शाह ने नरेला में जनसभा कर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को घेरा.

गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नरेला में बड़ी जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने नरेला से भाजपा प्रत्याशी राज करन खत्री के समर्थन में आयोजित इस जनसभा में कहा कि 75 साल पूरा करके हमारा संविधान 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इन वर्षो में हमारी जनता ने लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने का काम किया है. 

अमित शाह ने कहा, “लोकतंत्र का ही कमाल है कि गरीब चाय वाले का बेटा नरेंद्र मोदी देश का तीसरी बार प्रधानमंत्री चुनकर आया और यह लोकतंत्र का ही कमाल है कि आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति हैं. एक समान्य जाट का बेटा आज देश का उपराष्ट्रपति बनकर बैठा है और इससे पहले एक गरीब दलित का बेटा रामनाथ कोविंद देश के राष्ट्रपति बने. यह सब संविधान का कमाल है. इसलिए आज हम आस लगाए हैं कि संविधान के अधीन चुनाव होगा. 5 को चुनाव होगा, 8 फरवरी को काउंटिंग होगी और दिल्लीवाले आप-दा से मुक्त हो जाएंगे, केजरीवाल के कुशासन का अंत 8 को हो जाएगा.”

केजरीवाल सरकार के कामों पर उठाए सवाल

गृहमंत्री अमित शाह ने केजरीवाल सरकार के 10 सालों के किए गए कामों पर सवाल उठाते हुए दिल्ली को बदहाल बताया. उन्होंने कहा, “केजरीवाल के शासन के अंदर इस दस साल के अंदर बद से बदतर हो गई. 10 सालों में कई राज्य जहां डबल इंजन की सरकार में कहां से कहां तक पहुंच गईं लेकिन दिल्ली को जलभराव, गंदे पानी, कूड़े, बाग बगीचे सूखे और अस्पतालों में सुविधाओं का अभाव से जुझना पड़ा. स्वच्छ पीने का पानी मिलता नहीं, स्कूलों की हालत ठीक नहीं और बनाएं हुए मोहल्ला क्लीनिक किसी के काम नहीं आते. इन्होंने न सिर्फ अव्यवस्थाएं कीं बल्कि जो पूर्वांचली देश के कोने-कोने में जाकर अपने पसीने से देश का मान बढ़ाया है उनका अपमान करने का काम अरविंद केजरीवाल ने किया है.”  

फिर एक बार उठा पूर्वांचल का मुद्दा

दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार पूर्वांचल का मुद्दा तूल पकड़ा हुआ है और बार-बार पूर्वांचल के लोगों को लेकर बयान सामने आ रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने भी एक बार फिर पूर्वांचलियों का मुद्दा छेड़ दिया उन्होंने कहा, “यह पूर्वांचलियों को कहते हैं फर्जी वोटर्स इसलिए मैं पूछना चाहता हूं कि बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से आए भाई बहनों को दिल्ली में वोट देने का अधिकार नहीं है. उन्होंने पूर्वांचल भाई बहनों को कोरोना में दिल्ली से भगाने का काम किया और कहते थे कि पांच सौ रुपये का टिकट लेकर आते हैं और 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज कराकर जाते हैं. पूर्वांचलवासियों को मैं कहना चाहता हूं कि भाजपा सरकार बनाइए दस लाख रुपये का मुफ्त इलाज कराने का काम हम करेंगे.”

अमित शाह ने कहा, “देश भर के गरीब को आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त हो रहा है लेकिन केजरीवाल ने दिल्लीवालों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज से दूर रखने का पाप किया. केजरीवाल कहते थे कि छठ पूजा के लिए यमुना की सफाई हम करेंगे लेकिन आज 10 साल हो गए और मैं पूर्वांचल भाई बहनों से पूछना चाहता हूं कि छठ पूजा करने जाते वक्त क्या यमुना जी में डूबकी लगा सकते हैं क्या. घाट अच्छे हुए हैं क्या.”

यमुना में डुबकी पर सियासत तेज़

दिल्ली विधानसभा चुनाव की शुरुआत तो तब से ही हो गई थी जब छठ पूजा को लेकर दिल्ली में यमुना का मुद्दा छाया. दिल्ली में यमुना की गंदगी और उसमें सफेद झाग पर जमकर सियासत हुई और आज तक वह मुद्दा ताजा है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच पहुंच रही है.

गृह मंत्री अमित शाह ने जनता के बीच इस बात को दोहराया कि दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा इस यमुना में डुबकी लगाकर बीमार हो गए. उन्होंने कहा, केजरीवाल के वादे के धोखे में आकर प्रदेश अध्यक्ष ने यमुना में डुबकी लगा दी और वह बीमार होकर अस्पताल पहुंच गए. केजरीवाल ने डुबकी तो नहीं लगाई लेकिन हमने उनके कटआऊट को डुबकी लगवाई.

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