सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा (CUH) की स्थापना 2009 में केंद्र सरकार द्वारा महेन्द्रगढ़ जिले के महक में की गई थी. यह विश्वविद्यालय हरियाणा के शैक्षणिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण स्थान बन चुका है, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्रदान करना और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है. विश्वविद्यालय का संकल्प छात्रों को एक सशक्त और ज्ञानपूर्ण भविष्य देने का है.
ये है एंट्रेंस प्रोसेस
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा में प्रवेश के लिए छात्रों को सीयूईटी (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) परीक्षा पास करनी होती है. इस परीक्षा के परिणामों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाती है और उसी के आधार पर छात्रों को प्रवेश दिया जाता है. सीयूईटी के माध्यम से विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए छात्रों को संबंधित विषय में अच्छा प्रदर्शन करना होता है.
यूनिवर्सिटी में चलते हैं ये कोर्स और पाठ्यक्रम
यह विश्वविद्यालय विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में शिक्षा प्रदान करता है. स्नातक स्तर पर बी.ए. (ऑनर्स), बी.एससी. (ऑनर्स), बी.कॉम (ऑनर्स) के कोर्स उपलब्ध हैं, जबकि स्नातकोत्तर स्तर पर एम.ए., एम.एससी., एम.कॉम, एम.एड. और पीएचडी कार्यक्रम भी उपलब्ध हैं. इन कोर्सों में छात्रों को विशेषज्ञता प्राप्त करने और अपने क्षेत्र में बेहतर करियर बनाने का मौका मिलता है.
ये है यूनिवर्सिटी का फीस स्ट्रक्चर
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा की फीस संरचना बेहद सस्ती और छात्र-हितैषी है. स्नातक कोर्स की वार्षिक फीस लगभग 20,000 से 30,000 रुपये तक होती है, जबकि स्नातकोत्तर कोर्स की फीस 25,000 से 40,000 रुपये प्रति वर्ष है. पीएचडी के लिए शुल्क लगभग 5,000 से ₹10,000 रुपये प्रति वर्ष है, जो इसे उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों के लिए एक सुलभ विकल्प बनाता है.
प्रसिद्ध पूर्व छात्र
इस विश्वविद्यालय से कई प्रतिभाशाली छात्रों ने अपनी शिक्षा पूरी की है और विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल की है. इनमें राहुल शर्मा, जो एक प्रमुख टेक कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं, डॉ. अंजली सिंह, जो एक प्रतिष्ठित शोधकर्ता हैं, और विक्रम चौधरी, जो एक सफल उद्यमी हैं, शामिल हैं. इन छात्रों ने विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है और अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से साबित किया है कि CUH शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संस्थान है.