Asaduddin Owaisi On Bihar Election: बिहार में इसी साल के अंत तक विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर अभी से ही राजनीतिक बिसात बिछने शुरू हो गए हैं. इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि उनकी पार्टी इस साल के अंत में प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी.
बिहार चुनाव को लेकर क्या बोल गए ओवैसी?
हैदराबाद के सांसद ओवैसी वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में भाग लेने के लिए पटना आये थे. उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि मेरी पार्टी (विधानसभा चुनावों में) अच्छा प्रदर्शन करेगी. हमारे उम्मीदवार जीतेंगे और विधायक बनेंगे. एआईएमआईएम के अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘बस इंतजार करें और देखिए क्या होता है.”
पिछले चुनाव में शानदार प्रदर्शन
2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इनमें से उसने 5 पर जीत दर्ज की थी. ये सभी सीटें सीमांचल की थी, जिसे मुस्लिम बाहुल इलाका माना जाता है. हालाांकि दो साल बाद 2022 में ओवैसी को झटका लगा था. उनकी पार्टी के पांच में से चार विधायकों ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेड़ी) का दामन थाम लिया था. 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में एआईएमआईएम एक भी सीट नहीं जीत सकी थी.
बिहार चुनाव को लेकर राजनीति तेज
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए ने तैयारियां शुरू कर दी है. बिहार में हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर राजनीति काफी चर्चा में रही है. इस बार आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने पशुपति पारस को भोज का निमंत्रण भेजा, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों ने कयास लगाने भी शुरू हो गए हैं. राबड़ी देवी के आवास पर दोनों नेताओं की मुलाकात हुई. इस मीटिंग के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, “पशुपति पारस से हम लोगों का पारिवारिक संबंध है. रामविलास पासवान से भी हम लोगों का संबंध रहा है. दोनों नेताओं ने लालू यादव के साथ काम किया है.”
ये भी पढ़ें : Saif Ali Khan Attack Case: चोर घर में कैसे घुसा, उसका पीछा क्यों नहीं किया? सैफ अली खान अटैक मामले में अनसुलझे हैं 10 सवाल