Delhi Assembly Elections 2025: अवध ओझा के सामने आई कौन सी बड़ी दिक्कत, ताजा इंटरव्यू में कर दिया खुलासा

Delhi Elections: AAP पार्टी के उम्मीदवार अवध ओझा ने आगामी चुनावी अभियान को लेकर एक इंटरव्यू में कई खुलासे किए हैं. ओझा जो कि एक शिक्षक और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी हैं, उन्होंने हाल ही में बताया कि उनके लिए चुनाव केवल राजनीति में भागीदारी नहीं बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में अहम बदलाव लाने का अवसर है. ओझा ने इस अवसर पर स्थानीय वोटरों से अपील की कि वे अपनी वोटर आईडी की स्थिति पर ध्यान दें और चुनाव में अपने वोट का इस्तेमाल जरूर करें. इसके अलावा उन्होंने अपने निजी अनुभवों और शिक्षा से संबंधित विचारों को शेयर किया.

ओझा ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान आई एक महत्वपूर्ण अड़चन के बारे में बताया, जिसमें उन्हें दिल्ली में अपने वोटर आईडी को ट्रांसफर करने में समस्या का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा “हमने 7 तारीख को अपना फॉर्म जमा किया, लेकिन विभाग ने 6 तारीख तक का ही नोटिस जारी किया जो कि कानूनी तौर पर गलत था.” ओझा ने इसे आम आदमी पार्टी के चुनावी प्रक्रिया में हो रही घेराबंदी का हिस्सा बताया.

ओझा का मिशन शिक्षा के क्षेत्र में सुधार 

अवध ओझा ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार को अपने अभियान का केंद्रीय मुद्दा बताया. उन्होंने कहा कि सरकार को सबसे ज्यादा निवेश शिक्षकों के प्रशिक्षण और शिक्षा प्रणाली में करना चाहिए. उनका मानना ​​है कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर बदलाव लाने से ही समाज में सशक्त नागरिक तैयार हो सकते हैं. ओझा ने अपनी भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य छात्रों के बीच जागरूकता फैलाना है ताकि वे समझ सकें कि शिक्षा के बिना सफलता असंभव है. साथ ही उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे सरकारी स्कूलों में बेहतर बसों का संचालन बच्चों को शिक्षा हासिल करने में मदद कर रहा है.

ओझा का शिक्षा में बदलाव का मिशन

ओझा ने ये स्पष्ट किया कि उनका प्राथमिक उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाना है. वह हमेशा से चाहते थे कि वह प्रयागराज से चुनाव लड़ें, लेकिन जब वह संभव नहीं हो सका तो उन्होंने दिल्ली को अपनी कर्मभूमि चुनी. ओझा का कहना था कि शिक्षा के महत्व को समझाना उनके लिए सबसे बड़ा मिशन है. वे मानते हैं कि एक अच्छे नागरिक के रूप में छात्रों को तैयार करना बहुत जरूरी है. ओझा ने ये भी कहा कि उन्हें मंत्री पद की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है बल्कि वह शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए हर अवसर का इस्तेमाल करना चाहते हैं.

राजनीति में शिक्षा के मिशन को बढ़ावा देना

अवध ओझा का चुनावी अभियान शिक्षा और जागरूकता के संदेश से भरा हुआ है. उनका कहना है कि शिक्षा को किसी भी समाज का सबसे बड़ा धन मानते हुए वह इसे देशभर में लागू करने की योजना बना रहे हैं. ओझा का ये प्रयास केवल राजनीतिक जीत तक सीमित नहीं है बल्कि ये एक सामाजिक बदलाव की दिशा में कदम है. उनके अनुसार शिक्षा का सही दिशा में इस्तेमाल बच्चों को बेहतर भविष्य की ओर मार्गदर्शन कर सकता है.

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