मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) की स्थापना 1998 में भारत सरकार द्वारा संसद के एक अधिनियम के माध्यम से की गई थी. यह विश्वविद्यालय हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित है और इसका नामकरण स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के नाम पर किया गया है. इस विश्वविद्यालय की स्थापना का मुख्य उद्देश्य उर्दू भाषा के माध्यम से उच्च शिक्षा को बढ़ावा देना और उर्दू भाषी समुदायों को शैक्षिक अवसर प्रदान करना है.
ये है एडमिशन प्रोसेस
MANUU एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है जो यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) द्वारा मान्यता प्राप्त है. विश्वविद्यालय ने अपनी शैक्षणिक यात्रा 1998 में शुरू की और वर्तमान में देश भर में कई परिसरों और दूरस्थ शिक्षा केंद्रों के साथ विकसित हो चुका है. एडमिशन पाने के लिए छात्रों को CUET की परीक्षा में शामिल होना होता है.
यूनिवर्सिटी में पढ़ाए जा रहे हैं ये कोर्स
MANUU में UG और PG में नीचे दिए कोर्स पढ़ाए जा रहे हैं:
बैचलर्स कोर्सेज
– बीए (उर्दू, अंग्रेजी, हिंदी, अरबी, फारसी)
– बी.एससी (मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री, कंप्यूटर साइंस)
– बी.कॉम
– बीएड
– पॉलिटेक्निक डिप्लोमा
मास्टर्स कोर्सेज
– एमए (उर्दू, अंग्रेजी, हिंदी, अरबी, फारसी, इस्लामिक स्टडीज)
– एम.एससी (मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री)
– एम.कॉम
– एमएड
– एमबीए
– एमसीए
व्यावसायिक पाठ्यक्रम
– जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
– सोशल वर्क
– वोकेशनल कोर्सेज
विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा मोड में भी कई पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले छात्र भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं.
ये है यूनिवर्सिटी में फीस स्ट्रक्चर
MANUU में विभिन्न कोर्स की फीस नीचे दी गई है:
बैचलर्स कोर्सेज:
– बीए: प्रति सेमेस्टर 5,000-7,000 रुपये
– बी.एससी: प्रति सेमेस्टर 6,000-8,000 रुपये
– बी.कॉम: प्रति सेमेस्टर 5,000-7,000 रुपये
– बीएड: प्रति वर्ष 25,000-30,000 रुपये
– पॉलिटेक्निक डिप्लोमा: प्रति सेमेस्टर 8,000-10,000 रुपये
मास्टर्स कोर्सेज
– एमए: प्रति सेमेस्टर 7,000-10,000 रुपये
– एम.एससी: प्रति सेमेस्टर 8,000-12,000 रुपये
– एम.कॉम: प्रति सेमेस्टर 7,000-10,000 रुपये
– एमएड: प्रति वर्ष 30,000-35,000 रुपये
– एमबीए: प्रति सेमेस्टर 20,000-25,000 रुपये
– एमसीए: प्रति सेमेस्टर 15,000-20,000 रुपये
शोध पाठ्यक्रम:
– एम.फिल: प्रति वर्ष 15,000-20,000 रुपये
– पीएचडी: प्रति वर्ष 20,000-25,000 रुपये
MANUU एक सरकारी विश्वविद्यालय होने के कारण अन्य निजी विश्वविद्यालयों की तुलना में कम शुल्क लेता है. साथ ही, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाएं भी उपलब्ध हैं.
ये हैं यूनिवर्सिटी के प्रसिद्ध पूर्व छात्र
अब आगे जानते है MANUU से निकले कुछ प्रसिद्ध व्यक्तित्व के बारे में
-डॉ. शाहिद जमाल अंसारी: प्रसिद्ध उर्दू साहित्यकार और शिक्षाविद, जिन्होंने कई पुस्तकें लिखी हैं और वर्तमान में एक प्रमुख उर्दू पत्रिका के संपादक हैं.
-नजमा अख्तर: प्रसिद्ध पत्रकार और लेखिका, जिन्होंने कई राष्ट्रीय समाचार पत्रों और न्यूज चैनलों के साथ काम किया है.
-प्रो. मोहम्मद आसिफ: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त इस्लामिक स्कॉलर, जिन्होंने कई देशों में व्याख्यान दिए हैं.
-सईद हामिद: प्रसिद्ध शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता, जिन्होंने उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
-तारिक मंसूर: प्रसिद्ध उर्दू कवि और लेखक, जिन्होंने कई साहित्यिक पुरस्कार जीते हैं.
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