सिर्फ चिकन ही नहीं इन जानवरों में भी हो सकता है बर्ड फ्लू, जान लीजिए लक्ष

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Bird Flu : महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में बर्ड फ्लू के कई केस सामने आए हैं. महाराष्ट्र के 6 जिलों में इसे रोकने के लिए इस साल अब तक हजारों मुर्गियों को मारा गया है और अंडे नष्ट किए गए हैं. सबसे बड़ी चिंता की बात है कि बर्ड फ्लू सिर्फ पोल्ट्री फार्म तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इन इलाकों के बाघ, तेंदुए, गिद्ध और कौवे भी संक्रमित होने लगते हैं.

इसकी वजह से 693 पक्षियों और जानवरों की मौत हो चुकी है. आंध्र पर्देश में तो संक्रमण रोकने के लिए 1.50 लाख मुर्गियों को मार दिया गया है लेकिन सवाल उठता है कि क्या बर्ड फ्लू (Bird Flu) चिकन से ही फैलता है या अन्य जानवरों से भी हो सकता है. आइए जानते हैं जवाब…

बर्ड फ्लू क्या है

यह एक इन्फ्लूएंजा वायरस से होने वाली बीमारी है, जो पक्षियों और जानवरों को होती है लेकिन कई बार संक्रमित जानवरों से इंसानों में भी फैल सकती है. अभी तक बर्ड फ्लू के इंसानों से इंसानों में फैलने  का कोई केस नहीं मिला है.

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क्या बर्ड फ्लू सिर्फ चिकन से ही होता है

बर्ड फ्लू सिर्फ चिकन में ही नहीं, बल्कि बिल्ली, कुत्ते और डेयरी पशु, बत्तख, हंस, सारस, कबूतर, तोता और सूअर से भी फैल सकता है. इसलिए इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि यह सिर्फ मुर्गियों और चिकन से ही फैलता है. इसके लक्षण नजर आते ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए.

बर्ड फ्लू के लक्षण 

गले में खराश-खांसी

सांस लेने में परेशानी

तेज बुखार

आंख-सिर में दर्द

पेट दर्द या डायरिया

बहुत कमजोरी या थकान

मसल्स पेन

नाक बहना

बर्ड फ्लू का सबसे ज्यादा खतरा किसे

जो मुर्गी पालन करते हैं

मुर्गी और अंडे ट्रांसपोर्ट करने वाले

संक्रमित क्षेत्रों या आसपास रहने वाले

चिकन-अंडा खाने वाले

जो डॉक्टर-नर्स मरीज का इलाज करते हैं

संक्रमित की देखभाल करने वाले

बर्ड फ्लू से कैसे बचें

पोल्ट्री फार्म या पक्षी विहार में जाने से बचें

मरे पक्षी को छूने से बचे

घर के पालतू जानवरों को ग्लव्स पहनकर ही छुएं.

मुर्गी-अंडे खाना अवॉयड करें या अच्छी तरह पकाकर खाएं

पक्षी या जानवरों के पास से आकर हाथ सैनेटाइज करें

बिना हाथ धोए चेहरे को न छुए

मास्क पहनकर ही बाजार जाएं

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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