सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा! बच्चों की पढ़ाई और व्यवहार को लेकर संघर्ष कर रहे माता-पिता, सहयोग की दरकार

बच्चों की पढ़ाई और व्यवहार को लेकर माता-पिता को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की ओर से कराए गए एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है. सर्वेक्षण में 13,000 अभिभावकों ने हिस्सा लिया जिससे यह पता चला कि अधिकांश माता-पिता को अपने बच्चों की शैक्षणिक और भावनात्मक जरूरतों को पूरा करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.

हालांकि, कई माता-पिता इस जिम्मेदारी को निभाने में आत्मविश्वास महसूस करते हैं. मगर एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है जिसे अतिरिक्त सहायता की जरूरत है. सर्वे में पाया गया कि 40.1% माता-पिता को कभी-कभी बच्चों के व्यवहार से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जबकि 5.5% अभिभावकों को इसके लिए अतिरिक्त सहायता की जरूरत होती है. वहीं, 54.45% माता-पिता को लगता है कि वे इन चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम हैं.

शैक्षणिक मामलों में 53.5% अभिभावकों को अपने बच्चों की पढ़ाई में मदद करने का भरोसा है, लेकिन 40.9% माता-पिता कभी-कभी कठिनाई महसूस करते हैं. जबकि 5.65% को अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होती है.

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माता-पिता की चिंताएं

सर्वे के अनुसार 43.5% माता-पिता को लगता है कि वे पूरी तरह से समझते हैं कि उनके पालन-पोषण के फैसले बच्चों के विकास को कैसे प्रभावित करते हैं. वहीं, 36.8% माता-पिता इससे जुड़ी और जानकारी चाहते हैं. जबकि 19.7% अभी भी इस प्रक्रिया को समझने की कोशिश कर रहे हैं. सर्वे में शामिल 49% माता-पिता मानते हैं कि स्कूल अभिभावकों को उचित सहयोग देते हैं, जबकि 29.5% को लगता है कि स्कूलों को और अधिक मदद देनी चाहिए.

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किन फील्ड में अधिक सहायता की जरूरत

सर्वे के अनुसार 13.7% माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई में मदद चाहते हैं जबकि 12.3% बच्चों के सामाजिक कौशल विकसित करने में सहायता की आवश्यकता महसूस करते हैं. इसके अलावा 12.15% अभिभावकों को धैर्य और सकारात्मक प्रतिक्रिया देने में मुश्किल होती है.

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जर्मनी में मिलती है 10 हजार यूरो की सैलरी तो भारत में ये कितनी होगी, जानकर हो जाएंगे हैरान!

जर्मनी आज के समय में नौकरी और बिजनेस के लिए सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है. हर साल हजारों भारतीय बेहतर सैलरी और जीवन स्तर के लिए जर्मनी जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जर्मनी में मिलने वाली 10 हजार यूरो की सैलरी भारत में कितनी होगी? आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.

ये है करेंसी कनवर्जन 

सबसे पहले हमें समझना होगा कि यूरो और भारतीय रुपये (INR) के बीच एक्सचेंज रेट क्या है. 27 मार्च 2025 के वर्तमान एक्सचेंज रेट के अनुसार, 1 यूरो लगभग 92.23 रुपये के बराबर है.

  • इस हिसाब से, 10,000 यूरो = 10,000 × 92.23 = 9,22,300 रुपये प्रति माह होंगे.
  • यानी जर्मनी में 10 हजार यूरो महीने कमाने वाला व्यक्ति भारत में 9.22 लाख रुपये महीना कमाता है. यह वास्तव में एक अच्छी रकम है!

खरीद क्षमता का अंतर ये है  

हालांकि, सिर्फ करेंसी कनवर्जन से पूरी तस्वीर सामने नहीं आती. जर्मनी और भारत के बीच रहने की लागत और खरीद क्षमता (Purchasing Power) में महत्वपूर्ण अंतर है. जर्मनी में रहना भारत की तुलना में काफी महंगा है, विशेष रूप से बड़े शहरों जैसे बर्लिन और म्यूनिख में. वहां आवास, परिवहन, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा पर खर्च बहुत अधिक होता है. यूरोपीय देशों में सबसे अधिक जीवन स्तर और सुविधाएं जर्मनी में मिलती हैं. खरीद क्षमता (Purchasing Power Parity – PPP) के हिसाब से देखें, तो 10 हजार यूरो मलेशिया में जो जीवन स्तर प्रदान करते हैं, उसके लिए भारत में लगभग 4.5 से 5 लाख रुपये की मासिक आय पर्याप्त हो सकती है.

ये हैं टैक्स और अन्य लाभ

जर्मनी में इनकम टैक्स भारत की तुलना में अधिक है. यहां प्रगतिशील टैक्स प्रणाली है, जिसमें अधिक आय पर अधिक टैक्स देना पड़ता है. 10 हजार यूरो की मासिक आय पर, वार्षिक आय 1.2 लाख यूरो होगी, जिस पर काफी अधिक टैक्स कटौती होगी.

हालांकि, जर्मनी में कई सामाजिक सुरक्षा लाभ मिलते हैं:

  • मुफ्त स्वास्थ्य बीमा
  • बेरोजगारी भत्ता
  • पेंशन योजनाएं
  • मातृत्व और पितृत्व अवकाश
  • शिक्षा के लिए सरकारी सहायता

ये हैं करियर के ऑप्शन  

जर्मनी में भारतीयों की बढ़ती संख्या ने इन क्षेत्रों में उनकी विशेषज्ञता को और बढ़ाया है. कई क्षेत्रों में भारतीय पेशेवरों की मांग है:

  • आईटी क्षेत्र में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स
  • इंजीनियरिंग में विशेषज्ञ
  • ऑटोमोबाइल उद्योग में तकनीकी पेशेवर
  • अनुसंधान और विकास में वैज्ञानिक
  • स्वास्थ्य देखभाल में विशेषज्ञ

जर्मनी में 10 हजार यूरो की मासिक सैलरी का सीधा करेंसी कनवर्जन भारत में लगभग 9.22 लाख रुपये है. लेकिन खरीद क्षमता के हिसाब से इसकी वास्तविक वैल्यू भारत में लगभग 4.5 से 5 लाख रुपये प्रति माह है.

विदेश में नौकरी का अवसर तलाशते समय, सिर्फ सैलरी ही नहीं बल्कि जीवन की गुणवत्ता, करियर विकास, सामाजिक सुरक्षा और परिवार के लिए अवसरों को भी ध्यान में रखना चाहिए. जर्मनी भारतीयों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं.

जर्मनी में काम करने का अनुभव न केवल आर्थिक रूप से लाभदायक है, बल्कि यह एक वैश्विक करियर में महत्वपूर्ण अनुभव भी प्रदान करता है. हर साल हजारों भारतीय पेशेवर इस अवसर का लाभ उठा रहे हैं और अपने करियर में नई ऊंचाइयां हासिल कर रहे हैं.

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अप्रैल में स्कूल कितने दिन रहेंगे बंद? जानें छुट्टियों की पूरी लिस्ट!

नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है और अप्रैल 2025 में छात्रों को कई छुट्टियां मिलने वाली हैं. इस महीने कई बड़े राष्ट्रीय, धार्मिक और क्षेत्रीय त्योहार पड़ रहे हैं, जिनके चलते स्कूलों में अवकाश रहेगा. अप्रैल की शुरुआत से ही छुट्टियों से भरा रहेगा, क्योंकि राम नवमी और महावीर जयंती जैसे महत्वपूर्ण पर्व इसी दौरान आ रहे हैं. इसके अलावा महीने के मध्य और अंत तक कई राज्यों में छुट्टियां दी जाएंगी. आइए जानते हैं कि इस महीने किन-किन तारीखों को स्कूल बंद रहेंगे.

6 अप्रैल (रविवार) – राम नवमी

भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाने वाला यह त्योहार इस बार रविवार को पड़ रहा है. हालांकि, कुछ स्कूल इसे चैत्र नवरात्रि के समापन के कारण 5 अप्रैल (शनिवार) को भी अवकाश घोषित कर सकते हैं.

10 अप्रैल (गुरुवार) – महावीर जयंती

भगवान महावीर की जयंती जैन समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस दिन दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान सहित कई राज्यों में स्कूलों की छुट्टी रहती है.

13 अप्रैल (रविवार) – बैसाखी

पंजाब और उत्तरी भारत में बैसाखी का विशेष महत्व है. यह दिन सिख नव वर्ष और फसल कटाई के त्योहार के रूप में मनाया जाता है. हालांकि, यह रविवार को पड़ने के कारण अलग से अवकाश की संभावना कम है.

14 अप्रैल (सोमवार) – डॉ. बी.आर. अंबेडकर जयंती/तमिल नव वर्ष

डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती एक राष्ट्रीय अवकाश है. इसके अलावा, तमिलनाडु में तमिल नव वर्ष और केरल में विशु पर्व भी इसी दिन मनाया जाता है, जिसके चलते दक्षिण भारतीय राज्यों में भी स्कूलों में छुट्टी रहेगी.

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18 अप्रैल (शुक्रवार) – गुड फ्राइडे

ईसाई समुदाय इस दिन यीशु मसीह के बलिदान की स्मृति में प्रार्थना करता है. इसे वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण धार्मिक दिवस माना जाता है और देशभर में अधिकांश स्कूल इस दिन बंद रहेंगे.

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शनिवार-रविवार की छुट्टियां

इसके अलावा नियमित साप्ताहिक अवकाश के चलते भी स्कूलों में अवकाश रहेगा. हर रविवार को (6, 13, 20, 27 अप्रैल) स्कूल बंद रहेंगे. वहीं, कई राज्यों में दूसरे और चौथे शनिवार को भी स्कूलों में अवकाश रहता है, जो इस बार 12 और 26 अप्रैल को पड़ रहे हैं.

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भारत के टॉप शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी, संसद में पेश रिपोर्ट ने खोली पोल

भारत के टॉप शिक्षण संस्थानों IIT, IIM और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी का मामला सामने आया है. हाल ही में संसद में पेश एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रोफेसर स्तर के 56.18% पद अब भी खाली पड़े हैं जिससे न केवल शिक्षण की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है बल्कि छात्र-शिक्षक अनुपात भी बिगड़ रहा है. संसदीय रिपोर्ट ‘2025-26 उच्च शिक्षा विभाग की अनुदान मांग’ के अनुसार, 31 जनवरी 2025 तक देश के टॉप शिक्षण संस्थानों में 18,940 स्वीकृत शिक्षकों के पदों में से 28.56% पद खाली थे.

कितने पद खाली?

  • प्रोफेसर : 2,540 पदों में से 56.18% पद खाली
  • एसोसिएट प्रोफेसर: 5,102 में से 38.28% पद खाली
  • सहायक प्रोफेसर (एंट्री लेवल): 11,298 में से 17.97% पद खाली

आरक्षित वर्गों के शिक्षकों की स्थिति और भी खराब

रिपोर्ट में यह भी उजागर हुआ कि OBC, SC और ST वर्गों के लिए आरक्षित पदों पर भर्तियां काफी धीमी गति से हो रही हैं. OBC के 3,652 पदों में से 1,521 पद अब भी खाली हैं. वहीं, SC के 2,315 में से 788 पद रिक्त हैं. जबकि ST उम्मीदवारों के 1,154 में से 472 पद अब तक नहीं भरे गए.

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गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भी भारी कमी

खाली पदों की यह समस्या केवल शिक्षकों तक सीमित नहीं है, बल्कि गैर-शैक्षणिक स्टाफ की भारी कमी भी संस्थानों के प्रशासनिक कार्यों पर असर डाल रही है. OBC के 4,495 पदों में से 1,983 रिक्त हैं. SC के 2,013 में से 1,011 पद खाली हैं और  ST के 3,409 में से 1,491 पद नहीं भरे गए हैं.

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संसदीय समिति की सिफारिशें

खाली पदों को जल्द से जल्द भरा जाए ताकि शिक्षा की गुणवत्ता बनी रहे. भर्ती प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाया जाए, ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल सिलेक्शन प्रक्रिया अपनाई जाए.नियमित रूप से छात्र-शिक्षक अनुपात का विश्लेषण किया जाए ताकि संतुलन बना रहे. SC, ST और OBC वर्गों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाए, ताकि आरक्षित पद जल्द भरे जा सकें.

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सेंट स्टीफेंस कॉलेज में प्रिंसिपल के दूसरे कार्यकाल पर टकराव बढ़ा, DU ने इन नियमों का दिया हवाला

दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने सेंट स्टीफेंस कॉलेज के प्रधानाचार्य के दूसरे कार्यकाल को लेकर बार-बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से मार्गदर्शन मांगा है. DU का कहना है कि प्राचार्य की दोबारा नियुक्ति, जिसे कॉलेज ने अल्पसंख्यक संस्थान होने के नाते जायज ठहराया है, यूजीसी और विश्वविद्यालय के नियमों का उल्लंघन करती है.

क्या है पूरा मामला?

प्राचार्य प्रोफेसर जॉन वर्गीज ने अपने पहले कार्यकाल (2016-2021) के बाद बिना जरूरी अनुमति के अपना दूसरा कार्यकाल जारी रखा. इस निर्णय को DU ने स्वीकार नहीं किया, जिससे कॉलेज प्रशासन में विवाद पैदा हुआ. DU ने इस मुद्दे को लेकर 15 नवंबर 2022, 21 फरवरी 2023, 20 सितंबर 2023, 9 नवंबर 2023, 20 नवंबर 2023 और 12 फरवरी 2024 को UGC को पत्र भेजकर स्पष्टीकरण की मांग की, लेकिन अब तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं मिली है. इस विवाद के चलते कॉलेज में चल रही प्रमोशन की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है. 15 शिक्षकों ने प्रमोशन के लिए आवेदन दिया है, जबकि लगभग 25 प्रोफेसरों के पद खाली हैं. 

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समाधान के लिए बनाई गई समिति

DU ने इस विवाद के समाधान के लिए प्रो. अनिल अनेजा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की है. समिति  बृहस्पतिवार को बैठक करेगी और कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष, बिशप डॉ. पॉल स्वरूप से मुलाकात करेगी ताकि प्राचार्य की नियुक्ति के नियमों और शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया पर दिशा-निर्देश साफ हो पाएं. 

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यूजीसी से की गई यह डिमांड

DU प्रशासन ने UGC से तत्काल स्पष्टीकरण की मांग की है, क्योंकि आने वाले समय में अगर इस विवाद का समाधान नहीं हुआ तो प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर सवाल उठ सकते हैं और इससे शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है.

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अमेरिका में 10,000 सैलरी भारत में क्या करोड़ों के है बराबर? सच्चाई जानकार रह जाएंगे दंग!

अमेरिका में काम करना भारतीयों के लिए हमेशा एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. लेकिन क्या वहां की ऊंची सैलरी का भारतीय संदर्भ में वही प्रभाव पड़ता है? अगर आपको अमेरिका में 10,000 डॉलर प्रति माह की सैलरी मिलती है, तो यह भारत में कितनी होगी? क्या यह करोड़ों के बराबर होगी या फिर खर्चों के बाद इसकी वास्तविक कीमत कुछ और होगी? आइए जानते हैं इस दिलचस्प गणना और इसके पीछे की सच्चाई!

जानिए क्या है करेंसी कनवर्जन

29 मार्च 2025 के वर्तमान एक्सचेंज रेट के अनुसार, 1 अमेरिकी डॉलर = 85.56 भारतीय रुपये है. इस हिसाब से:

10,000 अमेरिकी डॉलर = 10,000 × 85.56 = 8,55,600 रुपये प्रति माह!

यानी अमेरिका में 10,000 डॉलर कमाने वाला व्यक्ति भारत में लगभग 8.56 लाख रुपये महीना कमाता है. यह राशि पहली नजर में बहुत आकर्षक लगती है!

खरीद क्षमता का सच्चा अर्थ

लेकिन सिर्फ आंकड़ों से पूरी कहानी समझना मुश्किल है. खरीद क्षमता (Purchasing Power Parity – PPP) के हिसाब से देखें तो अमेरिका में 10,000 डॉलर की सैलरी भारत में इसकी समकक्ष राशि लगभग 3-4 लाख रुपये प्रति माह होगी.

अमेरिका में काम करने के फायदे

अमेरिका में काम करने के कई आकर्षक लाभ हैं. यहां उन्नत कार्य संस्कृति और करियर में तेजी से विकास के अवसर मिलते हैं. विश्वस्तरीय शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं, ग्लोबल नेटवर्किंग तथा अनुभव और स्किल डेवलपमेंट के मौके भी बेहतरीन होते हैं.

किन क्षेत्रों में है ज्यादा अवसर?

अमेरिका में भारतीय पेशेवरों के लिए आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हेल्थकेयर और फार्मास्युटिकल्स, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर व रिसर्च और डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में अच्छे अवसर मिलते हैं.

ध्यान देने योग्य बातें

विदेश में नौकरी करते समय लिविंग कॉस्ट (रहने का खर्च बहुत अधिक), टैक्स स्ट्रक्चर (25-35% टैक्स), वीजा और इमिग्रेशन नियम, लॉन्ग टर्म करियर प्लानिंग व सांस्कृतिक अंतर और एडजस्टमेंट जैसी महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना जरूरी है.

अमेरिका में 10,000 डॉलर की सैलरी निश्चित रूप से एक अच्छी आय है, लेकिन वहां के खर्च और लाइफस्टाइल को ध्यान में रखते हुए इसका मूल्यांकन करना चाहिए. यह सिर्फ एक वित्तीय अवसर नहीं, बल्कि वैश्विक अनुभव और करियर विकास का एक महत्वपूर्ण मंच है. हर साल हजारों भारतीय पेशेवर अमेरिका में अपने सपनों को साकार करने के लिए जाते हैं. क्या आप भी इस सफर के लिए तैयार हैं?

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निधि तिवारी बनीं पीएम मोदी की पर्सनल सेक्रेटरी, जानें इस पद पर कितनी मिलती है सैलरी

IFS Nidhi Tewari: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी सचिव (PS) के पद पर भारतीय विदेश सेवा (IFS) की 2014 बैच की अधिकारी निधि तिवारी की नियुक्ति की गई है. DoPT की तरफ से जारी आदेश के अनुसार निधि तिवारी वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं लेकिन अब उनकी नियुक्ति पीएम की पर्सनल सेक्रेटरी के रूप में की गई है.  

निधि तिवारी (Nidhi Tewari) ने 2014 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल होकर विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव के रूप में उनकी सेवाएं सराहनीय रही हैं, जिसे देखते हुए उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रधानमंत्री के निजी सचिव के तौर पर निधि तिवारी का कार्यभार महत्वपूर्ण होगा. इस पद पर रहते हुए उन्हें प्रधानमंत्री के दैनिक कार्यों का समन्वय, महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन और विभिन्न सरकारी विभागों के साथ तालमेल बिठाना होगा.

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कितना होगा वेतन?

रिपोर्ट्स के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय में निजी सचिव के पद पर नियुक्त अधिकारियों का वेतनमान पे मैट्रिक्स स्तर 14 के अनुसार निर्धारित होता है. इस स्तर पर सैलरी 1,44,200 रुपये प्रति माह होती है. साथ ही साथ महंगाई भत्ता (DA), आवास भत्ता (HRA), यात्रा भत्ता (TA) और अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं.

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यहां रहीं तैनात 

आईएफएस निधि तिवारी (IFS Nidhi Tewari) को नवंबर 2022 में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में डिप्टी सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे विदेश मंत्रालय (MEA) में निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के प्रभाग में अंडर सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत थीं.

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Indian Navy Recruitment 2025: भारतीय नौसेना में भर्ती का सुनहरा मौका, अग्निवीर SSR और MR के लिए आवेदन शुरू

Indian Navy Recruitment 2025: भारतीय नौसेना में शामिल होने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है. नौसेना ने अग्निवीर एसएसआर (SSR) और अग्निवीर एमआर (MR) भर्ती 02/2025 और 02/2026 बैच के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है. इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. आवेदन की लास्ट डेट 10 अप्रैल 2025 तय की गई है. उम्मीदवार यहां दिए गए स्टेप्स के जरिए आवेदन कर सकते हैं.

Indian Navy Recruitment 2025: जरूरी योग्यता

अग्निवीर एमआर पदों के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से हाई स्कूल (10वीं) पास होना आवश्यक है. वहीं, एसएसआर पदों के लिए 12वीं में गणित और भौतिकी अनिवार्य विषयों के साथ कंप्यूटर साइंस/रसायन विज्ञान/जीवविज्ञान में से कोई एक विषय होना जरूरी है.

Indian Navy Recruitment 2025: उम्र सीमा

आयु सीमा की बात करें तो अग्निवीर 02/2025 बैच के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का जन्म 1 सितंबर 2004 से 29 फरवरी 2008 के बीच होना चाहिए. वहीं, 01/2026 बैच के लिए 1 फरवरी 2005 से 31 जुलाई 2008 के बीच और 02/2026 बैच के लिए 1 जुलाई 2005 से 31 दिसंबर 2008 के बीच जन्म हुआ होना चाहिए.

Indian Navy Recruitment 2025: इतना देना होगा आवेदन शुल्क

सभी श्रेणियों के उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के रूप में 550 रुपये जमा करने होंगे. शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है. ध्यान रहे, बिना शुल्क भुगतान के आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे.

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Indian Navy Recruitment 2025: कैसे करें आवेदन

  • स्टेप 1: उम्मीदवार आवेदन करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर जाएं.
  • स्टेप 2: फिर उम्मीदवार होम पेज पर “Agniveer Applications Open. Click here to Apply” लिंक पर क्लिक करें.
  • स्टेप 3: अब नया पंजीकरण करने के लिए “Register” पर क्लिक करें और जरूरी जानकारी भरकर रजिस्ट्रेशन पूरा करें.
  • स्टेप 4: इसके बाद लॉग इन करके मांगी गई अन्य जानकारी भरें और सभी दस्तावेज अपलोड करें.
  • स्टेप 5: फिर उम्मीदवार तय आवेदन शुल्क जमा करें और फॉर्म को सबमिट कर दें.
  • स्टेप 6: अब उम्मीदवार आवेदन फॉर्म का प्रिंटआउट लेकर आगे के लिए सेव रख लें.

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CBSE 10th Result 2025: जल्द खत्म होगा इंतजार, जानें कब जारी हो सकता है CBSE 10वीं क्लास का रिजल्ट

CBSE 10th Result 2025: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की तरफ से क्लास 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से 18 मार्च 2025 तक आयोजित की गई थीं. इस साल करीब 24.12 लाख छात्र-छात्राओं ने इन परीक्षाओं में भाग लिया था. अब सभी स्टूडेंट्स को बेसब्री से रिजल्ट का इंतजार है. रिजल्ट चेक करने के लिए छात्र यहां दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सीबीएसई जल्द ही 10वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर सकता है. संभावना जताई जा रही है कि रिजल्ट 10 से 15 मई 2025 के बीच जारी किया जा सकता है. पिछले साल भी बोर्ड ने 13 मई को परिणाम घोषित किए थे, इसलिए इस बार भी इसी समय के आसपास रिजल्ट आने की उम्मीद है.

CBSE 10th Result 2025: कहां और कैसे देख सकेंगे रिजल्ट?

CBSE Board 10th Result 2025 केवल ऑनलाइन जारी किया जाएगा. छात्र अपना रिजल्ट सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर चेक कर सकेंगे. इसके अलावा, डिजिलॉकर एप और पोर्टल results.digilocker.gov.in या SMS के जरिए भी रिजल्ट प्राप्त किया जा सकता है.

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CBSE 10th Result 2025: कंपार्टमेंट/इम्प्रूवमेंट परीक्षा के लिए आवेदन

अगर कोई छात्र एक या दो विषयों में फेल हो जाता है या फिर अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होता है, तो वह कंपार्टमेंट/इम्प्रूवमेंट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है. इस परीक्षा के जरिए छात्र फेल हुए विषय में दोबारा परीक्षा देकर अपना साल बचा सकते हैं.

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CBSE 10th Result 2025: रिजल्ट कैसे चेक करें

  • स्टेप 1: छात्र सबसे पहले सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाएं.
  • स्टेप 2: इसके बाद होमपेज पर दिए गए CBSE 10th Result 2025 लिंक पर क्लिक करें.
  • स्टेप 3: अब आपके सामने नया पेज खुलेगा.
  • स्टेप 4: इसके बाद रोल नंबर और स्कूल कोड दर्ज करके सबमिट करें.
  • स्टेप 5: अब आपकी मार्कशीट स्क्रीन पर आ जाएगी.
  • स्टेप 6: फिर छात्र मार्कशीट को डाउनलोड कर सकते हैं और प्रिंट भी ले सकते हैं.  

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डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज को हर महीने मिलती है इतनी सैलरी, 8वें वेतन आयोग से यह कितनी बढ़ेगी?

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JEE Mains सेशन-2 का एडमिट कार्ड जारी, एक क्लिक में जानें डाउनलोड करने का तरीका 

JEE Mains Admit Card 2025 Session 2: जेईई मेंस सेशन-2 परीक्षा को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सिटी स्लिप के बाद सेशन-2 का एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया है. जिन उम्मीदवारों ने जेईई मेंस सेशन-2 परीक्षा के लिए आवेदन किया था, वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना एडमिड कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड कार्ड डाउनलोड करने के लिए आधिकारिक वेबसाइइट jeemains.nta.nic.in पर जाना होगा. 

बता दें, जेईई मेंस सेशन-2 परीक्षा की डेट पहले ही जारी हो चुकी हैं. ये परीक्षाएं 2 अप्रैल से लेकर 9 अप्रैल के बीच होंगी. एग्जाम कैलेंडर के मुताबिक, 2,3,4,7,8 और 9 अप्रैल 2025 को होगी. सभी परीक्षाएं अलग-अलग शिफ्ट में आयोजित की जाएंगी. बता दें, जेईई मेंस सेशन 1 की परीक्षा में देशभर में 12.58 लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे. इनमें से 14 छात्रों ने 100 NTA स्कोर हासिल किया था. इस बार भी बड़ी संख्या में छात्रों द्वारा अच्छे स्कोर हासिल करने की संभावना है. 

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ऐसे डाउनलोड कर सकेंगे एडमिट कार्ड

जेईई मेंस सेशन-2 परीक्षा में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए अपने एप्लीकेशन नंबर और पासवर्ड की जरूरत पड़ेगी. इसके बिना एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं हो सकेगा. एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए नीचे बताए स्टेप्स फॉलो करें. 

  • सबसे पहले जेईई मेंस की आधिकारिक वेबसाइट jeemains.nta.nic.in पर जाएं.
  • होमपेज खुलते ही आपको एडमिट कार्ड का लिंक मिलेगा. JEE Mains Session 2 Admit Card लिंक पर क्लिक करें.
  • क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा, जिसमें आपको अपना एप्लीकेशन नंबर और पासवर्ड डालना होगा. इसके बाद कैप्चा कोड डालें और सबमिट पर क्लिक करें.
  • सभी प्रॉसेस पूरे करते ही एडमिट कार्ड अपनी स्क्रीन पर खुल जाएगा. इसे डाउनलोड कर लें ओर प्रिंट आउट निकलवा लें. 

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आजकल लाखों स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षाओं और CUET 2025 की तैयारी में लगे हुए हैं. बोर्ड के बाद CUET देने वाले बच्चों को अभी से कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. आइए जानें कैसे आप इस परीक्षा की अच्छी तैयारी कर सकते हैं.

एक साथ बोर्ड और CUET की तैयारी

बोर्ड और CUET दोनों परीक्षाओं की एक साथ तैयारी करना मुश्किल लग सकता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि आपको अलग-अलग चीजें पढ़ने की जरूरत नहीं है. बोर्ड की पढ़ाई करते समय ही आप CUET के पुराने पेपर्स और मॉक टेस्ट भी सॉल्व कर सकते हैं. ये मॉक टेस्ट कई ऑनलाइन वेबसाइट्स पर आसानी से मिल जाते हैं. याद रखें, बोर्ड एग्जाम खत्म होने के बाद CUET के लिए सिर्फ एक महीना बचेगा. इसलिए अभी से ही अपने फेवरिट सब्जेक्ट्स पर ज्यादा फोकस करें और रेगुलर प्रैक्टिस जरूर करें. नियमित अभ्यास से आपको एग्जाम पैटर्न समझने और टाइम मैनेजमेंट में मदद मिलेगी.

CUET में हुआ बड़ा बदलाव

इस साल CUET में एक बहुत बड़ा बदलाव हुआ है. अब आप ऐसे सब्जेक्ट्स भी चुन सकते हैं जो आपने 12वीं क्लास में नहीं पढ़े हैं. यह बदलाव उन स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद है जो 12वीं के बाद अपने करियर को नई दिशा में ले जाना चाहते हैं. उदाहरण के लिए, अगर कोई कॉमर्स का स्टूडेंट आर्ट्स या साइंस के किसी सब्जेक्ट में इंटरेस्ट रखता है, तो वह CUET के जरिए उस सब्जेक्ट में एडमिशन ले सकता है. इस बदलाव से स्टूडेंट्स को अपनी पसंद और टैलेंट के अनुसार करियर चुनने का मौका मिलता है.

CUET का एग्जाम पैटर्न

CUET परीक्षा तीन मुख्य सेक्शन में बंटी होती है:

  • लैंग्वेज सेक्शन: इसमें हिंदी, इंग्लिश और दूसरी लोकल लैंग्वेज शामिल हैं. आपको अपनी पसंद की लैंग्वेज चुननी होती है.
  • डोमेन सब्जेक्ट सेक्शन: इसमें वे सब्जेक्ट्स आते हैं जिन्हें आप यूनिवर्सिटी लेवल पर पढ़ना चाहते हैं. अब आप 12वीं में न पढ़े हुए सब्जेक्ट्स भी चुन सकते हैं.
  • जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट: यह सेक्शन आपकी लॉजिकल थिंकिंग, मैथ स्किल्स और जनरल नॉलेज को चेक करता है.

नेगेटिव मार्किंग का सिस्टम

CUET में नेगेटिव मार्किंग का सिस्टम है, जिसमें हर गलत जवाब के लिए एक मार्क काट लिया जाता है. इसलिए गेस वर्क से बचें और सिर्फ उन्हीं क्वेश्चन्स के जवाब दें जिनके बारे में आप कंफिडेंट हैं.

अच्छी तैयारी के लिए टिप्स

CUET की अच्छी तैयारी के लिए, एक क्लियर स्ट्रेटेजी बनाएं. सबसे पहले, अपने पसंदीदा सब्जेक्ट्स चुनें और उन्हें अच्छे से स्टडी करें. साथ ही, लैंग्वेज और जनरल एप्टीट्यूड सेक्शन की भी रेगुलर प्रैक्टिस करें. अपने स्टडी टाइम का भी अनालिसिस करें और चेक करें कि आप किस सब्जेक्ट पर कितना टाइम दे रहे हैं. इससे आपको अपनी प्रिपरेशन को बैलेंस करने में हेल्प मिलेगी और आप अपने वीक एरियाज पर ज्यादा फोकस कर पाएंगे.

CUET में सक्सेस पाने के लिए, रेगुलरली मॉक टेस्ट दें और अपनी मिस्टेक्स से सीखें. इससे आपको अपनी वीकनेस पहचानने और उन्हें दूर करने में मदद मिलेगी. साथ ही, आप एग्जाम के दौरान बेहतर टाइम मैनेजमेंट स्किल्स भी डेवलप कर पाएंगे. याद रखें, CUET सिर्फ आपके नॉलेज को ही नहीं, बल्कि आपके ओवरऑल परसनैलिटी और स्किल्स को भी जज करता है. इसलिए, अपनी प्रिपरेशन में बैलेंस्ड अप्रोच अपनाएं और अपनी पसंद और टैलेंट के हिसाब से सब्जेक्ट्स चुनें. मेहनत, लगन और सही स्ट्रेटेजी के साथ आप जरूर CUET 2025 में अच्छे मार्क्स हासिल कर पाएंगे और अपनी पसंद की यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले पाएंगे. 

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बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी, फेल होने वाले छात्रों के लिए ये हैं विकल्प

BSEB Bihar Board 10th Result: बिहार बोर्ड ने 12वीं के बाद अब 10वीं परीक्षा के नतीजे भी जारी कर दिए हैं. इस परीक्षा में कुल 12,79,294 छात्र पास हुए हैं. वहीं बाकी जो कुछ छात्र फेल हुए हैं, उनके लिए भी तमाम तरह के विकल्प खुले हैं. बिहार बोर्ड की तरफ से छात्रों को उनके अंक सुधारने और दोबारा कॉपी चेक का मौका दिया जाता है. आइए हम आपको बताते हैं कि फेल हुए छात्रों के पास क्या-क्या विकल्प हैं. 

कब कर सकते हैं आवेदन
बिहार बोर्ड की तरफ से 12वीं और 10वीं के नतीजों से असंतुष्ठ छात्रों के लिए एक विंडो खोली जा रही है, जिसमें छात्र आवेदन कर सकते हैं. बताया गया है कि 1 अप्रैल से लेकर 8 अप्रैल के बीच फेल हुए छात्र री-इवैल्युएशन और कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इन परीक्षाओं के नतीजे मई के आखिर तक जारी कर दिए जाएंगे. कंपार्टमेंट एग्जाम के लिए भी बोर्ड की तरफ से तारीखों का ऐलान किया जाएगा. 

कुल इतने छात्र हुए पास
इस साल 82.11 प्रतिशत यानी 12.79 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी सफल हुए हैं. इस साल टॉपर में तीन परीक्षार्थियों ने अपनी जगह बनाई है. पास होने वाले स्टूडेंट्स में करीब 4,70,845 छात्र फर्स्ट डिवीजन से  पास हुए, जबकि 4,84,012 छात्र सेकेंड और 3,07,792 छात्र थर्ड क्लास से पास किए गए. बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस साल पूरे राज्य में टॉप टेन में 123 परीक्षार्थियों के नाम हैं, जिनमें 60 छात्राएं और 63 छात्र शामिल हैं. 

इस साल प्रदेश में तीन परीक्षार्थी संयुक्त रूप से प्रदेश टॉपर रहे. इनमें समस्तीपुर हाई स्कूल की साक्षी कुमारी, भारतीय इंटर कॉलेज, गहिरी की अंशु कुमारी और हाई स्कूल अगियांव, भोजपुर के रंजन कुमार ने संयुक्त रूप से 489 यानी 97.8 प्रतिशत अंक लाकर संयुक्त रूप से प्रदेश टॉपर बने. राज्य में मैट्रिक की परीक्षा 17 से 25 फरवरी के बीच आयोजित की गई थी. यह परीक्षा दो शिफ्टों में संपन्न हुई थी. परीक्षा की शुरुआत भाषा से हुई थी, जिसके बाद अन्य विषयों की परीक्षाएं आयोजित की गईं.

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BSEB 10th Result 2025: बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2025 जारी, एक नहीं, तीन-तीन टॉपर्स! जानें कौन बने नंबर 1

Bihar Board Matric Result 2025 Toppers: बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2025 घोषित कर दिया है. लाखों छात्रों का इंतजार अब खत्म हो चुका है और सभी परीक्षार्थी अपने नतीजे चेक कर सकते हैं. इस साल भी बिहार बोर्ड ने अपने तय समय पर नतीजे जारी कर रिकॉर्ड कायम किया है.

बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2025 में तीन विद्यार्थियों ने संयुक्त रूप से टॉप किया है. समस्तीपुर की साक्षी कुमारी, भोजपुर के रंजन वर्मा और गाहिरी की अंशु कुमारी ने 489 अंक (97.8%) प्राप्त कर पहला स्थान हासिल किया है.

टॉप 10 में 123 छात्रों ने बनाई जगह

बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2025 के नतीजों में कुल 123 छात्रों ने टॉप 10 में स्थान हासिल किया है. इनमें 60 छात्राएं और 63 छात्र शामिल हैं, जो इस साल के बेहतरीन रिजल्ट को दर्शाता है. लड़कियों और लड़कों, दोनों ने कड़ी प्रतिस्पर्धा में शानदार प्रदर्शन किया है.

टॉप 3 रैंकिंग में 11 छात्रों का जलवा

रैंक 1 (489 अंक, 97.80%)

साक्षी कुमारी (महिला) : जेपीएन हाई स्कूल नरहन, समस्तीपुर
अंशु कुमारी (महिला) : भारतीय इंटर कॉलेज, गाहिरी
रंजन वर्मा (पुरुष) : उच्च विद्यालय अगिआंव बाजार, भोजपुर

रैंक 2 (488 अंक, 97.60%)

पुनित कुमार सिंह (पुरुष) : आदर्श उच्च विद्यालय बरका राजपुर, बक्सर
सचिन कुमार राम (पुरुष) : उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय सिमरिया चकाई, जमुई
प्रियांशु राज (पुरुष) : आर एन एंड पी आर एच/एस जलालाबाद, मुंगेर

रैंक 3 (487 अंक, 97.40%)

मोहित कुमार (पुरुष) : उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय टेंगरा, बेलहर, बांका
सूरज कुमार पांडे (पुरुष) : उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बसबेरवा, बांका
खुशी कुमारी (महिला) : आरआर हाई स्कूल गोरारी, रोहतास
प्रियांशु रंजन (पुरुष) : बोसाक आरके हाई स्कूल, आजमनगर
रोहित कुमार (पुरुष) : सिमुलतला आवासीय विद्यालय, जमुई

ऐसे देखें बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2025

  • स्टेप 1: बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट matricresult2025.com या matricbiharboard.com पर जाएं.
  • स्टेप 2: होमपेज पर ‘BSEB 10th Result 2025’ लिंक पर क्लिक करें.
  • स्टेप 3: अपना रोल नंबर और रोल कोड दर्ज करें.
  • स्टेप 4: सबमिट बटन दबाने के बाद आपकी मार्कशीट स्क्रीन पर दिखाई देगी.
  • स्टेप 5: रिजल्ट का प्रिंटआउट निकाल लें या पीडीएफ डाउनलोड करें.

टॉपर्स की लिस्ट जारी

बिहार बोर्ड ने 10वीं के टॉपर्स की लिस्ट भी जारी कर दी है. इस बार भी कई छात्र शानदार प्रदर्शन कर मेरिट लिस्ट में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं.

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