रणबीर कपूर ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वह ‘डेविएटेड नेज़ल सेप्टम’ की परेशानी से जूझ रहे हैं. यह एक नाक से जुड़ी गंभीर बीमारी है. इस बीमारी के दौरान नाक के छिद्रों को अलग करने वाला हड्डी सीधी जाने के बजाया घुमावदार होती है. इसे बोलचाल की भाषा में कहे तो इसे नाक की हड्डी का बढ़ना भी कहते हैं. रणबीर का कहना है कि इस समस्या के कारण सांस लेने और खाने में कई सारी दिक्कतें होती हैं. उन्होंने कहा कि कई सालों से वह इस समस्या से जूझ रहे हैं. जब नाक की हड्डियों में असामान्य रूप से कई सारी चेंजेज होते हैं. इसके कारण खाने और सांस लेने में दिक्कत होती है.
सेप्टम की बीमारी क्या है?
सेप्टम एक ऐसी स्थिति है जिसमें नाक का सेप्टम एक खास तरह की नाक की बीमारी. इससे एक नाक का रास्ता दूसरे से छोटा हो सकता है.
यह बीमारी अक्सर जन्म से शुरू हो जाती है. यह अक्सर नाक की चोट के बाद शुरू हो जाती है.
विचलित सेप्टम के लक्षण जल्दी-जल्दी खाना और बात करना और सांस लेने में कठिनाई.
सेप्टम किसी व्यक्ति को कैसे प्रभावित करता है?
रणबीर कपूर की बीमारी नेजल सेप्टम का इलाज सर्जरी से संभव है. सेप्टोप्लास्टी सर्जरी की मदद से नाक के नेजल सेप्टम को सही किया जा सकता है लेकिन रणबीर कपूर ने इलाज करवाने से इनकार कर दिया है. साल 2009 में जब एक फिल्म डायरेक्टर ने उन्हें सर्जरी करवाने की सलाह दी तो रणबीर ने मना कर दिया और कहा कि वे टेढ़ी नाक से ही काफी खुश हैं.
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नेजल सेप्टम से नुकसान
रणबीर कपूर जिस रेयर बीमारी नेजल सेप्टम से जूझ रहे हैं, उसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं. इसमें चेहरे में सूजन, नाक में दर्, सिरदर्द, आंखों के आसपास सूजन और दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. आमतौर पर ये समस्याएं एक-दो दिन में समाप्त हो जाती है लेकिन कई बार सूजन महीनों तक बना रहता है. जो सिर्फ सर्जरी से ही ठीक हो सकता है.
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