मलेशिया में मिलती है 50 हजार की सैलरी तो भारत में ये कितनी हो जाएगी, आंकड़े जान आप रह जाएंगे हैरान

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मलेशिया आज के समय में नौकरी और बिजनेस के लिए सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है. हर साल हजारों भारतीय बेहतर सैलरी और जीवन स्तर के लिए मलेशिया जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मलेशिया में मिलने वाली 50 हजार रिंगिट की सैलरी भारत में कितनी होगी? आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.

जानिए क्या है मलेशिया का करेंसी कनवर्जन 

सबसे पहले हमें समझना होगा कि मलेशिया की करेंसी रिंगिट और भारतीय रुपये (INR) के बीच एक्सचेंज रेट क्या है. आज 13 मार्च 2025 के वर्तमान एक्सचेंज रेट के अनुसार, 1 रिंगिट लगभग 19.77 रुपये के बराबर है. इस हिसाब से, 50,000 रिंगिट = 50,000 × 19.77= 9,88,533.50 रुपये प्रति माह होंगे. यानी मलेशिया में 50 हजार रिंगिट महीने कमाने वाला व्यक्ति भारत में 9.88 लाख रुपये महीना कमाता है. यह वास्तव में एक अच्छी रकम है. 

जानिए क्या है खरीद क्षमता का अंतर

हालांकि, सिर्फ करेंसी कनवर्जन से पूरी तस्वीर सामने नहीं आती. मलेशिया और भारत के बीच रहने की लागत और खरीद क्षमता (Purchasing Power) में भी महत्वपूर्ण अंतर है मलेशिया में रहना भारत की तुलना में अधिक महंगा है, विशेष रूप से बड़े शहरों जैसे कुआलालंपुर में. वहां आवास, परिवहन, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा पर खर्च अधिक होता है. लेकिन फिर भी, यह दुबई या सिंगापुर जैसे अन्य एशियाई केंद्रों की तुलना में कम महंगा है.

खरीद क्षमता (Purchasing Power Parity – PPP) के हिसाब से देखें, तो 50 हजार रिंगिट मलेशिया में जो जीवन स्तर प्रदान करते हैं, उसके लिए भारत में लगभग 4.5 से 5 लाख रुपये की मासिक आय पर्याप्त हो सकती है. मलेशिया में इनकम टैक्स भारत की तुलना में कम है, लेकिन शून्य नहीं है (जैसा कि दुबई में है). मलेशिया में टैक्स का प्रगतिशील स्ट्रक्चर है, जहां अधिक आय पर अधिक टैक्स देना पड़ता है.

50 हजार रिंगिट की मासिक आय पर, वार्षिक आय 6 लाख रिंगिट होगी, जिस पर टैक्स कटौती के बाद नेट इनकम भारत की तुलना में अधिक हो सकती है. यह भारत और मलेशिया के बीच तुलना करते समय एक महत्वपूर्ण फैक्टर है. मलेशिया में 50 हजार रिंगिट की मासिक सैलरी का सीधा करेंसी कनवर्जन भारत में लगभग 9.88 लाख रुपये है. लेकिन खरीद क्षमता के हिसाब से इसकी वास्तविक वैल्यू भारत में लगभग 4.5 से 5 लाख रुपये प्रति माह है.

आईटी और इंजीनियर्स की मांग मलेशिया में अधिक 

मलेशिया में भारतीयों की बढ़ती संख्या ने इन क्षेत्रों में उनकी विशेषज्ञता को और बढ़ाया है. आईटी क्षेत्र में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स और नेटवर्क इंजीनियर्स की मांग है, जबकि वित्तीय सेवाओं में अकाउंटेंट और वित्तीय विश्लेषकों की जरूरत है. इंजीनियरिंग में सिविल इंजीनियर्स और परियोजना प्रबंधकों की भूमिका महत्वपूर्ण है. स्वास्थ्य देखभाल में डॉक्टरों और नर्सों की भी मांग बढ़ रही है.

इन क्षेत्रों में भारतीय लोग मलेशिया में अधिक कर रहे हैं काम 

इस प्रकार, मलेशिया भारतीय पेशेवरों के लिए एक आकर्षक स्थान बनता जा रहा है, जहां उन्हें अच्छे करियर के अवसर मिल रहे हैं. मलेशिया में भारतीय पेशेवरों की बढ़ती संख्या ने वहां की नौकरी के बाजार में एक नया मोड़ ला दिया है. हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय लोग आईटी, इंजीनियरिंग, वित्त और स्वास्थ्य देखभाल जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं.

भौगोलिक और सांस्कृतिक रूप में भारत से जुड़ा है मलेशिया

विदेश में नौकरी का अवसर तलाशते समय, सिर्फ सैलरी ही नहीं बल्कि जीवन की गुणवत्ता, करियर विकास, सामाजिक सुरक्षा और परिवार के लिए अवसरों को भी ध्यान में रखना चाहिए. मलेशिया भारतीयों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो भौगोलिक और सांस्कृतिक रूप से भारत के नज़दीक रहना चाहते हैं. 

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