Amalaki Ekadashi 2025: पंचांग के अनुसार फाल्गुन महीने (Falgun Month 2025) के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इसे आंवला एकादशी या रंगभरी एकादशी भी कहते हैं. सभी एकादशी तिथियों की तरह इस एकादशी में भी भगवान श्रीहरि की पूजन का महत्व है. लेकिन इसके साथ ही आज के दिन आंवला वृक्ष की पूजन का महत्व कई गुना बढ़ जाता है. आज के दिन आंवला वृक्ष का पूजन करने, आंवला का सेवन करने और आंवला से जुड़े उपाय करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
वैसे तो एकादशी तिथि के दिन व्रत रखने का विधान है. एकादशी तिथि पर व्रत-पूजन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और भगवान श्रीहरि (Lord Vishnu) का आशीर्वाद प्राप्त होता है. लेकिन किसी कारण अगर आज के दिन आप व्रत नहीं रख पाए तो मजह एक काम करने से आपको भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिल सकता है. इसलिए यह जान लीजिए आज के लिए कौन सा काम करें.
जरूर लगाएं आंवला पौधा
शास्त्रों के अनुसार आंवला का पौधा घर पर लगाना बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि इसमें भगवान विष्णु का वास माना जाता है. वहीं जिस घर पर यह पौधा होता है, वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी बढ़ता है. आंवला का वृक्ष लगाने के लिए शास्त्रों में गुरुवार, शुक्रवार और अक्षय नवमी के साथ ही आंवला या आमलकी एकादशी के दिन को बहुत शुभ माना जाता है. इन दिनों में आप आंवला का पौधा अपने घर पर लगा सकते हैं.
वास्तु शास्त्र के मुताबिक शुभ दिनों में घर के उत्तर-पूर्व दिशा में आंवला का पौधा लगाना चाहिए. इससे घर पर सुख-समृद्धि बनी रहती है. साथ ही आंवला वृक्ष का पूजन करने से दांपत्य जीवन अच्छा रहता है और वैवाहिक जीवन सुखमय बीतता है.
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