देवउठनी एकादशी पर विष्णुजी के नेत्रों से मुक्त होगी देवी योगनिद्रा, शास्त्रों में मिलता है सुंदर वर्णन
Dev Uthani Ekadashi 2024: भविष्य पुराण उत्तर पर्व अध्याय क्रमांक 70 के अनुसार, हिंदू कैलेंडर के आषाढ़ महीने से कार्तिक तक की अवधि को चातुर्मास के रूप में जाना जाता है जिसमें भगवान विष्णु शयन करते हैं. यह शयन देवी योगनिद्रा के अनुरोध पर किया गया था ताकि उन्हें उनके दिव्य शरीर में स्थान दिया जा सके.
संपूर्ण शरीर में अनेक दिव्य सत्ताएं व्याप्त थीं. केवल आंखें ही मुक्त थीं. इसलिए भगवान विष्णु ने आषाढ़ी एकादशी से कार्तिक एकादशी तक योगनिद्रा के लिए वर्ष में चार महीने आवंटित किए. आषाढ़ी एकादशी जिसे देवशयनी भी कहते हैं, में भगवान विष्णु शयन करते हैं और कार्तिक एकादशी जिसे देवोत्थानी एकादशी कहते हैं, में जागते हैं. इस दिन व्रत करने से न केवल सभी एकादशियों का लाभ मिलता है, बल्कि मोक्ष भी मिलता है.
देवशयनी एवं देवोत्थानी व्रत विधि:–
भगवान विष्णु की प्रतिमा को शय्यापर स्थापित कर उसी के सम्मुख वाणी पर नियंत्रण रखने का और अन्य नियमों का व्रत ग्रहण करें. वर्ष के चार मास तक देवाधिदेव के शयन और उसके बाद उत्थापन की विधि कही गयी है. इस व्रत के त्यागने और ग्रहण करने योग्य पदार्थों के अलग-अलग नियमों को भविष्य पुराण में वर्णित है. गुड़ का परित्याग करने से व्रती अगले जन्म में मधुर वाणी वाला राजा होता है. इसी प्रकार चार मास तक तेल का परित्याग करने वाला सुन्दर शरीर वाला होता है. कटु तैल का त्याग करने से उसके शत्रुओं का नाश होता है.
महुए के तेलका त्याग करने से अतुल सौभाग्य की प्राप्ति होती है. पुष्प आदि के भोग का परित्याग करने से स्वर्ग में विद्याधर होता है. इन चार मासों में जो योग का अभ्यास करता है, वह ब्रह्मपद को प्राप्त करता है. कड़वा, खट्टा, तीता, मधुर, क्षार, कषाय आदि रसों का जो त्याग करता है, वह वैरूप्य और दुर्गति को कभी भी प्राप्त नहीं होता. ताम्बूल के त्याग से श्रेष्ठ भोगों को प्राप्त करता है और मधुर कण्ठवाला होता है.
घृत के त्याग से रमणीय लावण्य और सभी प्रकार की सिद्धि को प्राप्त करता है. फल का त्याग करने से बुद्धिमान् होता है और अनेक पुत्रों की प्राप्ति होती है. पत्तों का साग खाने से रोगी, अपक्व अन्न खाने से निर्मल शरीर से युक्त होता है. तैल-मर्दन के परित्याग से व्रती दीप्तिमान्, दीप्तकरण, राजाधिराज धनाध्यक्ष कुबेर के सायुज्य को प्राप्त करता है. दही, दूध, तक्र (मट्ठा) के त्याग का नियम लेने से मनुष्य गोलोक को प्राप्त करता है.
स्थालीपाक का परित्याग करने पर इन्द्र का अतिथि होता है. तापपक्व वस्तु के भक्षण का नियम लेने पर दीर्घायु संतान की प्राप्ति होती है. पृथ्वीपर शयन का नियम लेने यानी भूमि पर सोने से विष्णु का भक्त होता है. इन वस्तुओं के परित्याग से धर्म होता है. नख और केशों के धारण करने पर, प्रतिदिन गंगा-स्नान करने पर एवं मौन व्रती रहने पर उसकी आज्ञा का कोई भी उल्लंघन नहीं कर सकता. जो सदा पृथ्वीपर भोजन करता है, वह पृथ्वीपति होता है.
Other News You May Be Interested In
- अभिषेक शर्मा का कटेगा पत्ता? आवेश भी होंगे बाहर! जानें तीसरे टी20 में टीम इंडिया की संभावित प्लेइंग इलेवन
- Photos: विराट कोहली या रोहित शर्मा, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर किसके बैट की कीमत है ज्यादा?
- IPL 2025: दिल्ली कैपिटल्स को मिला नया गेंदबाजी कोच, धोनी के साथ जीत चुका है वर्ल्ड कप
- भारत की चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार दूसरी जीत, आखिरी 3 मिनट में पलट गया पूरा मैच
- RCB ने इस भारतीय खिलाड़ी के लिए अलग कर दिए 30 करोड़, ऑक्शन में कोई भी कीमत देने को तैयार है बेंगलुरु
- ‘मेरा ये दिल…’, एक्स बॉयफ्रेंड हिमांश कोहली की शादी के दिन Neha Kakkar ने गाया गाना, वीडियो वायरल
- भारत डायनामिक्स लिमिटेड में निकली वैकेंसी, इस डेट से पहले करना होगा अप्लाई
- Delhi Nursery Admission 2025: दिल्ली में इस तारीख से शुरू होंगे प्राइवेट स्कूलों के नर्सरी एडमिशन, यहां देख लीजिए पूरा शेड्यूल
- NTPC Green Energy IPO: एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का इश्यू प्राइस 100 रुपये क ऊपर रहने के आसार, अगले हफ्ते खुलेगा आईपीओ
- Indian License के साथ विदेशों में भी चलाएं गाड़ी, TOP 10 देश जहां आपका License मान्य है | Paisa Live
- Maharashtra Election 2024: कोरोना महामारी के मैनेजमेंट में उद्धव ठाकरे रहे थे फेल या पास? जानें क्या बोली पब्लिक
- Assembly Bypolls 2024 Live: झारखंड में वोटिंग आज, 11 राज्यों की 33 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव
- Shani Margi 2024: शनि मार्गी होते ही हो जाएंगे शक्तिशाली, शांत रखने के लिए काले कुत्ते से जुड़ा कर लें ये उपाय
- World Pneumonia Day 2024: निमोनिया से इन लोगों को होता है सबसे ज्यादा खतरा, जान लें क्या होते हैं शुरुआती लक्षण
- Khatu Shyam Baba Birthday: देवउठनी एकादशी के दिन खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन
- कैसे पैदा होते हैं जुड़वा बच्चे, जानें किन लोगों में होते हैं ऐसा होने के सबसे ज्यादा चांस
- दिशा पाटनी ने 18 साल तक फेश वॉश नहीं किया यूज, जान लीजिए इसके नुकसान
- Human Memories: दिमाग ही नहीं शरीर के इन हिस्सों में भी हो सकती हैं आपकी यादें, स्टडी में हुआ खुलासा
- बच्चियों को कम उम्र में ही क्यों हो रहे हैं पीरियड्स? जानें ऐसा होना कितना खतरनाक
- कैंसर से बचना है तो आज से ही डाइट में शामिल कर लें ये दो सुपरफूड्स, जबरदस्त हैं फायदे
- IPL ऑक्शन से पहले रहमानुल्लाह गुरबाज ने बना दिया बड़ा रिकॉर्ड, सचिन-विराट-बाबर सब छूट गए पीछे
- IND vs AUS: जसप्रीत बुमराह से डर गया ऑस्ट्रेलिया का यह बल्लेबाज! सीरीज से पहले दे डाला बड़ा बयान
- 17 साल के बल्लेबाज ने जीता माही का दिल, IPL ऑक्शन से पहले ट्रायल के लिए बुलाया
- ‘आप पाकिस्तान क्यों नहीं आ रहे?’ फैन ने पूछा भारत के पाकिस्तान न जाने का कारण, SKY ने दिया दिलचस्प जवाब!
- IPL Auction 2025: जोस बटलर या मिचेल स्टार्क नहीं… यह विदेशी खिलाड़ी ऑक्शन में लूटेगा महफिल!
- Shah Rukh Khan Death Threat: शाहरुख खान को धमकी देने वाला शख्स गिरफ्तार, पहले लिया गया था हिरासत में
- बिग बॉस ओटीटी 3 फेम सना सुल्तान ने क्यों किया गुप-चुप निकाह? एक्ट्रेस ने बताई वजह
- MSCBL Recruitment 2024: इस बैंक में सरकारी नौकरी पाने का अभी भी है मौका, जल्दी करें अप्लाई
- School Holidays: इन जगहों पर आज बंद रहेंगे स्कूल, कहीं तूफान तो कहीं पर्व है कारण
- तेजी के साथ खुलने के बाद भारतीय शेयर बाजार में लौटी गिरावट, एनर्जी और FMCG स्टॉक्स में बिकवाली
- Sagility India IPO: सैजिलिटी इंडिया के आईपीओ की स्टॉक एक्सचेंज पर फीकी लिस्टिंग, 3.53 फीसदी के उछाल के साथ हुई शुरुआत
- Maharashtra-Jharkhand Election: बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस पहुंची चुनाव आयोग, इन मामलों में दर्ज कराई शिकायत
- Jharkhand Elections: झारखंड में कमल खिलेगा! पीएम मोदी ने कर दी बड़ी भविष्यवाणी, कार्यकर्ताओं को बताया पूरा प्लान
- बेफिक्र होकर खाते हैं मेयोनीज तो ध्यान दें…तुरंत छोड़ दे अपनी पसंदीदा चीज, वरना जा सकती है जान
- Pancreatic Cancer Awareness Month 2024: पैंक्रियाज कैंसर का पता लगाना होता है बेहद मुश्किल, जानें इसके लक्षण
- Tulsi Vivah 2024: तुलसी विवाह की असली कहानी क्या है, इस दिन का धार्मिक महत्व और कथा जानें
- इन लोगों को भूल से भी नहीं पीना चाहिए हल्दी वाला दूध, सेहत पर पड़ता है बुरा असर
- पेड़-पौधे लगाते समय हो जाएं सावधान, नहीं तो बढ़ सकता है इन 6 बीमारियों का खतरा
- मुंबई इंडियंस ने किया है रिटेन, लेकिन IPL 2025 का पहला मैच नहीं खेल पाएंगे हार्दिक पांड्या
- Champions Trophy: भारत खेलेगा या नहीं? चैंपियंस ट्रॉफी में कितनी टीमें और कितने मैच; जानें शेड्यूल समेत सबकुछ
- भारत के फैसले से चिढ़ा पाकिस्तान, अगर नहीं हुआ ऐसा तो पाक टीम नहीं खेलेगी चैंपियंस ट्रॉफी
- Champions Trophy: भारत नहीं तो चैंपियंस ट्रॉफी नहीं, दिग्गज का बयान सुनकर हिल जाएगा पाकिस्तान
- 24 महीने बाद आई केएल राहुल को टीम इंडिया की याद, IPL 2025 से पहले कर दिया बड़ा दावा
- Hera Pheri 3 Box Office में रचेगी इतिहास, कमाएगी कई सौ करोड़! ये रहीं 5 वजहें
- 8 करोड़ में बनी वो फिल्म, जिसने चमकाई एक स्टारकिड की किस्मत, दुनियाभर में कमाए थे 500 करोड़
- किस देश के टीचर्स माने जाते हैं सबसे अच्छे, इस लिस्ट में कहां आता है भारत?
- UPPSC RO-ARO भर्ती एग्जाम को लेकर क्यों हो रहा है हंगामा, जानें क्या है इसके पीछे की वजह
- EPFO Wage Limit: ईपीएफ के तहत आने वाले कर्मचारियों को सरकार दे सकती है सौगात! 21000 रुपये हो सकता है न्यूनतम वेतन लिमिट, जानें इसके फायदे
- Niva Bupa Health IPO: स्विगी और सैजिलिटी के बाद निवा बूपा के आईपीओ को भी निवेशकों का ठंडा रेस्पॉंस, महज 1.80 गुना हुआ सब्सक्राइब
- मनमोहन सिंह या पीएम मोदी किसकी सरकार में मुंबई में हुआ विकास? जानें
- महायुति VS एमवीए: 2019 के मुकाबले में इन 37 सीटों पर टाइट थी फाइट, 400, 700 और 800 वोटों से मिली थी जीत
- IQ हद से ज्यादा होना भी खतरनाक? ऐसे बच्चों को जल्दी होता है ADHD
- क्या एयर प्यूरीफायर लगाने से सेहत में आता है सुधार, इस मामले में क्या कहती है रिसर्च?
- शाहरुख खान ने 59 की उम्र में छोड़ी सिगरेट, जानें कब तक आप स्मोकिंग से कर सकते हैं तौबा
- डिनर के कितनी देर बाद ब्रश करना चाहिए? जान लें सही टाइम, वरना होगा नुकसान
- Diwali 2025 Date: दिवाली 2025 में कब है ? अभी से जान लें डेट, लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
- शरीर के अंदर ही मिल गई कैंसर होने की वजह, ये देख साइंटिस्ट भी हैरान
- ENG vs WI: जोस बटलर के तूफान में उड़ा वेस्टइंडीज, दूसरे टी20 में इंग्लैंड ने दर्ज की शानदार जीत
- IND vs SA 2nd T20I: हार्दिक पांड्या फिर हुए ‘ट्रोलिंग’ का शिकार, जानें इस बार किस हरकत पर भड़के फैंस
- NZ vs SL: ग्लेन फिलिप्स ने आखिरी ओवर में 8 रन डिफेंड कर न्यूजीलैंड को दिलाई जीत, श्रीलंका ने गंवाया जीता हुआ मैच
- Gautam Gambhir PC: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले गौतम गंभीर ने दिए सभी जवाब, रोहित शर्मा पर खोला बड़ा राज
- IPL 2025: चेन्नई सुपर किंग्स 17 साल के इस खिलाड़ी पर लगाएगी दावं, उम्रदराज खिलाड़ियों का खत्म होगा ट्रेंड?
- दुनिया के सबसे बड़े यूट्यूबर Mr Beast के फैंस हैं बॉलीवुड सेलेब्स, शिल्पा से सैफ-करीना और मलाइका तक ने की मुलाकात
- TV की इस संस्कारी बहू ने गोवा में समंदर किनारे बिकिनी पहन ढाया कहर, दिलकश अदाओं को देख फैंस भर रहे आहें
- HPSC Lecturer Recruitment: इस राज्य का लोक सेवा आयोग करा रहा लेक्चरर की बंपर भर्ती, अभी करें अप्लाई
- Bad Habits Students Should Avoid: ये स्टूडेंट्स नहीं बन पाते हैं इंजीनियर और डॉक्टर! आज ही बना लें इन आदतों से दूरी
- ग्लोबल संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत, एशियन पेंट्स का स्टॉक धड़ाम
- Maharashtra Elections: ‘फडणवीस, मोदी और अमित शाह मिल जाएं फिर भी…’, महाराष्ट्र में क्यों भड़क गए असदुद्दीन ओवैसी
- Wayanad By Elections: प्रियंका गांधी के रोड शो के दौरान माहौल हुआ गर्म, कांग्रेस कार्यकर्ता और CRPF कर्मी के बीच झड़प
- सिखों के अलावा कौन-कौन जा सकता है करतारपुर साहिब, कितनी देनी पड़ती है फीस?
- भारतीयों को एक दिन में कितनी बार भोजन करना चाहिए? जानें हेल्थ एक्सपर्ट की राय
- Liver बर्बाद कर सकती हैं आपकी पांच गलतियां, तुरंत हो जाएं सावधान
- Dev Uthani Ekadashi 2024: देवउठानी एकादशी कल, ग्रह प्रवेश के लिए क्या ये दिन शुभ है?
- Dev Uthani Ekadashi 2024: देवउठनी एकादशी पूजा में जरूर पढ़ें ये व्रत कथा, श्रीहरि करेंगे कल्याण
- अनहेल्दी हो सकता है घर में बना खाना, इस तरह पकाएं, वरना होगा नुकसान
- IND vs AUS: ‘रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह…’, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले रिकी पोंटिंग का बड़ा बयान
- IND vs SA 2nd T20: ‘सुपरमैन’ बन गए डेविड मिलर, खतरनाक कैच लेकर तिलक को करवाया आउट, देखें वीडियो
- IND vs SA: भारतीय बल्लेबाजों ने किया निराश, हार्दिक पांड्या चमके’, साउथ अफ्रीका के सामने 125 रनों का लक्ष्य
- पाकिस्तान सरकार ने लिया BCCI से पंगा! नए एलान के बाद कभी नहीं होगा भारत-पाक मैच?
- Virat Kohli: सचिन के इस रिकॉर्ड के सामने बच्चे हैं विराट, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का इतिहास बदलना लगभग असंभव
- शालीन संग एयरपोर्ट पर स्पॉट हुईं नुसरत, तो फैमिली संग आउटिंग पर निकलीं शिल्पा शेट्टी, देखें तस्वीरें
- UKSSSC Recruitment 2024: इस राज्य में असिस्टेंट टीचर बनने का है मौका, आयोग के जरिये होगी भर्ती, जाने पूरी प्रक्रिया
- UPSC Recruitment 2024: बिन यूपीएससी की परीक्षा दिए ऐसे पा सकते हैं अच्छी नौकरी, जाने पूरी डिटेल्स
- Air India-Vistara Merger: एयर इंडिया-विस्तारा के मर्जर से ठीक पहले सिंगापुर एयरलाइंस का बड़ा ऐलान, जानें क्या
- इंटेल के एंप्लाइज को ऑफिस प्लेस में चाय-कॉफी फिर मिलेगी, इस वजह से कंपनी ने कर दी थी बंद
- ‘प्यार और राजनीति में सब जायज है’, नितिन गडकरी ने शरद पवार की ओर इशारा कर क्यों कहा ऐसा?
- UP By Election 2024: यूपी उपचुनाव में मायावती की एंट्री, इन सीटों पर BJP और सपा का खेल बिगाड़ सकती है बसपा
- खाने की प्लेट में जितना ज्यादा रंग, सेहत उतना बम-बम, जानें रेनबो डाइट के फायदे
- सर्दी में बार-बार होने वाले सर्दी-जुकाम से बचना है तो सुबह खाली पेट पिएं नींबू और लौंग का पानी
- उपवास, दिन में जल्दी खाना या कम खाना, जानें वजन कम करने का क्या है बेस्ट फार्मूला?
- Myths Vs Facts: आपको कभी भी अंडरवियर पहनकर नहीं सोना चाहिए? जानें क्या है पूरा सच
- काम में महसूस होने लगी है बोरियत, लाइफ बन गई है उबाऊ? कहीं आप भी तो नहीं हो गए बर्नआउट
- ‘अगर आपकी वाइफ को बच्चा होने वाला…’, रितिका ने पति रोहित शर्मा को किया डिफेंड, सुनील गावस्कर के बयान पर किया रिएक्ट
- IND vs SA: यश दयाल का डेब्यू? हार्दिक पांड्या होंगे बाहर! जानें दूसरे टी20 में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन
- IND vs SA: दूसरे टी20 में पूरी तरह बदल जाएगी दक्षिण अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन, होंगे 5 बड़े बदलाव!
- Watch: बिग बैश लीग में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर ने रचा इतिहास, 12 चौके और 12 छक्के लगाकर खेली सबसे बड़ी पारी
- BCCI ने कर दिया साफ, पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया; जानें अब कैसे होगा ICC चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन
- ‘किसी ने उसे नुकसान पहुंचाया तो मार डालूंगा’, वरुण धवन ने बेटी को लेकर कह दी ये बात, जानें वजह
- Delhi Ganesh Death: तमिल एक्टर दिल्ली गणेश का 80 साल की उम्र में निधन, 400 फिल्मों में किया था काम
- Job Search Tips: चुटकियों में मिल जाएगी नौकरी…ऐसे करें जॉब सर्च, जानें क्या है अप्लाई करने का सही तरीका?
- पीएम इंटर्नशिप स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन करने का आखिरी चांस, फटाफट फॉलो करें ये स्टेप्स
- ‘जैसे-जैसे फसल बढ़ती है, बीमारियां भी आती हैं’, दागी नेताओं की बीजेपी में एंट्री पर ये क्या बोल गए नितिन गडकरी?
- ‘आंबेडकर जिंदा हैं तो गोडसे मुर्दा है’, पीएम मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ पर और क्या बोले असदुद्दीन ओवैसी?
- Aaj Ka Panchang: आज 10 नवंबर आंवला नवमी का शुभ मुहूर्त, राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण बातों के लिए यहां देखें आज का पंचांग
- Aaj Ka Rashifal: धनु, तुला, कुंभ वाले रखें सेहत का ध्यान, जानें 10 नवंबर आज का राशिफल
- Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा का स्नान है मिलता है 100 अश्वमेध यज्ञ के समान फल
- इस विटामिन की कमी से लगने लगती है सर्दी, चाहिए गर्मी का एहसास तो करें ये काम
- Asthma Symptoms: सर्दी में अस्थमा अटैक का बढ़ जाता है खतरा, अदरक के जरिए ऐसे करें कंट्रोल
‘ॐ नमो नारायणाय’ इस अष्टाक्षर मन्त्र का निराहार रहकर जप करने एवं भगवान् विष्णु के चरणों की वन्दना करने से गोदान जन्य फल प्राप्त होता है. भगवान विष्णु के चरणोदक के संस्पर्श से मनुष्य कृतकृत्य हो जाता है. चातुर्मास्य में भगवान विष्णु के मन्दिर में उपलेपन और अर्चना करने से मनुष्य कल्पपर्यन्त स्थायी राजा होता है, इसमें संशय नहीं है.
स्तुतिपाठ करता हुआ जो सौ बार भगवान् विष्णु की प्रदक्षिणा करता है एवं पुष्प, माला आदि से पूजा करता है, वह हंसयुक्त विमान के द्वारा विष्णुलोक को जाता है. विष्णु-सम्बन्धी गान और वाद्य करने वाला गन्धर्व–लोक को प्राप्त होता है. प्रतिदिन शास्त्र-चर्चा से जो लोगों को ज्ञान प्रदान करता है, वह व्यासरूपी भगवान् के रूप में मान्य होता है और अन्त में विष्णुलोक को जाता है. नित्य स्नान करने वाला मनुष्य कभी नरकों में नहीं जाता.
भोजन का संयम करने वाला मनुष्य पुष्कर क्षेत्र में स्नान करने का फल प्राप्त करता है. अयाचित भोजन करने वाला श्रेष्ठ बावली और कुंआ बनाने का फल प्राप्त करता है. दिन के छठे (अन्तिम) भाग में अन्न के भक्षण करने से मनुष्य स्थायीरूप से स्वर्ग प्राप्त करता है. पत्तल में भोजन करने वाला मनुष्य कुरुक्षेत्र में वास करने का फल प्राप्त करता है.
चातुर्मास्य में इस प्रकार के व्रत एवं नियमों के पालन से साधक पूर्ण संतोष को प्राप्त करता है अर्थात सभी प्रकार सुखी एवं संतुष्ट हो जाता है. गरुडध्वज जगन्नाथ के शयन करने पर चारों वर्णों की विवाह, यज्ञ आदि सभी क्रियाएँ सम्पादित नहीं होती. विवाह, यज्ञोपवीतादि संस्कार, दीक्षा ग्रहण, यज्ञ, गृहप्रवेशादि, गोदान, प्रतिष्ठा एवं जितने भी शुभ कर्म हैं, वे सभी चातुर्मास्य में त्याज्य हैं. संक्रान्ति रहित मास में अर्थात् मलमास में देवता एवं पितरों से सम्बन्धित कोई भी क्रिया सम्पादित नहीं की जानी चाहिए. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु का कटिदान होता है अर्थात करवट बदलने की क्रिया सम्पन्न करनी चाहिए. इस दिन महापूजा करनी चाहिए.
क्यों चार मास तक शयन करते हैं भगवान विष्णु
अब इस विष्णु-शयन का कारण सुनिए. किसी समय तपस्या के प्रभाव से हरि को संतुष्टकर योगनिद्रा ने प्रार्थना की कि भगवन्! आप मुझे भी अपने अंगों में स्थान दीजिए. तब मैंने देखा कि मेरा सम्पूर्ण शरीर तो लक्ष्मी आदि के द्वारा अधिष्ठित है. लक्ष्मी के द्वारा उरःस्थल, शंख, चक्र, शार्ङ्गधनुष तथा असि के द्वारा बाहु, वैनतेय के द्वारा नाभि के नीचे के अंग, मुकुट से सिर, कुण्डलों से कान अवरुद्ध हैं. इसलिए मैंने संतुष्ट होकर नेत्रों में आदर से योगनिद्रा को स्थान दिया और कहा कि तुम वर्ष में चार मास मेरे आश्रित रहोगी. यह सुनकर प्रसन्न होकर योगनिद्रा ने मेरे नेत्रों में वास किया.
मैं उस मनस्विनी को आदर देता हूं. योगनिद्रा में जब मैं क्षीरसागर में इस महानिद्रारूपी शेषशय्या पर शयन करता हूं, उस समय ब्रह्मा के सांनिध्य में भगवती लक्ष्मी अपने कर कमलों से मेरे दोनों चरणों का मर्दन करती है और क्षीरसागर की लहरें मेरे चरणों को धोती है. हे जो मनुष्य इस चातुर्मास्य के समय अनेक व्रत-नियमपूर्वक रहता है, वह कल्प पर्यन्त विष्णु लोक में निवास करता है. शंख, चक्र, गदाधारी भगवान विष्णु कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी में जागते हैं, उसकी व्रत-विधि आप सुनिए.
देवउठनी एकादशी व्रत की विधि:-
भगवान को इस मन्त्र से जगाना चाहिए- ‘इदं विष्णुर्वि चक्रमे त्रेधा नि दधे पदम्। समूढमस्य पा सुरे स्वाहा ॥ (यजु० 5।15) अपने आसन पर विष्णु के जागने पर संसार की सभी धार्मिक क्रियाएं प्रवृत्त हो जाती है. शंख, मृदंग आदि वाद्यों की ध्वनि एवं जयघोष के साथ भगवान को रात्रि में रथपर बैठाकर घुमाना चाहिए. देव देवेश के उठने पर नगर को दीपों से दीप्यमान कर नृत्य-गीत-वाद्य आदि से मंगलोत्सव करना चाहिए. धरणीधर दामोदर भगवान् विष्णु उठकर जिस-जिसको देखते हैं, उस समय उन्हें प्रदत्त सभी वस्तुएं मानव को स्वर्ग में प्राप्त होती है.
एकादशी के दिन रात्रि में मन्दिर में जागरण करें. द्वादशी में प्रातः काल स्वच्छ जल से स्नानकर विष्णु की पूजा करें. अग्नि में घृत आदि हव्य द्रव्यों से हवन करे, इसके बाद स्नानकर ब्राह्मण को विशिष्ट अन्नों का भोजन कराए. घी, दही, मधु, गुड आदि के द्वारा निर्मित मोदक को भोजन के लिये समर्पित करें. यजमान भी प्रसन्नतापूर्वक संयमित होकर ग्यारह, दस, आठ, पांच या दो विप्रों की पुष्प, गन्ध आदि से विधिवत् पूजा करें. श्रेष्ठ संन्यासियों को भी भोजन कराएं और संकल्प में त्यक्त पदार्थ तथा अभीष्ट पत्र-पुष्प आदि दक्षिणा के साथ देकर उन्हें बिदा करें.
इसके बाद स्वयं भोजन करना चाहिए. जिस वस्तु को चार मास तक छोड़ा है, उसे भी खाना चाहिए. ऐसा करने से धर्म की प्राप्ति होती है. अन्त में व्रती विष्णुपुरी (वैकुण्ठ)- को प्राप्त करता है. जिस व्यक्ति का चातुर्मास्य व्रत निर्विघ्न सम्पन्न होता है, वह कृतकृत्य हो जाता है, उसका पुनर्जन्म नहीं होता. जो देवशयन-व्रत को विधिपूर्वक सम्पन्न करता हुआ अन्त में भगवान विष्णु को जगाता है, वह विष्णु लोक को प्राप्त करता है.
ये भी पढ़ें: Dev Uthani Ekadashi 2024: चार माह की योग निद्रा से जागेंगे श्रीहरि, चातुर्मास होगा खत्म
नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. यह ज़रूरी नहीं है कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.