टीम इंडिया में वापसी के लिए मोहम्मद शमी ने कुर्बान की ‘बिरयानी’, दो महीने से पसंदीदा खाने को नहीं लगाया हाथ 

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Mohammed Shami Sacrifice Biryani: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी बिरयानी खाने के लिए बहुत मशहूर हैं. कई इंटरव्यू में शमी बिरयानी को लेकर बात कर चुके हैं. लेकिन, टीम इंडिया में वापसी करने के लिए शमी ने बिरयानी को कुर्बान कर दिया. भारतीय तेज गेंदबाज ने वापसी करने के लिए दो महीनों तक अपने पसंदीद खाने को हाथ नहीं लगाया. बंगाल के फास्ट बॉलिंग कोच शिब शंकर पॉल ने बताया कैसे शमी ने वापसी के लिए जमकर मेहनत की. 

कोच ने बताया कि बिरयानी छोड़ने के अलावा शमी मैदान पर अभ्यास के लिए सबसे पहले आते थे. इसके अलावा मैच खत्म होने के बाद भी गेंदबाजी करते थे. बताते चलें कि शमी बीते करीब 14 महीनों से इंजरी के कारण अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर चल रहे हैं. अब इंग्लैंड के खिलाफ 22 जनवरी से खेली जाने वाली टी20 सीरीज के लिए उन्हें भारतीय टीम में चुन लिया गया है. 

हालांकि इससे पहले शमी घरेलू क्रिकेट के जरिए पेशेवर क्रिकेट में वापसी कर चुके हैं. पिछले साल नवंबर में भारतीय तेज गेंदबाज ने बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. शमी ने बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेलने के साथ शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी खेली.

वापसी के लिए शमी का डेडिकेशन

स्पोर्ट्सबूम डॉट कॉम के मुताबिक बंगाल के फास्ट बॉलिंग कोच शिब शंकर पॉल ने शमी के डेडिकेशन के बारे में कहा, “तेज गेंदबाजों को इंजरी से वापसी करने में वक्त लगता है. उनमें वापसी की इतनी भूख थी कि वह खेल खत्म करने के बाद भी गेंदबाजी करना चाहते थे. यह एक खिलाड़ी का शानदार डेडिकेशन है. कुछ खिलाड़ी खेल के बाद 30 से 45 मिनट तक ज्यादा गेंदबाजी करना चाहते हैं. घरेलू टी20 मैचों के दौरान मैच के दिन टीम के पहुंचने से पहले सुबह 6 बजे मैदान पर पहुंचने वाले भी वह पहले व्यक्ति थे.”

बिरयानी को किया कुर्बान

कोच ने शमी की डाइट को लेकर बात करते हुए कहा, “वह स्ट्रिक्ट डाइट पर थे. मैंने उन्हें दिन में सिर्फ एक बार खाना खाते हुए देखा. उन्हें बिरयानी पसंद है, लेकिन एक्शन में लौटने के बाद से पिछले दो महीनों में मैंने उन्हें बिरयानी खाते हुए नहीं देखा है.”

 

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