Chinese Military: 20 लाख से भी ज्यादा जवानों के साथ चीन की फौज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) आज दुनिया की सबसे बड़ी सेना है. ड्रैगन ने साल 2018 से अपनी सेना की भर्ती में सुधार शुरू किया है. वास्तव में चीनी सेना में भर्ती की प्रक्रिया चीन के सैनिक सेवा कानून के अधीन आती है. इसमें देश के ज्यादा से ज्यादा युवाओं को देश सेवा के नाम पर सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया जाता है.
पहले चीन की सेना में भर्ती होने वाले जवानों को तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाती थी. अपने सुधार अभियान और क्षमताओं में वृद्धि के लिए चीन ने अब नई भर्तियों की ट्रेनिंग का समय तीन महीने से बढ़ाया है और इसे छह महीने कर दिया है. कोई भी जवान भर्ती होता है, तो उसे छह महीने की प्रोफेशनल ट्रेनिंग दी जाती है. आइए जानते हैं चाइनीज आर्मी में कैसे होती है भर्ती और क्या हैं नियम.
Chinese Military: पीपल्स लिबरेशन आर्मी या चायनीज मिलिट्री
चीनी सेना, जिसे पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के नाम से जाना जाता है, दुनिया की सबसे बड़ी सेना है. इसकी स्थापना 1927 में हुई थी और यह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सशस्त्र शाखा है. पीएलए के पास लगभग 20 लाख सक्रिय सैनिक हैं और यह विभिन्न शाखाओं में विभाजित है, जिसमें मिलिट्री, नेवी, एयरफोर्स, रॉकेट आर्मी और स्ट्रेटेजिक सपोर्ट आर्मी शामिल है।
Chinese Military: ये होती है भर्ती प्रक्रिया और ट्रेनिंग
पहले नए सैनिकों को तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाती थी, लेकिन हाल ही में इसे बढ़ाकर छह महीने कर दिया गया है. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नए सैनिकों को प्रोफेशनल स्किल्स प्रदान करना और उन्हें सैन्य जीवन के लिए तैयार करना है. इसके बाद, वे अपनी-अपनी रेजिमेंट या यूनिट में भेजे जाते हैं, जहां उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है. बता दें कि चीनी सेना का प्रशिक्षण काफी सख्त होता है. नए भर्तियों को कठोर शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है, ताकि वे एक सक्षम सैनिक बन सकें.
Chinese Military: चीन की सेना छोड़ने पर क्या होता है
2021 में चीन ने पीएलए के सदस्यों के वेतन में 40% की वृद्धि की थी. एक कर्नल का मासिक वेतन अब 20,000 युआन (लगभग 1,000 अमेरिकी डॉलर) से अधिक हो गया है. हालांकि, पीएलए छोड़ना आसान नहीं होता. यदि कोई सैनिक नौकरी छोड़ने का प्रयास करता है, तो उसे गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है.
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वेबसाइट पर एक आलेख है, जिसमें एक फौजी को दी गई सजा के बारे में बताया गया है. इस फौजी ने नौकरी छोड़ने की बात कही थी, जिसके बाद उसकी जिंदगी को नरक बना दिया गया था। जांग पर कुल आठ जुर्माने लगाए गए थे, जिसमें दो साल के लिए विदेश यात्रा पर रोक, ट्रेन और बस के सफर पर प्रतिबंध, संपत्ति खरीदने पर रोक, कर्ज तथा बीमा इंश्योरेंस पाबंदी, नया व्यापार खोलना और खुद को उच्च शिक्षा के लिए नामांकित करने पर प्रतिबंध शामिल था. इसी के साथ जांग को आजीवन सरकारी नौकरी के लिए अयोग्य करार दिया गया.