Islam: शिया-सुन्नी के अलावा कितने पंथ में बंटे हैं मुसलमान?

Islam: इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों को मुसलमान कहा जाता है. दुनियाभर के सभी मुसलमानों एक ही खुदा को मानते हैं, जिन्हें वो लोग ‘अल्लाह’ कहते हैं. लेकिन एक खुदा को मानने वाले मुसलमान कई पंथों में बंटे हुए है. उनकी विचारधारा और रहन-सहन में परिवर्तन है. आइए जानते हैं मुसलमान कितने प्रकार के होते हैं. 

मुसलमान कितने प्रकार के होते हैं?

दुनिया में 1.8 बिलियन की आबादी मुसलमानों की है. इन सभी मुसलमानों का विश्वास इस्लाम धर्म में है. बावजूद इसके ये चार अलग-अलग पंथों में बंटे हैं. जिसमें शिया, सुन्नी, सूफी और अहमदिया मुसलमान शामिल है. इनमें सबसे ज्यादा आबादी 85 प्रतिशत सुन्नी पंथ की है और लगभग 15 प्रतिशत शिया की आबादी है. दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमान पूर्व एशिया और दक्षिण एशिया के देशों में रहते हैं. आइए जानते हैं मुसलमानों के इन सभी पंथों के बारे.

सुन्नी मुसलमान (Sunni Muslim)

सुन्नी शब्द का मतलब परंपरा होता है. ये अरबी से निकला हुआ शब्द है. सरल शब्दों में सुन्नी का मतलब होता है, जो व्यक्ति अल्लाह की कही बातों का पालन करता है. इस्लाम धर्म में आस्था रखने वाले मुसलमानों में सुन्नी मुसलमानों की संख्या सबसे ज्यादा है. हर मुसलमान की तरह ये भी कुरान में कही बातों मानते हैं. पांचों वक्त की नमाज अदा करते हैं. इस्लाम धर्म के पांच स्तंभों का पालन करते हैं. 5 अलग-अलग वर्गों का मिश्रण है सुन्नी मुस्लिम

हऩाफी सुन्नी (Hanafi Sunni)

हऩाफी इमाम अबु हनिफा के आदर्शो को मानते हैं. भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के ज्यादातर सुन्नी मुस्लिम इस्लाम की इसी विचारधारा को मानते हैं. 

मालिकी सुन्नी (Maliki Sunni)

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मालिकी सुन्नी इमाम मालिक की बातों को मानता है. उत्तरी अफ्रीकी देशों के अधिकांश सुन्नी इसी पंथ का अनुसरण करते हैं. 

हंबली सुन्नी (Hambali Sunni)

हंबली सुन्नी इमाम अहमद बिन हंबल की बातों को मानते हैं. अरब के देशों में लोग उनका अनुसरण करते हैं.

शाफ़ई सुन्नी (Shafi’i Sunni)

शाफ़ई सुन्नी इमाम शाफई के आदेशों का पालन करते हैं. 

सलफ़ी सुन्नी (salafi sunni)

सलफ़ी सुन्नी जिन्हें अहले हदीस सल्फी सुन्नी कहा जाता है, ये चारों पंथों से अलग अपना इमाम मुहम्मद स. को मानते हैं. हालांकि सल्फी सुन्नी सभी इमामों का सम्मान करते हैं. 

शिया और सुन्नी संप्रदाय में मुख्य अंतर पैगंबर मुहम्मद के सही उत्तराधिकारी के बारे में है. सुन्नी के अनुसार खिलाफत को सभी की सहमति से चुना जाना चाहिए, जबकि शिया मानते हैं कि पैगंबर मुहम्मद के वंश, मुख्य रूप से उनके चचेरे भाई अली और उनके वंशजों से पारित होना चाहिए. 

शिया मुसलमान (Shia Muslim)

शिया मुस्लिम इस्लाम की दुसरी सबसे बड़ी शाखा है. इनके अनुसार पैंगबर मुहम्मद (prophet muhammad) ने अली इब्न तालिब को अपना उत्तराधिकारी और उनके बाद इमाम को चुना. शिया मुसलमानों की कई उप-संप्रदाय है. दुनिया के तीन देशों में सबसे ज्यादा शिया मुसलमान है. ईरान. इराक, अज़रबैजान, लेबनान, कुवैत, तुर्क, यमन और भारतीय उपमहाद्वीप में है. शिया शब्द को पहली बार मुहम्मद के जीवन काल में प्रयोग किया गया था. वही बात की जाए भारत की तो भारत में सबसे ज्यादा शिया मुस्लिम यूपी में है. 

सूफ़ी मुसलमान (Sufi Muslim)

सूफीवाद इस्लाम में रहस्यवादी और तपस्वी इस्लाम है, जिसका पालन दुनिया के करोड़ों मुसलमान करते हैं. मुस्लिम जगत में इसे तसव्वुफ़ के नाम से जाना जाता है. सुन्नियों में सूफीवाद काफी विस्तृत है. जबकि शिया में सूफी संप्रदाय है. सूफीवाद को मानने वाले लोग आंतरिक शुद्धिकरण और आत्मनिरीक्षण के माध्यम से अल्लाह के समीप आ सकते हैं. वे एक अल्लाह को और मुहम्मद को अपना दूत मानते हैं. दिन भर में पांच वक्त की नमाज अदा करना, दान देना, उपवास रखना और मक्का की यात्रा करना शामिल है. 

अहमदिया मुसलमान (Ahmadiyya Muslim)

अहमदिया समुदाय की नींव मिर्जा गुलाम अहमद ने कि थी. उन्होंने पंजाब के कादियान में जन्म लिया था. यही कारण है कि इन्हें मानने वाले लोग खुद को अहमदिया कहते हैं. अहमदिया मुसलमान मोहम्मद साहब को आखिरी पैगंबर नहीं मानते हैं. उनका मानना हैं कि उनके गुरु यानी मिर्जा गुलाम अहमद, मोहम्मद के बाद के नबी हैं. दुनियाभर में अहमदिया मुसलमानों की संख्या 10 से 20 मिलियन है, जो मुस्लिम आबादी का 1 प्रतिशत हिस्सा है. 

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