समुद्र की गहराईयों में भारतीय नौसेना के जहाजों के संचालन की जिम्मेदारी उन नाविकों (Sailors) पर होती है, जो अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. भारतीय नौसेना हर साल नाविकों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित करती है और इस भर्ती के तहत अलग-अलग पदों पर चयन किया जाता है. इस भर्ती प्रक्रिया में तीन मुख्य चरण होते हैं लिखित परीक्षा, शारीरिक फिटनेस टेस्ट और मेडिकल टेस्ट. आइए जानते हैं भारतीय नौसेना में नाविक बनने के विभिन्न तरीकों के बारे में.
नौसेना में नाविक बनने के तरीके
आर्टिफिशर अपरेंटिस (AA)
यह पद 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के साथ पास किए गए उम्मीदवारों के लिए है. इस पद के लिए उम्मीदवार की उम्र 17 से 20 साल के बीच होनी चाहिए. इस पद पर सिर्फ पुरुष उम्मीदवार ही आवेदन कर सकते हैं. इस पद पर चयनित होने वाले उम्मीदवारों को जहाज के ऑपरेटिंग और प्रोपल्सन मशीनरी, वेपन और सेंसर आदि को मेंटेन करने की जिम्मेदारी दी जाती है.
सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट (SSR)
इस पद के लिए भी उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के साथ पास होना चाहिए. इसके लिए उम्मीदवार की उम्र 17 से 21 साल के बीच होनी चाहिए. सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट के चयनित उम्मीदवारों को जहाजों, सबमरीन, मिसाइल डिस्ट्रॉयर, सोनार और रडार आदि ऑपरेट करने की जिम्मेदारी दी जाती है.
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काम की जिम्मेदारियां और सैलरी
आर्टिफिशर अपरेंटिस (AA)
आर्टिफिशर अपरेंटिस के लिए ट्रेनिंग के दौरान 14,600 रुपये प्रति माह सैलरी मिलती है. ट्रेनिंग के बाद, इन्हें लेवल-3 के वेतनमान के तहत 21,700 से 69,100 रुपये तक सैलरी मिलती है.
सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट (SSR)
सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट को भी ट्रेनिंग के दौरान 14,600 रुपये प्रति माह की सैलरी मिलती है. इनके वेतनमान में भी आर्टिफिशर अपरेंटिस के समान ही 21,700 से 69,100 रुपये तक की सैलरी मिलती है.
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