इजरायल में MBBS कर लें तो क्या भारत में मान्य होगी डिग्री, फिर कितनी मिलेगी सैलरी?

Israel MBBS Degree: एमबीबीएस की पढ़ाई काफी कठिन पढ़ाई होती है. इसमें न सिर्फ एडमिशन ले पाना मुश्किल होता है. बल्कि अगर आपको एडमिशन मिल भी जाता है तो उसकी फीस भी काफी महंगी होती है. भारत में बात की जाए तो एमबीबीएस की कुल सीटें 1 लाख के करीब होती हैं. इनमें आधे से कुछ ज्यादा सीटें सरकारी कॉलेज के लिए होती हैं. तो वहीं आधे से कुछ कम प्राइवेट कॉलेज के लिए होती है. सरकारी काॅलेज में एमबीबीएस की डिग्री के लिए फीस प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले कम होती है.

प्राइवेट कॉलेज में एक साल की फीस 8 लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक होती है. इसलिए बहुत से लोग विदेश से भी एमबीबीएस करते हैं. भारत के कई लोग इजरायल से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करते हैं. क्या इजरायल में की गई एमबीबीएस भारत में मान्य होती है. और कितनी मिलती है इजरायल की एमबीबीएस डिग्री पर सैलरी चलिए बताते हैं. 

भारत में मान्य है इजरायल से की गई एमबीबीएस डिग्री?

कई बार भारत में एमबीबीएस की सीट न मिलने पर बहुत से मेडिकल छात्र विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करते हैं. इसमें बहुत से लोग इजरायल से भी एमबीबीएस करते हैं. इजरायल से हासिल की गई एमबीबीएस की डिग्री वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO और नेशनल मेडिकल कमीशन यानी एनएचसी से मान्यता प्राप्त होती है.

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लेकिन अगर आप इजरायल की डिग्री लेकर भारत में प्रैक्टिस शुरू करना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको कुछ शर्ते पूरी करनी होती है. इसके लिए भारतीय छात्रों को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया का स्क्रीनिंग टेस्ट जिसे फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन भी कहा जाता है पास करना होता है. इसके बाद ही मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से लाइसेंस प्राप्त हो पता है. 

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कितनी मिलती है सैलरी?

इजरायल से हासिल की गई एमबीबीएस डिग्री के बाद भारत में सैलरी अलग-अलग तथ्यों पर आधारित होती है. आप सरकारी अस्पताल में कार्यरत है या प्राइवेट हॉस्पिटल में कार्यरत हैं. उस हिसाब से आपकी. सैलरी कम ज्यादा हो सकती है. सरकारी अस्पतालों में स्टार्टिंग सैलरी अमूमन 60 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये महीने तक होती है. तो वहीं प्राइवेट अस्पतालों में स्टार्टिंग सैलरी 50 हजार रुपये से लेकर 1.20 लाख रुपये तक हो सकती है. इसके साथ ही एक्सपीरियंस और स्पेशलिटी के आधार पर सैलरी बढ़ती रहती है. 

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