[[{“value”:”
India beat Australia in champions trophy semi final: भारतीय क्रिकेट टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराया. 265 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट कोहली ने 84 रनों की शानदार पारी खेली. जब वह आउट हुए तब भारत जीत के करीब पहुंच चुका था. इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलिया को 264 पर रोक दिया. इस जीत में पूरी टीम का योगदान रहा लेकिन यहां हम आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जो जीत के सबसे बड़े हीरो साबित हुए.
विराट कोहली
लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया की ये चैंपियंस ट्रॉफी में संयुक्त रूप से सबसे बड़ी जीत है. विराट कोहली ही हैं, जिनके कारण ये लक्ष्य आसानी से हासिल हो गया. रोहित शर्मा (28) और शुभमन गिल (8) के आउट होने के बाद टीम इंडिया पर दबाव बढ़ गया था. कोहली ने श्रेयस अय्यर के साथ 91 रनों की साझेदारी की और फिर अक्षर पटेल के साथ 44 रन जोड़े. इन साझेदारियों ने टीम इंडिया के ऊपर से प्रेशर को हटा दिया.
विराट कोहली अपनी इस पारी में बड़े शॉट पर निर्भर नहीं रहे, उन्होंने सिंगल डबल से अधिक रन बनाए. 84 रनों की पारी में कोहली ने सिर्फ 5 चौके लगाए. विराट इस जीत के सबसे बड़े हीरो साबित हुए. उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें बड़े मैच का प्लेयर क्यों कहा जाता है.
हार्दिक पांड्या
विराट जब आउट हुए तब भारत को जीत के लिए 44 गेंदों 40 रन चाहिए थे. ऐसी दबाव वाली स्थिति में कुछ डॉट गेंदें टीम इंडिया पर दबाव बढ़ा सकती थी. हार्दिक पांड्या हमेशा की तरफ कूल नजर आए, उन्होंने तेज तर्रार पारी खेलकर मैच को जल्दी फिनिश करने में अहम योगदान दिया. हार्दिक ने 24 गेंदों में 28 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली. जहां अन्य बल्लेबाजों के लिए चौके लगाना मुश्किल था, वहां हार्दिक पांड्या ने 3 बड़े छक्के लगाए. इसमें एक 106 मीटर का छक्का भी शामिल है.
मोहम्मद शमी
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भारतीय टीम की गेंदबाजी को लीड कर रहे हैं. सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने अपने अनुभव को दर्शाया, पारी का पहला विकेट उन्होंने कूपर कोनोली के रूप में लिया. जब स्टीव स्मिथ जम चुके थे, तब उन्हें बोल्ड कर भारत को वापसी कराई. मोहम्मद शमी ने पारी में सबसे अधिक 3 विकेट लिए. अपने 10 ओवरों के स्पेल में उन्होंने 4.80 की इकॉनमी से 48 रन दिए. शमी ने इस जीत के बड़े हीरो साबित हुए.
“}]]