मेडिकल एजुकेटर्स की चुनौतियां दूर करेंगे जेपी नड्डा, NMMTA ने मुलाकात कर बताई अपनी हर दिक्कत
राष्ट्रीय एमएससी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से खास मुलाकात की. इस दौरान मेडिकल शिक्षकों के साथ कई सारे चुनौतियों खासकर ‘राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग’ के नियमों के लेकर खास चर्चा की. एनएमएमटीए के अध्यक्ष डॉक्टर अर्जुन मैत्रा और सचिव डॉक्टर अयान दास ने कार्यालय के 100 दिन सफलतापूर्वक पूरा किया है.
‘राष्ट्रीय एमएससी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन’ (एनएमएमटीए) ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा
‘राष्ट्रीय एमएससी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन’ (एनएमएमटीए) ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की और मेडिकल शिक्षकों को प्रभावित करने वाली प्रमुख चुनौतियों के बारे में चर्चा की. खासकर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) द्वारा विनियमों के संबंध में चर्चा की. बैठक में एनएमएमटीए के अध्यक्ष डॉ. अर्जुन मैत्रा और सचिव डॉ. अयान दास ने भाग लिया है. जिसमें मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी और एमएससी और पीएचडी प्रशिक्षकों पर एनएमसी विनियमों के प्रतिकूल प्रभाव से संबंधित मुद्दों पर खास चर्चा की गई. एसोसिएशन ने एक प्रेस रीलिज भी किया है. जिसमें इस बैठक के बारे में विस्तार से बताया गया है.
Other News You May Be Interested In
- रोहित शर्मा के फैन ने बदन पर गुदवाया टैटू, भारत-बांग्लादेश के दूसरे टेस्ट से पहले दिखा दिलचस्प नजारा
- IPL 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले ‘रिटेन पॉलिसी’ पर आया बड़ा अपडेट, जानें कितने खिलाड़ियों को रोक सकेंगी टीमें
- चुनाव प्रचार के बीच बड़ी मुश्किल में फंसी विनेश फोगाट, NADA ने नोटिस जारी कर 14 दिन के भीतर मांगा जवाब
- बॉलीवुड के दो जिगरी यार का एक जैसा हुआ अंत, बीमारी से लेकर मरने की तारीख सब थी सेम, साथ में दीं कई हिट फिल्में, पहचाना?
- Raj Kapoor की बेटी से सगाई तोड़ी, Sanjay Dutt की बहन से शादी की, फिर भी दूसरी एक्ट्रेस के पीछे पड़ा रहा ये स्टार
- सिर्फ रिजर्वेशन ही नहीं, इन कोटे से भी देश के टॉप संस्थानों में मिल सकता है एडमिशन, जानकर चौंक जाएंगे
- जैसे भारत में रॉ वैसे पाकिस्तान में क्या? ये एजेंसी कैसे करती है काम, जानें
- Mark Zukerberg: मार्क जुकरबर्ग 200 बिलियन डॉलर नेटवर्थ के साथ बने दुनिया के तीसरे सबसे अमीर, एलन मस्क, जेफ बेजोस भी हैं इस क्लब में
- Gold Price: सोना 77850 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑलटाइम हाई पर, रिटर्न के मामले में गोल्ड ने सभी एसेट क्लास को छोड़ा पीछे
- सुपरस्टार कंगना रनौत बनीं BJP का बड़ा सिरदर्द, चुनावी समर के बीच यूं बढ़ाई टेंशन; इन 5 बयानों पर पहले भी मच चुका है बवाल
- ‘हरियाणा में तो कुल्हाड़ी पर…’, चुनाव से पहले राकेश टिकैत का दावा, कंगना रनौत के बयान पर BJP के एजेंडा की खोल दी पोल!
- Headache: शाम के वक्त होता है तेज़ सिरदर्द है? तो हो सकती है ये गंभीर बीमारी
- Jitiya Vrat 2024: वो मां है जनाब कहां मानती है…कई माताओं ने संतान की लंबी उम्र के लिए वृद्धाश्रम में रखा जितिया व्रत
- पैरासिटामोल समेत 53 दवाएं क्वालिटी चेक में फेल, CDSCO की रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
- बोटोक्स या डर्मल फिलर्स दोनों में से कौन है ज्यादा अच्छा? स्किन पर लॉन्ग टाइम फायदा किसका दिखता है
- World Lungs Day 2024: फेफड़े के कैंसर के मरीजों के लिए यह है खास उपाय, मिलेगा तुरंत फायदा
- ‘निशान हाथ है, काम करेगा थप्पड़ का…’, हरियाणा चुनाव से पहले विनेश फोगाट ने दिया बड़ा बयान
- आग गई ICC रैंकिंग, विराट-रोहित का तगड़ा नुकसान, यशस्वी-पंत को हुआ बंपर फायदा
- ईशान किशन को टीम इंडिया में वापसी के लिए अभी करना होगा और इंतजार? इस वजह से नहीं मिल सकेगा मौका
- कानपुर में खेलने से टीम इंडिया ने किया मना? भारत-बांग्लादेश के दूसरे टेस्ट पर मंडराए संकट के बादल
- पीएम मोदी ने चेस ओलंपियाड जीतने वाली टीम इंडिया से की मुलाकात, सामने आया वीडियो
ये भी पढ़ें: सिरदर्द होने पर आप भी तुरंत खा लेते हैं पेन किलर? जानें ऐसा करना कितना खतरनाक
एनएमसी नीति सुधारों पर जोर
डॉ. मैत्रा और डॉ. दास ने एनएमसी नीतियों में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया है. जिसमें मेडिकल शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षकों द्वारा कानूनी हस्तक्षेप पर बढ़ती निर्भरता को एक बाधा बताया गया. उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के कई सदस्यों ने इन विनियमों द्वारा उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए खुद को महंगे और समय लेने वाले कानूनी हस्तक्षेपों का सहारा लेते हुए पाया है.
ये भी पढ़ें: Pregnancy Brain: क्या होता है मम्मी ब्रेन, प्रेगनेंसी में कुछ महिलाओं को क्यों होती है ये बीमारी
इस दौरान एनएमसी नियमों के कारण होने वाली दिक्कतों और कठिनाइयों के बारे में खुलकर चर्चा की. एनएमएमटीए अधिकारियों ने एमएमसी की भेदभावपूर्ण स्थिति के बारे में खुलकर बात की. साथ ही बताया कि एसोसिएशन और उसके मेंबर को अनावश्यक रूप से महंगा और समय लेने वाली कानूनी हस्तक्षेप करना पड़ता है. डॉक्टर अर्जुन मैत्रा ने व्यापक हित के लिए निष्पक्ष निर्णय लेने के लिए मंत्रालय की क्षमता पर भरोसा जताया है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें..
ये भी पढ़ें: Skin Cancer: किन लोगों को सबसे ज्यादा होता है स्किन कैंसर, जानें क्या होता है कारण