भीम आर्मी के प्रमुख और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ज्यादातर चर्चा में रहते हैं. पिछले दिनों वह रॉयल लाइफस्टाइल को लेकर चर्चा में थे. जिसमें उन्हें करोड़ो की रॉल्स रॉयस कार में घूमते देखा जा रहा था. सोशल मीडिया पर इसे लेकर लोगों ने अपने-अपने तर्क दिए. ऐसे में आज हम जानते हैं कि उन्होंने कितनी पढ़ाई-लिखाई की है?
चंद्रशेखर आजाद का जन्म उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गढ़खंभोला गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम गोवर्धन दास है, जो खुद एक स्कूल शिक्षक थे. ऐसे में शिक्षा का माहौल बचपन से ही रहा. उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई गांव के ही स्कूल से की और आगे की शिक्षा के लिए सहारनपुर शहर की ओर रुख किया.
बीए और लॉ की डिग्री
चंद्रशेखर ने बीए की डिग्री हासिल करने के बाद कानून की पढ़ाई की. इसके अलावा वे लॉ की डिग्री भी ले चुके है. रिपोर्ट्स के अनुसार पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने दलितों और पिछड़ों के अधिकारों को लेकर आंदोलन करना शुरू कर दिया था. भीम आर्मी की स्थापना भी उन्होंने छात्रों के एक छोटे से समूह के साथ मिलकर की थी. इसका मकसद था दलितों को न्याय दिलाना और उनके शिक्षा के अधिकार को मजबूत करना. धीरे-धीरे यह संगठन एक बड़ा सामाजिक आंदोलन बन गया और चंद्रशेखर आजाद की पहचान ‘रावण’ के नाम से होने लगी.
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नगीना से हैं सांसद
आज चंद्रशेखर एक दलित चेहरे के रूप में राष्ट्रीय राजनीति में जगह बना चुके हैं. चंद्रशेखर ने आजाद समाज पार्टी (ASP) की स्थापना कर राजनीति में कदम रखा था. आज वह यूपी की नगीना सीट से सांसद हैं. 2024 के चुनाव में उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट पर चंद्रशेखर आजाद ने ऐतिहासिक जीत हासिल की. चंद्रशेखर आजाद ने भाजपा प्रत्याशी को 1,51,473 वोटों के बड़े अंतर से हराया. आजाद को 5,12,552 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के ओम कुमार को केवल 3,61,079 वोट ही प्राप्त हो सके थे.
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