BJP Vs Congress: दिल्ली के मुस्तफाबाद से नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट के इलाके का नाम बदलकर ‘शिवपुरी’ या ‘शिव विहार’ किए जाने के बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि इलाके में बहुसंख्यक समुदाय के लोग ज्यादा हैं, इसलिए विधानसभा का नाम उनके अनुसार होना चाहिए. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि विधानसभा के पहले सत्र में वह इस संबंध में प्रस्ताव लाएंगे.
बीजेपी विधायक के इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा कि बीजेपी नेताओं को दिल्ली के लोगों ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है, लेकिन वे विकास के बजाय नाम बदलने में व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी को सत्ता मिली है, लेकिन 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और विकास के वादों के बजाय वे विधानसभा के नाम बदलने में लगे हैं.
मुस्तफाबाद का नाम बदलने पर सियासत गरम
रागिनी नायक ने आगे कहा कि बीजेपी ने महिलाओं को आर्थिक मदद देने और यमुना को साफ करने जैसे वादे किए थे, लेकिन अब असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है. उन्होंने पूछा कि क्या जनता ने बीजेपी को मुस्तफाबाद का नाम बदलने के लिए बहुमत दिया है? उन्होंने इसे ओछी राजनीति बताते हुए कहा कि बड़े नाम रखने से कुछ नहीं होता असली काम विकास से होगा.
क्या विधानसभा सत्र में आएगा प्रस्ताव?
मुस्तफाबाद का नाम बदलने की मांग अब एक बड़े राजनीतिक विवाद का रूप ले चुकी है. जहां बीजेपी इसे ‘संस्कृतिक पहचान’ से जोड़कर देख रही है वहीं कांग्रेस इसे जनहित के मुद्दों से भटकाने की साजिश बता रही है. अब देखना होगा कि विधानसभा के पहले सत्र में ये प्रस्ताव रखा जाता है या नहीं और इस पर दिल्ली की राजनीति में आगे क्या मोड़ आता है.