सोशल मीडिया पर निगेटिव कंटेंट खराब कर सकते हैं मेंटल हेल्थ, हो जाएं सावधान- स्टडी

Online Content Side Effects : ज्यादा समय तक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिताना सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं मेंटल हेल्थ के लिए भी बेहद खतरनाक है. इसका सीधा असर दिमाग पर पड़ता है. नेचर ह्यूमन बिहेवियर में पब्लिश UCL शोधकर्ताओं की टीम की एक स्टडी में मेंटल हेल्थ और स्मार्टफोन, लैपटॉप, सोशल मीडिया के ज्यादा यूज के बीच कनेक्शन बताया गया है.

इस स्टडी में पाया गया कि खराब मेंटल हेल्थ (Mental Health) वाले ऑनलाइन निगेटिव कंटेंट्स की ओर ज्यादा आकर्षित हुए. आइए जानते हैं क्या कहती है स्टडी और ऑनलाइन कंटेंट्स मानसिक सेहत के लिए कितना हानिकारक है…

क्या कहती है स्टडी

इस स्टडी में 1,000 से ज्यादा पार्टिसिपेंट्स की ऑनलाइन ब्राउज़िंग हैबिट्स की जांच की गई. उनके सर्च किए गए वेब पेज के इमोशनल एंगल को चेक किया गया. इसके बाद उन सभी ने अपनी मौजूदा मानसिक सेहत और कंडीशन को लेकर खउलकर बात की. शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग खराब मानसिक सेहत के लक्षणों को महसूस कर रहे थे, उन्होंने ज्यादा बार निगेटिव कंटेंट्स को ब्राउज किया था.

इन कंटेंट्स को देखने के बाद उन लोगों के मूड खराब हुए और उसे सुधारने के लिए ज्यादा निगेटिव कंटेंट्स खोजनी पड़ी. इस स्टडी में शामिल प्रोफेसर ताली शारोट ने कहा, कि इन नतीजों से साफ होता है कि निगेटिव तौर पर कंटेंट्स न सिर्फ किसी के मूड को खराब कर सकता है बल्कि मेंटल तौर पर कई चुनौतियां भी सामने ला सकती हैं.

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कितने घंटे सोशल मीडिया पर रहते हैं लोग

दुनिया की 8 अरब से ज्यादा आबादी में से करीब 5.3 अरब इंटरनेट यूजर्स हैं. चीन में सबसे ज्यादा सोशल मीडिया यूजर्स हैं लेकिन सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा समय भारतीय बिताते हैं. भारत में ज्यादातर लोग अपनी भूख, प्यास, नींद और रिश्तों को दरकिनार कर सोशल मीडिया पर समय बिताते हैं.

रिसर्च फर्म ‘रेडसियर’ के अनुसार, हर भारतीय इंटरनेट यूजर्स दिन में औसतन 7.3 घंटे स्मार्टफोन पर नजरें गड़ाए रहता है. इसमें ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर बितता है. रिसर्च बताती हैं कि स्क्रीनटाइम जितना ज्यादा होता है, मेंटल हेल्थ उतनी ही ज्यादा खराब होती है. इससे एंग्जाइटी और डिप्रेशन ही नहीं कई गंभीर डिसऑडर्स भी हो सकते हैं. रिसर्च जर्नल PubMed में बताया गया है कि 70% लोग सोने से पहले स्मार्टफोन चलाते हैं या सोशल मीडिया पर बिजी रहते हैं.

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सोशल मीडिया के खतरनाक साइड इफेक्ट्स

1. जर्नल PubMed की रिपोर्ट में बताया गया है कि सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने की वजह से नींद पूरी हनीं होती है और इंसान डिप्रेशन का शिकार या भूलने की बीमारी की चपेट में आ जाता है.

2.  सोशल मीडिया पर बिजीर रहने के चलते सोशल रिश्ते बिखर जाते हैं और इमोशनल कनेक्शन भी खत्म हो जाता है.

3. सोशल मीडिया की लत बढ़ने से डिप्रेशन और एंग्जाइटी की समस्या होती है. इंसान वर्चुअल दुनिया में रहकर एंटी-सोशल बन जाता है, जिससे मेंटल हेल्थ खराब होती है.

4. सोशल मीडिया के चक्कर में इंसान नकली दुनिया बना लेता है और  परफेक्ट दिखाने के चक्कर में तनाव, जनल का शिकार हो जाता है, जो मेंटल हेल्थ को खराब कर सकती है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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