मनोज बाजपेयी ने इस बीमारी से सबक लेते हुए बदल ली पूरी लाइफस्टाइल, जानें क्या था पूरा मामला?

मनोज बाजपेयी ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने  एक गंभीर बीमारी के कारण अपनी पूरी लाइफस्टाइल बदल ली. दरअसल, मनोज बाजपेयी की मां को पेट का कैंसर था. जिसके कारण वह खुद भी काफी वक्त तक बीमार हो गए थे. मनोज बाजपेयी ने अपने स्वास्थ्य और बीमारी के स्ट्रगल के […]

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MI vs UP: मुंबई इंडियंस ने WPL प्लेऑफ की ओर बढ़ाए कदम, यूपी को 6 विकेट से रौंदा

MI vs UP Match Highlights WPL 2025: मुंबई इंडियंस ने यूपी वॉरियर्स को 6 विकेट से हरा दिया है. इसी के साथ यूपी की टीम वीमेंस प्रीमियर लीग (Womens Premier League 2025) से बाहर होने की कगार पर आ गई है. इस मैच में यूपी वॉरियर्स (UP Warriorz) की टीम ने पहले खेलते हुए 150 रन बनाए थे. जवाब में मुंबई इंडियंस 9 गेंद शेष रहते यह मैच जीत लिया है. मुंबई के लिए जीत में सबसे बड़ा योगदान हेली मैथ्यूज ने दिया, जिन्होंने 68 रन बनाने के साथ-साथ गेंदबाजी में 2 विकेट भी चटकाए.

मुंबई इंडियंस प्लेऑफ के करीब

मुंबई इंडियंस के अब 6 मैचों में 4 जीत के बाद 8 अंक हो गए हैं और पॉइंट्स टेबल में यह टीम दूसरे स्थान पर आ गई है. अभी तक केवल दिल्ली कैपिटल्स ने ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है, जो फिलहाल 10 अंकों के साथ टॉप पर काबिज है. इसके बाद अभी मुंबई के 2 मैच बाकी हैं, उनमें से कोई एक मुकाबला जीतकर मुंबई इंडियंस भी प्लेऑफ में जगह पक्की कर लेगी. अगर ऐसा हुआ तो मुंबई इंडियंस के लिए यह लगातार तीसरा मौका होगा जब वह प्लेऑफ में पहुंचेगी.

ये रहे मुंबई की जीत के हीरो

सबसे पहले मुंबई इंडियंस की जीत की नींव अमेलिया केर ने रखी. उन्होंने 4 ओवर में 38 रन देकर 5 विकेट चटकाए. हालांकि हेली मैथ्यूज ने बैट और बॉल, दोनों से योगदान दिया. गेंदबाजी में उन्होंने 2 विकेट लिए और बल्लेबाजी में 68 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली. इस पारी के दौरान मैथ्यूज ने 8 चौके और 2 छक्के लगाए. MI के लिए बैटिंग में मैथ्यूज के अलावा नैट साइवर-ब्रंट भी चमकीं, जिन्होंने मिडिल ओवरों में 37 रन बनाए. अंतिम ओवरों में अमनजोत कौर ने 12 रन और यास्तिका भाटिया ने 10 रन बनाते हुए मुंबई की जीत सुनिश्चित की.

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WPL 2025: यूपी वॉरियर्ज के खिलाफ मुंबई इंडियंस की जीत के बाद प्वॉइंट्स टेबल में बड़ा फेरबदल, जानें लेटेस्ट अपडेट

WPL Points Table Update: गुरूवार को वीमेंस प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस ने यूपी वॉरियर्ज को हरा दिया. इस जीत के बाद हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस ने अपनी प्लेऑफ की उम्मीदों को मजबूत कर लिया है. वहीं, यूपी वॉरियर्ज के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. मुंबई इंडियंस प्वॉइंट्स टेबल में दूसरे नंबर पर काबिज है. इस टीम के 6 मैचों में 8 प्वॉइंट्स हैं. वहीं, यूपी वॉरियर्ज प्वॉइंट्स टेबल में पांचवे नंबर पर है. यूपी वॉरियर्ज के 7 मैचों में 4 प्वॉइंट्स हैं. अब तक यूपी वॉरियर्ज को महज 2 मैचों में जीत मिली है. जबकि दीप्ति शर्मा की कप्तानी वाली यूपी वॉरियर्ज को 5 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है.

दिल्ली कैपिटल्स प्वॉइंट्स टेबल में टॉप पर बरकरार

मुंबई इंडियंस की जीत के बावजूद दिल्ली कैपिटल्स प्वॉइंट्स टेबल में टॉप पर बरकरार है. दिल्ली कैपिटल्स के 7 मैचों में 10 प्वॉइंट्स हैं. अब तक दिल्ली कैपिटल्स को 5 मैचों में जीत मिली है. इसके अलावा 2 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस के बाद तीसरे नंबर पर गुजरात जायंट्स है. गुजरात जायंट्स के 6 मैचों में 6 प्वॉइंट्स हैं. इस टीम को 3 मैचों में जीत मिली है, जबकि 3 मैचों में शिकस्त का सामना करना पड़ा है. वहीं, स्मृति मंधाना की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु प्वॉइंट्स टेबल में चौथे नंबर पर है.

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु के हालात बद से बदतर हुए

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु ने सीजन की शुरूआत शानदार अंदाज में की. लेकिन इसके बाद अपनी जीत की लय को बरकरार नहीं रख सके. आरसीबी ने पहले दोनों मैचों में जीत हासिल की, लेकिन इसके बाद लगातार 4 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु के 6 मैचों में 4 प्वॉइंट्स हैं. अब तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु को 2 मैचों में जीत मिली है. वहीं, इस टी को 4 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है.

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IND vs NZ: क्या 25 साल पहले मिले जख्म को भुला पाएगा भारत? जब चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में न्यूजीलैंड से हारी थी टीम इंडिया

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IND vs NZ: चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में इन भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए हैं सबसे ज्यादा रन, देखें टॉप-5 लिस्ट

Most Runs By Indian Batsman In Champions Trophy Final: रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने होंगी. भारतीय फैंस की निगाहें रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल जैसे बल्लेबाजों पर रहेंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में सबसे ज्यादा रन बनाना वाले टॉप-5 बल्लेबाजों की फेहरिस्त में किस-किस का नाम है? दरअसल, इस फेहरिस्त में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली टॉप पर हैं. चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ सौरव गांगुली ने 117 रन बनाए थे. इसके अलावा इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 69 रनों की पारी खेली थी.

सौरव गांगुली के बाद हार्दिक पांड्या का नंबर-

वहीं, इस फेहरिस्त में हार्दिक पांड्या दूसरे नंबर पर काबिज हैं. चैंपियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल में भारतीय टीम को पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन हार्दिक पांड्या ने तूफानी पारी खेली थी. हार्दिक पांड्या ने रन आउट होने से पहले 43 गेंदों पर 76 रनों की पारी खेली थी. उन्होंने अपनी पारी में 4 चौके और 6 छक्के लगाए थे. हालांकि, इस मैच में टीम इंडिया को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. पाकिस्तान ने भारत को 180 रनों से हराया था. सौरव गांगुली और हार्दिक पांड्या के बाद तीसरे नंबर पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर हैं.

सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे नाम-

चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने थी. उस मैच में भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने शतक बनाया था. इसके अलावा सचिन तेंतदुलकर ने 69 रनों का योगदान दिया था. यह चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में किसी भारतीय बल्लेबाज का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है. इस फेहरिस्त में विराट कोहली चौथे नंबर पर हैं. चैंपियंस ट्रॉफी 2013 फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली ने 43 रन बनाए थे. इसके अलावा इस फाइनल में रवींद्र जडेजा ने 33 रनों का योगदान दिया था.

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ICC वनडे टूर्नामेंट्स के फाइनल में कैसा रहा है टीम इंडिया का प्रदर्शन? जानें कब क्या हुआ

Indian Cricket Team In ICC ODI Tournaments Final: भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैदान पर उतरेगी. लेकिन क्या आप जानते हैं आईसीसी वनडे टूर्नामेंट्स के फाइनल में टीम इंडिया का प्रदर्शन कैसा रहा है? दरअसल, आज हम नजर डालेंगे आईसीसी वनडे टूर्नामेंट्स के फाइनल में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर. टीम इंडिया सबसे पहले वर्ल्ड कप 1983 के फाइनल में पहुंची. कपिल देव की कप्तानी वाली भारतीय टीम फाइनल में वेस्टइंडीज को हराकर चैंपियन बनी. इस फाइनल में भारत ने वेस्टइंडीज को 43 रनों से हराया.

आईसीसी वनडे टूर्नामेंट्स का फाइनल और टीम इंडिया-

इसके बाद भारतीय टीम को आईसीसी टूर्नामेंट्स के फाइनल में पहुंचने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. टीम इंडिया तकरीबन 17 साल बाद आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल में पहुंची, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी 2002 के फाइनल में पहुंची. इस बार भारतीय टीम के सामने श्रीलंका थी, लेकिन दोनों टीमों के बीच फाइनल बारिश की भेंट चढ़ गया. इसके तकरीबन 1 साल बाद टीम इंडिया वर्ल्ड कप 2003 के फाइनल में पहुंची, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 125 रनों के बड़े अंतर से हराया.

महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में 28 साल बाद चैंपियन बना भारत

महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत वनडे वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में पहुंचा. इस बार भारतीय टीम फाइनल में श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद चैंपियन बनी. भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था. वहीं, इसके बाद टीम इंडिया आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के फाइनल में पहुंची. भारत ने फाइनल में मेजबान इंग्लैंड को 5 रनों से हराया. चैंपियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ 180 रनों से हार का सामना करना पड़ा. वनडे वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया.

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Saud Shakeel: चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खिलाफ फिफ्टी, लेकिन अब इस वजह से साउद शकील की हो रही फजीहत

Saud Shakeel Time Out: पिछले दिनों चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खिलाफ पाकिस्तानी बल्लेबाज साउद शकील ने अच्छी इनिंग खेली थी. इस बल्लेबाज ने पचास रनों का आंकड़ा पार किया था. लेकिन अब यह बल्लेबाज अलग वजहों से खबरों में है. दरअसल, मंगलवार को प्रेसिडेंट कप में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान और पाकिस्तान टेलीविजन की टीमें आमने-सामने थी. साउद शकील स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का हिस्सा थे. इस बल्लेबाज को बल्लेबाजी के लिए नंबर-5 पर आना था, लेकिन इस बीच साउद शकील सो गए. लिहाजा, वह तय समय तक क्रीज पर पहुंचने में नाकाम रहे. इसके बाद साउद शकील को टाइम आउट करार दिया गया.

पाकिस्तान के पहले और वर्ल्ड के सातवें बल्लेबाज बने-

स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का बल्लेबाज आउट हुआ. इसके बाद साउद शकील को नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने आना था, लेकिन तय समय तक क्रीज पर नहीं पहुंचे. इसके बाद पाकिस्तान टेलीविजन के कप्तान अमाद बट्ट ने अपील की. अमाद बट्टी की अपील के बाद अंपायर ने साउद शकील को आउट करार दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साउद शकील ड्रेसिंग रूम में सो गए थे. लिहाजा, वह तय समय तक क्रीज पर पहुंचने में नाकाम रहे. इस तरह साउद शकील पहले पाकिस्तानी बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्हें टाइम आउट करार दिया. साथ ही क्रिकेट इतिहास के सातवें बल्लेबाज बने, जिन्हें टाइम आउट होना पड़ा.

क्रिकेट फील्ड पर टाइम आउट क्या होता है?

अब सवाल है कि क्रिकेट फील्ड पर टाइम आउट क्या होता है? किसी बल्लेबाज के आउट होने के बाद नए बल्लेबाज को कितने समय तक क्रीज पर पहुंचना होता है? दरअसल, क्रिकेट फील्ड पर नए बल्लेबाज को 3 मिनट में पहुंचना होता है. अगर किसी बल्लेबाज के आउट होने के बाद नया बल्लेबाज 3 मिनट के अंदर क्रीज पर पहुंचने में नाकाम रहता है तो विपक्षी टीम टाइम आउट के लिए अपील कर सकती है. वहीं, इसके बाद अंपायर बल्लेबाज को टाइम आउट करार दे सकता है. अब साउद शकील के टाइम आउट होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की लगातार फजीहत हो रही है.

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एक दूजे का हाथ थामे एयरपोर्ट पर स्पॉट हुए रकुल प्रीत सिंह और जैकी भगनानी, कपल ने समर आउटफिट में दी कूल वाइब्स

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बरेली की लेडी सिंघम को मिला वुमेन ऑइकन अवार्ड, बिना कोचिंग के पाई थी 136वीं रैंक, जानिए उनकी कहानी

UPSC सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करना एक बहुत ही कठिन कार्य है, जिसके लिए निरंतर मेहनत और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है. इस परीक्षा में हर साल हजारों उम्मीदवार बैठते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही IAS, IPS या IFS अधिकारी बन पाते हैं. आज हम आपको एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी बताने जा रहे हैं, जो न केवल मेहनत और संघर्ष की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई भी मुश्किल दूर हो सकती है.

हम आपके लिए एक खास सीरीज ‘सक्सेस मंत्रा’ लेकर आए हैं, जिसमें आज हम आपको बताएंगे IPS अंशिका वर्मा की, जो एक पूर्व इंजीनियर हैं और आज वह आईपीएस अधिकारी हैं. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अंशिका वर्मा के काम पर आधारित पुस्तक का विमोचन करने के साथ ही उनको वुमेन ऑइकन अवार्ड से सम्मानित भी किया. उन्हें बरेली में लोग लेडी सिंघम के नाम से भी जानते हैं. 

बिना कोचिंग दूसरे अटेम्प्ट में पास की UPSC

अंशिका वर्मा उत्तर प्रदेश कैडर की 2021 बैच की अधिकारी हैं और वर्तमान में बरेली में एसपी दक्षिणी के पद पर कार्यरत हैं. अंशिका ने 2020 UPSC CSE को बिना कोचिंग के पास किया था. अपनी दूसरी कोशिश में उन्होंने अखिल भारतीय रैंक (AIR) 136 प्राप्त की. वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर की रहने वाली हैं और यहीं से उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की थी.

प्रयागराज में रहकर की UPSC की तैयारी 

अंशिका ने अपनी प्राथमिक शिक्षा नोएडा से की थी. इसके बाद, उन्होंने गालगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नोएडा से 2014 से 2018 तक इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में B.Tech की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने UPSC सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी के लिए प्रयागराज का रुख किया. अंशिका ने अपनी पूरी ऊर्जा और समर्पण के साथ पढ़ाई की और अपनी दूसरी कोशिश में UPSC CSE में शानदार 136वीं रैंक प्राप्त की, वह भी बिना किसी कोचिंग के.

पिता बिजली निगम से हैं रिटायर 

उनकी सफलता की कहानी इस बात का प्रतीक है कि अगर आपके पास सही दिशा और जुनून हो, तो आप किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं. अंशिका के परिवार की बात करें तो उनके पिता उत्तर प्रदेश बिजली निगम लिमिटेड (UPEL) में कार्यरत थे, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं. अंशिका सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती हैं, और उनके इंस्टाग्राम पर 244K फॉलोअर्स हैं. वह अक्सर अपनी व्यक्तिगत और पेशेवर जिंदगी से जुड़ी पोस्ट साझा करती रहती हैं, जिससे उनके फॉलोअर्स को प्रेरणा मिलती है.

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यूपी के के शिक्षकों के लिए बड़ा कदम, सरकार ने की इन सहायता राशि में बढ़ोतरी

उत्तर प्रदेश के अध्यापकों के लिए राहत की खबर आई है. प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान की नियमावली में बड़ा बदलाव किया है. सरकार ने शिक्षक सहायता कोष में वृद्धि की है. इस बदलाव से प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को गंभीर बीमारियों के इलाज में महत्वपूर्ण आर्थिक मदद मिलेगी.

सरकार ने गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दी जाने वाली सहायता राशि में तीन गुना से अधिक वृद्धि की है, जिससे शिक्षकों को इलाज के लिए अब पहले से कहीं अधिक मदद मिलेगी. इसके अलावा मृत शिक्षकों की बेटियों की शादी के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. पहले यह राशि 10 हजार रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है. यह फैसला मृतक शिक्षकों के परिवारों को राहत देने के लिए लिया गया है.

गंभीर रोग से ग्रस्त शिक्षकों के लिए तत्काल सहायता का प्रावधान
इसके अलावा गंभीर बीमारी से ग्रस्त अध्यापकों के मामलों में मंत्री के अनुमोदन से एक सप्ताह के भीतर 50 हजार रुपये की तत्काल सहायता प्रदान की जाएगी. यदि विशेष परिस्थितियां बनती हैं तो अतिरिक्त सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी. इसके लिए आवेदक को सक्षम अधिकारी का प्रमाण पत्र देना होगा.

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि इस प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जाएगा. शिक्षकों और उनके परिवारों के लिए आवेदन पत्र एक नए पोर्टल के माध्यम से लिए जाएंगे जहां आवेदनों की समय सीमा के भीतर निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा. इसके लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाएगा जो आवेदन की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाएगी.

अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने यह भी बताया कि गंभीर बीमारियों से ग्रस्त शिक्षकों और उनके आश्रितों के लिए दी जाने वाली सहायता राशि के कोष को बढ़ाने की आवश्यकता है. इसके लिए शिक्षक दिवस पर शिक्षकों से 100 रुपये सहयोग राशि ली जाएगी जिसे शिक्षक संगठनों के साथ बातचीत के बाद लागू किया जाएगा. इसके अलावा प्रकोष्ठ के संचालन के लिए सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मानदेय पर रखा जाएगा.

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सोना-चांदी सस्ता हो गया, अब 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड के लिए सिर्फ इतने पैसे देने होंगे

अगर आप सोना-चांदी में निवेश करते हैं या ज्वेलरी के शौकीन हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी हो सकती है. शुक्रवार को भारत के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने और चांदी के दाम गिरावट के साथ खुले. सोने की कीमत में 294 रुपये की गिरावट दर्ज की गई और यह 85,740 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि बीते दिन यह 86,034 रुपये था.

चांदी की चमक भी हुई फीकी

चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई. यह 332 रुपये कम होकर 97,809 प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी, जबकि पिछला बंद भाव 98,141रुपये था.

इंटरनेशनल मार्केट में भी गिरी कीमत

इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने की कीमतों में हल्की गिरावट आई, लेकिन हफ्ते भर में यह बढ़त बनाए हुए है. शुक्रवार को स्पॉट गोल्ड 0.3 फीसदी गिरकर 2,900.48 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. हालांकि, इस हफ्ते में सोने में कुल मिलाकर 1.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है.

आगे क्या रहेगा भाव

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे सोने की मांग मजबूत बनी हुई है. इसके अलावा, अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल डेटा का इंतजार किया जा रहा है, जो फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों से जुड़ा अहम संकेतक हो सकता है.

ब्याज दरों का असर

दरअसल, सोने को महंगाई के खिलाफ सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन जब ब्याज दरें ज्यादा समय तक ऊंची बनी रहती हैं, तो इससे सोने की चमक थोड़ी फीकी पड़ सकती है. फेडरल रिजर्व गवर्नर क्रिस्टोफर वालर ने संकेत दिया है कि इस महीने ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम है. हालांकि, अगर महंगाई में कमी आती है, तो साल के अंत तक कटौती संभव हो सकती है.

अगर आप सोने-चांदी में निवेश कर रहे हैं, तो बाजार के रुख पर पैनी नजर बनाए रखें. अमेरिकी नीतियों और ब्याज दरों में संभावित बदलाव भारतीय सर्राफा बाजार को भी प्रभावित कर सकते हैं.

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शेयर बाजार खुलते ही इन दो स्टॉक्स ने दिखाई तूफानी तेजी, कुछ ही मिनटों में मालामाल हो गए निवेशक

बीते दो दिनों से शेयर बाजार में तेजी देखने को मिल रही है. लगभग 5 महीने से लगातार गिर रहे बाजार में ये हरियाली निवेशकों के लिए थोड़ी राहत लेकर आई है. हालांकि, इस राहत को आज यानी 7 मार्च, 2025 को दो शेयरों ने अपने निवेशकों के लिए खुशखबरी में बदल दिया. दरअसल, शेयर बाजार खुलते ही इन दो स्टॉक्स ने जबरदस्त उछाल दिखाया, जिससे कुछ ही मिनटों में निवेशक मालामाल हो गए.

कौन से हैं ये दो स्टॉक्स

हम जिन दो स्टॉक्स की बात कर रहे हैं, उनमें एक है कल्पतरु प्रोजेक्ट्स इंटरनेशनल (KPIL) और दूसरा है क्यूस कॉर्प (Quess Corp Shares). खबर लिखे जाने तक KPIL के शेयरों में जहां, आज 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, वहीं क्यूस कॉर्प की कीमतों में भी 6 फीसदी की बढ़ोतरी दिखी. दरअसल, कल्पतरु प्रोजेक्ट्स इंटरनेशनल कंपनी ने 2,360 करोड़ के नए ऑर्डर हासिल करने की घोषणा की. कल्पतरु प्रोजेक्ट्स इंटरनेशनल लिमिटेड (Kalpataru Projects International ltd Share) ने बताया कि उसने और उसकी अंतरराष्ट्रीय सहायक कंपनियों ने 2,306 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर/अवार्ड्स हासिल किए हैं.

क्यूस कॉर्प के शेयरों में क्यों दिखी तेजी

वहीं, क्यूस कॉर्प के शेयर ने लगातार तीसरे सत्र में भी मजबूत खरीदारी देखी. शुक्रवार को BSE पर सुबह के कारोबार में इस मिड-कैप स्टॉक ने 6 फीसदी से ज्यादा की छलांग लगाई. स्टॉक 661.15 पर खुला, जो पिछले दिन के क्लोजिंग प्राइस 634.95 रुपये से ज्यादा था. करीब 9:30 बजे तक यह स्टॉक 5.05 फीसदी बढ़कर 667 पर पहुंच गया.

दरअसल, क्यूस कॉर्प ने 6 मार्च को मार्केट बंद होने के बाद घोषणा की कि NCLT (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) ने कंपनी के तीन-हिस्सों में विभाजन (डिमर्जर) को मंजूरी दे दी है. कंपनी ने कहा, “क्यूस कॉर्प लिमिटेड, भारत की सबसे बड़ी बिजनेस सर्विसेज कंपनी, को 4 मार्च को NCLT बैंगलोर बेंच से डिमर्जर की मंजूरी मिल गई है. इसके बाद तीन अलग-अलग पब्लिक लिस्टेड कंपनियां बनेंगी.”

भारत की सबसे बड़ी वर्कफोर्स मैनेजमेंट कंपनी

पिछले साल फरवरी में कंपनी ने अपने विविध बिजनेस को तीन अलग-अलग इकाइयों में बांटने का फैसला किया था. क्यूस कॉर्प ने आगे कहा, “इस मंजूरी के साथ, डिमर्जर की प्रक्रिया समय पर चल रही है. कंपनी इसके लिए पूरी तैयारी कर रही है. डिमर्जर के बाद, क्यूस कॉर्प (शेष कंपनी) भारत की सबसे बड़ी वर्कफोर्स मैनेजमेंट कंपनी बनी रहेगी, जिसके 5 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं और इसका दायरा 9 देशों में फैला हुआ है.”

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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रंगों से कैसे रखें अपनी स्किन का ख्याल? होली पर ये हैक्स आपको रखेंगे एकदम सेफ

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Ramadan 2025 Day 6: रमजान का छठवां रोजा है खास, रोजेदारों को देता है ईमानदारी और फरमाबर्दारी की सीख

Ramadan 2025 Day 6: इस्लामिक (हिजरी) कैलेंडर के मुताबिक रमजान साल का नौवां महीना होता है जोकि शाबान के बाद आता है. साल में पड़ने वाले 12 महीनों में रमजान को सबसे पवित्र (पाक) माना जाता है. रमजान में रोजा रखने का महत्व है. इसे रहमत, बरकत और मगफिरत का महीना कहा जाता है. दुनियाभर […]

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बच्चों में इन बुरी आदतों की वजह से बढ़ता है मोटापा, ऐसे कर सकते हैं कंट्रोल

आजकल के बच्चे ओवरवेट की समस्या से गुजर रहे हैं. इसके पीछे का कारण डॉक्टर बताते हैं खराब लाइफस्टाइल और खानपान. अगर कोई बच्चा काफी स्वीट ड्रिंक, फिजिकल एक्टिविटी एकदम न के बराबर होने के कारण भी बच्चे मोटापा से पीड़ित हो जाते हैं. एक चीज और सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है वह यह कि […]

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