उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली निधि तिवारी ने अपने कड़े परिश्रम और दृढ़ संकल्प से देश की सबसे प्रतिष्ठित नौकरी हासिल की है. अब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राइवेट सेक्रेटरी नियुक्त की गई हैं.
निधि तिवारी 2014 बैच की आईएफएस (भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी हैं. उन्होंने 2022 में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में अंडर सेक्रेटरी के रूप में काम शुरू किया था. कुछ ही महीनों में उन्हें उप सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया और अब वे PMO में और भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही हैं.
BHU से UPSC तक का सफर
निधि तिवारी की शिक्षा वाराणसी से ही शुरू हुई. उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया है. BHU देश का प्रमुख शिक्षण संस्थान है और ह्यूमैनिटीज व सोशल साइंसेज की पढ़ाई के लिए जाना जाता है. अपनी पढ़ाई के दौरान ही निधि ने सिविल सेवा में जाने का सपना देखा और उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत शुरू कर दी.
यूपीएससी परीक्षा से पहले निधि वाराणसी में असिस्टेंट कमिश्नर (कमर्शियल टैक्स) के पद पर कार्यरत थीं. हालांकि उनकी मंज़िल इससे कहीं आगे थी. उन्होंने 2013 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा दी और ऑल इंडिया रैंक 96 हासिल की. इसके बाद उनका चयन 2014 बैच के लिए IFS में हुआ.
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राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुभव
विदेश मंत्रालय के निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग में कार्य करने के बाद निधि को PMO में अंडर सेक्रेटरी बनाया गया. यहां उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ ‘विदेश और सुरक्षा मामलों’ से जुड़े काम किए. उन्होंने सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों जैसे अहम क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाई.
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शानदार सैलरी
रिपोर्ट्स के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय में प्राइवेट सेक्रेटरी के पद पर नियुक्त अफसरों का वेतनमान पे मैट्रिक्स स्तर 14 के अनुसार निर्धारित है. इस स्तर पर सैलरी 1 लाख 44 हजार 200 रुपये प्रति माह होती है. इसके अलावा महंगाई भत्ता (DA), आवास भत्ता (HRA), यात्रा भत्ता (TA) और अन्य भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं.
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