बालों की इस गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं देवानंद की यह मशहूर ऐक्ट्रेस, फिर ऐसे हुईं ठीक

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वहीदा रहमान ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा करते हुए कहा था कि उनके बाल समय से पहले यानी काफी यंग एज में ही सफेद होने लगे थे. जिसके कारण उन्हें हर 10 दिन पर सफेद बाल को छिपाने के लिए बाल कलर करने पड़ते थे. हालांकि, जब वह अपने पति की सेहत को लेकर व्यस्त थीं, तो वहीदा अपने बालों को रंगना भूल गईं और जल्द ही राज खुल गया.

फिल्मफेयर से बात करते हुए वहीदा ने बताया, मेरे बाल बहुत जल्दी सफेद होने लगे थे. हर 10 दिन में मुझे उन्हें रंगना पड़ता था. मुझे यह बहुत थका देने वाला लगता था. जब मेरे पति बीमार थे, तो मेरे दिमाग में बाल रंगने का ख्याल नहीं आया. जब मैं मुंबई आई, तो मुझे देखकर सभी हैरान रह गए. हेलेन, साधना, नंदा… सभी ने कहा, ‘खुदा ये क्या किया तुमने.

 आमतौर पर बाल सफेद 50 साल के बाद ही होते हैं लेकिन इन दिनों 20-30 या इससे भी कम उम्र में बाल सफेद होने की समस्या (White Hair Problem) हो रही है. एक्सपर्ट का कहना है कि उम्र बढ़ने के साथ बालों के रोम छिद्र में रंग का उत्पादन कम हो जाता है. इसकी वजह से ही इस तरह की परेशानी होती है. आइए जानते हैं कम उम्र में बाल सफेद होने का कारण और बचाव…
 
बालों का कलर क्या है

बालों के रोम में वर्णक यानी रंगों का उत्पादन करने वाली कोशिकाएं रहती हैं. ये मेलेनिन नाम का केमिकल बनाती हैं. ये बालों को काला करने का काम करता है. जब उम्र बढ़ने लगती है तो ये कोशिकाएं भी मरने लगती हैं. मेलेनिन की कमी से नए बालों में भी प्रॉब्लम होने लगती है. खासकर बाल ग्रे या सफेद होने लगते हैं.
 
कम उम्र में क्यों सफेद हो जाते हैं बाल

उम्र ढलने के साथ बाल सफेद होना नॉर्मल होता है लेकिन परेशानी तब होती है, जब कम उम्र में ही ये समस्या शुरू हो जाती है. एक्सपर्ट इसके पीछे कई चीजों को कारण मानते हैं. ज्यादा तनाव लेना या कोई दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. रिसर्च के मुताबिक, बाल सफेद होना काफी हद तक जीन पर निर्भर करता  है. ये तय करते हैं कि बाल सफेद कब होंगे. अगर माता-पिता में से किसी के बाल 30 साल की उम्र में ही सफेद हो गए थे, तब ज्यादा चांसेस है कि बच्चे के बाल भी इसी उम्र तक सफेद हो सकते हैं.
 
बालों के सफेद होने के पीछे के कारण

जेनेटिक कारण 

विटामिन बी 12 की कमी

न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस, ऐसी बीमारियां जो आनुवांशिक तौर पर मिली है और नसों, हड्डियों और स्किन को प्रभावित करते हैं.

विटिलिगो की प्रॉब्लम, मतलब मेलानोसाइट्स का रंग खोना.

एलोपीसिया एसरिटी की समस्या से बाल झड़ते हैं और सफेद भी हो सकते हैं.
 
बालों को सफेद होने से कैसे रोकें

एंटीऑक्सीडेंट वाली चीजें ज्यादा खाएं.

सब्जियों और फलों का सेवन जितना हो सके करें.

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धूम्रपान से दूरी बनाएं.

पर्याप्त मात्रा में विटामिन का सेवन करें. बालों को हेल्दी रखने के लिए विटामिन बी 12 सबसे ज्यादा जरूरी है.

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खानपना में मिनिरल्स को शामिल करें. बालों के ग्रोथ और कोशिकाओं को हेल्दी रखने के लिए मिनरल्स की काफी इंपॉर्टेंस होती है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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