Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली में मतदान की तारीफ धीरे-धीरे करीब आ रही है. इसी के साथ आम आदमी पार्टी बीजेपी पर हमलावर है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बीजेपी कई इलाकों में हजारों वोट कटवा रही है. वहीं, बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी फर्जी वोटर बनवाने की कोशिश कर रही है.
इन दोनों पार्टियों के दावे को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. हालांकि आंकड़ों से साफ हुआ है कि 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले कम से कम 14 विधानसभा क्षेत्रों में वोटरों की संख्या में कमी आई है. वहीं, कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जहां मतदाता बढ़ गए हैं.
मतदाताओं की संख्या में आया है बदलाव
राजधानी में वोटरों की संख्या में बड़े बदलाव आए हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में जितने मतदाता थे, वो अब नहीं होंगे. कई क्षेत्रों में वोटरों की संख्या में तेज गिरावट आई है. वहीं, कई क्षेत्रों में वोटरों की संख्या बढ़ गई है. फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले चुनाव की तुलना में लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र में इस साल 15,213 कम वोटर रजिस्टर हुए हैं. पहले यहां पर 2,21,651 वोटर थे, जबकि इस साल केवल 2,06,438 दिल्ली वासियों ने ही वोटिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.
वहीं, रोहिणी विधानसभा क्षेत्र में पिछली बार हुए चुनाव की तुलना में 10,437 मतदाता कम होंगे. यहां पर मतदाताओं की संख्या 1,82,979 से घटकर 1,72,542 हो गई है. बाबरपुर विधानसभा सीट पर भी पांच साल पहले की तुलना में इस वर्ष 699 वोटर कम दर्ज किए गए हैं.यह 14 विधानसभा क्षेत्रों में सबसे कम है.
यहां हुई है सबसे ज्यादा गिरावट
सबसे ज्यादा गिरावट दिल्ली कैंट में हुई है. यहां पर 2020 विधानसभा चुनाव में 1,29,338 वोटर थे, लेकिन अब यहां पर केवल 78,893 वोटर रह गए हैं. यहां पर 50,445 मतदाता कम हो गए हैं. दिल्ली विधानसभा सीट पर 020 विधानसभा चुनाव में 1,45,901 वोटर थे, लेकिन इस साल सिर्फ 1,09,022 मतदाता वोट कर पाएंगे.यहां से अरविंद केजरीवाल और परवेश वर्मा प्रत्याशी हैं.
इन सीटों पर बढ़ें हैं मतदाता
इस बार कई विधानसभा सीटें ऐसी भी हैं, जहां 2020 की तुलना में इस बार ज्यादा मतदाता होंगे. ओखला विधानसभा सीट पर इस बार 44,432 वोटर ज्यादा होंगे. वहीं बदरपुर सीट पर 41,229 नए वोटर दर्ज किए गए हैं.हालांकि इसके पीछे कोई विशेष कारण नहीं बताया गया है.