Dadi-Nani Ki Baatein: गर्भवती महिलाओं को नहीं लगानी चाहिए हाथों में मेहंदी, क्यों कहती है दादी-नानी

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Dadi-Nani Ki Baatein: अधिकतर महिलाओं को मेहंदी लगाना पसंद होता है. हिंदू धर्म में तो मेहंदी को सोलह श्रृंगार का हिस्सा माना गया है. शादी विवाह से लेकर शुभ मांगलिक कार्य, व्रत-त्योहार और खुशी के उत्सव आदि में मेहंदी लगाने का महत्व है. सुहाग से जुड़े व्रत त्योहार तो मेहंदी के बिना अधूरे माने जाते हैं. सुहागन महिलाओं का तो मेहंदी लगाना बहुत ही शुभ माना गया है.

लेकिन घर के बड़े बुजुर्ग या दादी नानी प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को मेहंदी लगाने से मना करती हैं. प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के कार्य वर्जित माने जाते हैं. क्योंकि इन कार्यों को गर्भावस्था में करने से गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंच सकता है. इन्हीं में से एक है मेहंदी लगाना. इसलिए दादी नानी गर्भवती महिलाओं को मेहंदी लगाने से मना करती हैं.

दादी-नानी की ये बातें आपको कुछ समय के लिए अटपटी या फिर मिथक लग सकती है. लेकिन शास्त्र और विज्ञान (Shastra and Science) में इसके कारण और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया है. इसलिए अगर आप दादी-नानी की बताई बातों को फॉलो करेंगे तो सुखी रहेंगे और भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे. आइए जानते हैं आखिर क्यों दादी-नानी प्रग्नेंसी के समय क्यों मेहंदी लगाने से मना करती हैं.

क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र

ज्योतिषाचार्य अनीश व्यास के अनुसार, मेहंदी का संबंध शुक्र ग्रह से होता है जोकि खुशी, प्रेम और सुंदरता का प्रतिनिधित्व करते हैं. मेहंदी लगाने से शुक्र ग्रह की ऊर्जा तीव्र होती है और इसे सद्भाव, समृद्धि और भावनात्मक संतुलन भी बना रहता है. इन्हीं कारणों से सुहागन महिलाओं का हाथों में मेहंदी रचाना बहुत ही शुभ माना गया है. लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान मेहंदी ना लगाने की सलाह दी जाती है. इसका कारण यह है कि गर्भावस्था के दौरान महिला की ग्रहों के प्रभाव के प्रति संवेदनशीलता काफी बढ़ जाती है.

यदि गर्भवती महिला की जन्म कुंडली में शुक्र कमजोर, पीड़ित या फिर अशुभ स्थिति में हो तो ऐसे में मेहंदी लगाने से उसे सकारात्मक की जगह नकारात्मक या प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है. वहीं गर्भावस्था के दौरान अगर कुंडली में शनि, राहु या केतु जैसे ग्रह प्रबल हुए तो मेहंदी लगाना और भी अधिक नुकसानदायक हो सकता है. इससे बेवजह की परेशानी, चिंता और तनाव बढ़ सकते हैं. इन्हीं अशुभ प्रभाव को बढ़ने से रोकने के लिए गर्भावस्था के दौरान मेहंदी न लगाने की सलाह दी जाती है. 

क्या कहता है विज्ञान

हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को मेहंदी लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसमें किसी तरह का केमिकल ना हो. अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आप मेहंदी लगा रहीं हैं तो इस दौरान आपको मिलावट वाली मेहंदी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. आर्टिफिशियल या केमिकल युक्त मेहंदी लगाने से त्वचा में रिएक्शन या एलर्जी हो सकती है जोकि प्रेग्नेंसी के लिए हानिकारक है. इसलिए इस समय आपको नेचुरल मेहंदी का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके लिए पौधों से मेहंदी का पत्ता तोड़कर इसका पेस्ट बनाकर लगा सकते हैं. नेचुरल मेहंदी लगाने से इसका गर्भ में पल रहे शिशु पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.

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