क्या है माइंडफुलनेस, एग्जाम में छात्र ऐसे बढ़ा सकते हैं पढ़ाई पर फोकस

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Mindfulness for Exam Preparation :  बोर्ड एग्जाम में ज्यादा से ज्यादा नंबर पाने और अच्छा परफॉर्म करने की होड़ है. कई अन्य कॉम्पिटिटिव एग्जाम में भी सक्सेस पाना आसान नहीं है. पैरेंट्स, रिश्तेदार, पड़ोसी हर कोई ये जानना चाहता है कि आपके एग्जाम में मार्क्स कितने आए, आप पास हुए या नहीं. इस तरह की उम्मीदें बच्चों-स्टूडेंट्स के सिर पर बोझ बन जाती हैं. इससे तनाव, घबराहट और चिंता बढ़ती है. इसका असर रिजल्ट पर भी नजर आता है, क्योंकि एग्जाम (Exam) के डर से छोटी-छोटी गलतियां भी परफॉर्म खराब कर देती है. ऐसे में माइंडफुलनेस (Mindfulness) मददगार हो सकता है। आइए जानते हैं माइंडफुलनेस क्या होता है, एग्जाम में छात्र अपना फोकस पढ़ाई पर कैसे बढ़ा सकते हैं…

माइंडफुलनेस क्या है

माइंडफुलनेस…मतलब इंसान का पूरी तरह से प्रजेंट यानी वर्तमान में रहना. माइंडफुलनेस जीवन जीने की एक कला है. जैसे अगर आप कुछ लिख रहे हैं तो सिर्फ टॉपिक के बारे में सोचें,  मन को इधर-उधर न भटकाएं. अगर चाय पी रहे हैं तो उतनी देर उसी का स्वाद उठाएं, उसकी महक एंजॉय करें.  एक जगह पर ही दिमाग को लगाना ही माइंडफुलनेस है. इंग्लैंड की ‘यूनिवसिर्टी ऑफ बाथ’ की स्ट़डी के अनुसार, माइंडफुलनेस तनाव, एंग्जाइटी या डिप्रेशन को कम करके जीवन में पॉजिटिव बदलाव लाता है.

माइंडफुलनेस सीखने के तरीके

1. डीप ब्रीदिंग यानी गहरी सांस लें.

2. माइंडफुल ईटिंग यानी खाते समय सिर्फ खाने पर ध्यान

3. मेडिटेशन यानी ध्यान लगाना या फोकस करना

4. माइंडफुल लिसनिंग यानी ध्यान से सुनना

5. सिंगल टास्किंग यानी एक समय सिर्फ एक ही काम पर ध्यान लगाना

6. हर चीज पर बारीकी से गौर करना.

माइंडफुलनेस से एग्जाम की तैयारी कैसे करें

1. प्यूचर को लेकर ज्यादा न सोचें. सिर्फ पढ़ाई पर फोकस करें, एक्जाम के रिजल्ट पर नहीं.

2. हमारा खुद पर फोकस हो. एग्जाम की तैयारी करते समय सारा ध्यान पढ़ाई पर होना चाहिए, ना कि कौन क्या कर रहा है और दूसरा कोई कैसे पढ़ाई कर रहा है.

3. सच स्वीकार करें. यानी अगर आपका कोई सब्जेक्ट वीक है और आप किसी की मदद नहीं लेना चाहते तो यह गलत होगा. इसके लिए अपने टीचर, दोस्त या फैमिली मेंबर की हेल्प लें

4. पांच सेंस आर्गन्स का यूज करें. जब चीजों को समझना और स्वीकार करने लंगेंगे तो सबकुछ सही होगा, इससे पॉजिटिवनेस बढ़ेगी और सेल्फ अवेयनेस भी.

5. एक समय पर एक काम करें. इससे ध्यान कम भटकेगा और पढ़ाई पर फोकस बना रहेगा. इससे हर टॉपिक ध्यान से पढ़ पाएंगे.

6. माइंडफुलनेस से पढ़ाई के बीच खुद को रिलैक्स रख सकते हैं.

7. एक टाइम में एक ही सब्जेक्ट पर फोकस कर सकते हैं.

8. खाने-पीने या खेलने के दौरान दिमाग भटकेगा नहीं और एग्जाम की टेंशन भी नहीं होगी.

9. टेंशन होने पर डीप ब्रीदिंग से वापस नई एनर्जी पा सकते हैं.

10. घर में शांत और खुशनुमा माहौल बना पाएंगे. किसी बात का प्रेशर नहीं फील होगा.

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