आज के वक्त अधिकांश लोगों के पास स्मार्टफोन मौजूद है. घर में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन खासकर बच्चों के अधिक स्मार्टफोन इस्तेमाल करने के कारण उनकी आंखों में दिक्कत आनी शुरू हो चुकी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल कितने देर तक करना चाहिए, जिससे आंखों को नुकसान नहीं पहुंचता है. आज हम आपको इसके बारे में बताएँगे.
स्मार्टफोन का इस्तेमाल
अब सवाल ये है कि भारत में मोबाइल फोन यूजर्स कितने हैं? प्यू के एक सर्वे के मुताबिक भारत में सिर्फ़ 24% लोगों के पास स्मार्टफ़ोन है. वहीं, 40% लोग मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करते हैं. संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने बीते साल लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि देश के 31 अक्टूबर 2024 तक 6,44,131 गांवों में से लगभग 6,23,622 गांवों में अब मोबाइल कवरेज है. देश में मोबाइल इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं की कुल संख्या 31 अक्टूबर तक 115.12 करोड़ हो गई है.
कितने देर तक मोबाइल फोन का करना चाहिए इस्तेमाल?
अब सवाल ये है कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल कितनी देर तक करना चाहिए? आज के वक्त अधिकांश लोगों का मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के कारण आंखों पर असर पड़ रहा है. वहीं विशेषज्ञों के मुताबिक मोबाइल फोन का इस्तेमाल दिनभर में 2 घंटे से ज्यादा नहीं करना चाहिए. इससे ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से आंखों पर असर पड़ता है. इतना ही नहीं लगातार मोबाइल फोन नहीं देखना चाहिए. बता दें कि यदि आप स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आंखों से इसकी दूरी कम से कम 18 इंच दूर होना चाहिए. एक्सपर्ट के मुताबित इससे कम दूरी रखने पर मायोपिया या आईस्ट्रेन होने का खतरा बढ़ जाता है.
मोबाइल फोन से कैंसर का खतरा
मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करना आपको बीमार बना सकता है. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुशील गौर के मुताबिक “मोबाइल से रेडिएशन निकलता है, लंबे समय तक ऐसी चीजों के संपर्क में रहने से कैंसर की संभावना रहती है.” डॉक्टर के मुताबिक “इसके अलावा मोबाइल फोन नजदीक रखकर सोने से कैंसर रोग की संभावना को लेकर भी शोध चल रहा है. लेकिन प्रमाणित तौर पर अभी कोई परिणाम सामने नहीं आया है. लेकिन माना जाता है कि लंबे समय तक मोबाइल से नजदीक रखने या सोते समय करीब रखने से रेडिएशन का खतरा रहता है, जो कैंसर का कारक हो सकता है.”
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