विवादों में क्यों है बर्थ कंट्रोल करने का ये तरीका, आखिर इसे लेकर डॉक्टर क्यों जता रहे चिंता?

Birth Control Controversy : फिटनेस ट्रैकर की तरह काम करने वाली ऑउरा रिंग (Oura Ring) इन दिनों विवादों में है. दावा किया जा रहा है कि महिलाएं बर्थ कंट्रोल (Birth Control) करने यानी प्रेगनेंसी से बचने में इसका इस्तेमाल कर रही हैं. कुछ लोगों का दावा है कि उनके जानने वालों ने इसकी मदद ली है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कैसे एक छोटी सी रिंग बर्थ कंट्रोल कर सकती है. इसके क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.

ऑउरा रिंग क्या है और कैसे काम करती है

ऑउरा रिंग हेल्थ और फिटनेस ट्रैकर है. इसे अपनी उंगली में पहनकर शरीर के तापमान, हार्ट बीट और फिजिकल एक्टिविटीज को ट्रैक कर सकती हैं. यह 20 खास तरह के बायोमेट्रिक्स पर नजर रखता है जो सेहत को प्रभावित करते हैं. इसका इस्तेमाल करने वालों का कहना है कि यह रिंग और उसका ऐप सही-सही डेटा देता है. हर नींद, तनाव, वर्कआउट और यहां तक कि महिलाओं को उनके ओव्यूलेशन के बारे में जानकारी देता है, जिससे वे प्रेगनेंसी से बच सकती हैं. ऑउरा रिंग बनाने वाली कंपनी का दावा है कि अब तक करीब 2.5 मिलियन लोग इसे खरीद चुके हैं.

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क्या ऑउरा रिंग बर्थ कंट्रोल कर सकता है

एक्सपर्ट्स का कहना है कि महिलाएं जन्म नियंत्रण के लिए ऑउरा रिंग को इस्तेमाल करते समय जो तरीका अपना रही हैं, उसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है. दरअसल, ऑउरा रिंग में नेचुरल साइकल नाम का एक ऐप है, जो सही इस्तेमाल से प्रेगनेंसी रोकने में 98% इफेक्टिव होने का दावा करता है. यह ऐप, ऑउरा के डेटा से संचालित होता है और FDA से अप्रूव्ड है, जिसका मतलब बाजार में पहले से ही मौजूद एफडीए अप्रूव्ड प्रोडक्ट्स की तरह ही है.  नेचुरल साइकल किसी महिला की डेली प्रजनन तय करने के लिए शरीर के तापमान और अन्य प्रमुख प्रजनन लक्षणों से एनालिसिस करता है. 

कितनी महिलाओं ऑउरा रिंग से करती हैं बर्थ कंट्रोल

अभी तक ये जानकारी नहीं लग पाई है कि कितनी महिलाएं गर्भनिरोधक के अपने एकमात्र रूप के रूप में नेचुरल साइकल के साथ ऑउरा का  इस्तेमाल करती हैं या प्रेगनेंसी रोकने की बजाय वास्तव में गर्भधारण करने की कोशिश कर रही थीं या अपने ओव्यूलेशन को जानने की कोशिश कर रही हैं.  जून 2024 में ऑउरा रिंग के 30 साल के 32% यूजर्स और 20 साल के 43% यूजर्स अपने डिवाइस को नेचुरल साइकिल से जोड़ रहे थे. कंपनी से जुड़े एक अधिकारी गोटलीब का कहना है कि इस रिंग का उपयोग बर्थ कंट्रोल के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

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ऑउरा रिंग का इस्तेमाल महिलाएं कैसे करती हैं 

महिलाएं सोने के लिए इस रिंग को पहनती हैं. रात में यह शरीर के तापमान को मापता है. यह डेटा को नेचुरल साइकल ऐप पर भेजा जाता है, जो आपके फोन पर आपकी प्रजनन क्षमता के मौजूदा लेवल का संकेत देने वाला  एक रीडआउट देता है. ऐप शरीर के  तापमान के अनुसार आपको बताता है कि यह ग्रीन है या रेड. मतलब आप कोई महिला प्रेगनेंट है या नहीं.

शरीर के तापमान का प्रजनन क्षमता से क्या संबंध है

एक्सपर्ट्स के अनुसार, किसी महिला के ओव्यूलेशन के दौरान शरीर के तापमान में मामूली बदलाव होते रहते हैं. जैसे- ओव्यूलेशन के बाद प्रोजेस्टेरोन में इजाफा होने से तापमान बढ़ता है. अगर तुरंत ही ओव्यूलेशन हुआ है तो प्रेगनेंसी के चांस ज्यादा हैं. अगर ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन या एलएच में बढ़ोतरी महसूस हो रही है तो इसका मतलब प्रेगनेंट होने की संभावना है. 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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