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Sundar Pichai Wins Bidding War London Spirit The Hundred League: द हंड्रेड लीग कुछ ही सालों में विश्व भर में लोकप्रियता बटोरने में कामयाब रही है. पिछले दिनों यह लीग टीमों पर लग रही करोड़ों रुपयों की बोली के कारण चर्चाओं में रही है. हाल ही में मुंबई इंडियंस फ्रैंचाइजी के मालिक अंबानी परिवार ने करीब 645 करोड़ रुपये में ‘द ओवल इन्विंसिबल्स’ की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी. अब सुंदर पिचाई और सत्या नाडेला समेत कई लोगों ने एक संघ बनाकर लंदन स्पीरिट टीम की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली है.
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के अलावा टाइम्स इंटरनेट, एडोबी और सिल्वरके टेक्नोलॉजी के सीएईओ ने मिलकर लंदन स्पीरिट टीम में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है. बची हुई 51 प्रतिशत हिस्सेदारी का मालिकाना हक अभी ECB के पास है. इस संघ में इन पांच लोगों के अलावा शंतनू नारायण, एगोन डरबन, निकेश अरोड़ा और सत्यन गाजवानी भी शामिल हैं. इन्हीं लोगों ने इससे पहले मेजर लीग क्रिकेट (MLC) में सिएटल ओरकास टीम का सह-मालिकाना हक प्राप्त किया था. द हंड्रेड लीग की बात करें तो इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने टीमों की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचे जाने की पेशकश की थी. अभी नीलामी प्रक्रिया जारी है और ECB को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सभी टीमों की बिक्री हो जाएगी.
LSG के मालिक संजीव गोयनका से बिडिंग वॉर
पांच बड़ी कंपनियों के सीईओ ने मिलकर जो टीम बनाई थी, उसका IPL में लखनऊ सुपर जायंट्स टीम के मालिक संजीव गोयनका के साथ जबरदस्त बिडिंग वॉर देखने को मिला. लंदन स्पीरिट पर सबसे ऊंची बोली 295 मिलियन पाउंड्स की लगाई गई, जो भारतीय मुद्रा में करीब 3,170 करोड़ रुपये के बराबर है. चूंकि बड़े-बड़े सीईओ की टीम ने 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है, इसके लिए उन्हें करीब 1,553 करोड़ रुपये की कीमत चुकानी होगी.
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